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तीस्ता सीतलवाड़ को अहमद पटेल का 30 लाख देने के पीछे भी एक खेल, सोनिया दें इसका जवाब - संबित पात्रा

Janjwar Desk
17 July 2022 3:43 AM GMT
तीस्ता सीतलवाड़ को अहमद पटेल का 30 लाख देने के पीछे भी एक खेल, सोनिया दें इसका जवाब - संबित पात्रा
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तीस्ता सीतलवाड़ को अहमद पटेल का 30 लाख देने के पीछे भी एक खेल, सोनिया दें इसका जवाब - संबित पात्रा

गुजरात दंगे को लेकर एक बार फिर भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने है। भाजपा ने कांग्रेस पर साजिश का आरोप तो मुख्य विपक्षी पार्टी ने खुद पर लगे आरोपों को पीएम मोदी की नई रणनीति का हिस्सा करार दिया है।

नई दिल्ली। गुजरात दंगे ( Gujrat riots ) यानि गोदरा कांड दो दशक पहले हुआ था लेकिन इसको लेकर एक बार फिर भाजपा ( BJP ) और कांग्रेस ( Congress ) आमने-सामने हैं। अब इस मामले में भाजपा (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और अहमद पटेल (Ahmed Patel) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पात्रा के इन आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस ने भी भाजपा पर पलटवार किया है।

संबित पात्रा ने क्या कहा

दरअसल, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ( Sambit patra ) ने कांग्रेस आलाकमान और उनक करीबी सहयोगियों को निशाने पर लेते हुए कहा कि तीस्ता सीतलवाड़ (Teesta Setalvad) ने गुजरात सरकार को अस्थिर करने और पीएम नरेंद्र मोदी को फंसाने के लिए कांग्रेस के इशारे पर सियासी मकसद से किया था। अहमद पटेल ( Ahmed patel ) के कहने पर तीस्ता को गोधरा कांड के बाद 30 लाख रुपए मिले थे। इस बात का दावा संबित पात्रा ने गुजरात सरकार की विशेष जांच टीम (SIT) के हलफनामे के आधार पर किया है।

दरअसल, गुजरात पुलिस की एसआईटी ( SIT ) ने कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया है। हलफनामे में यह दावा किया गया है कि तीस्ता सीतलवाड़ ( Teesta Setalvad ) 2002 के दंगों के बाद राज्य में भाजपा सरकार को गिराने की कांग्रेस के दिग्गज नेता दिवंगत अहमद पटेल के इशारे पर की गई एक बड़ी साजिश का हिस्सा थीं। सीतलवाड़ को हाल ही में अहमदाबाद की क्राइम ब्रांच ने 2002 के गुजरात दंगों के सिलसिले में जालसाजी, सबूत गढ़ने और आपराधिक साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया था। इन दिनों वह जेल में हैं। SIT के एफिडेविट में यह भी सामने आया है की गुजरात दंगों के लेकर मोदी जी को बदनाम और अपमानित करने के लिए तीस्ता सीतलवाड़ ने सोनिया गांधी जी से राज्यसभा के सीट की मांग की थी। इन सब काम के लिए पहले किस्त के रूप में 30 लाख रुपए सोनिया गांधी जी ने तिस्ता सीतलवाड़ को दिए। इसके बाद न जाने कितने करोडों रुपए सोनिया गांधी ने मोदी ( PM Narendra Modi ) जी को बदनाम करने के लिए दिए। खास बात यह है कि सिर्फ राहुल गांधी को प्रोमोट करने के लिए तीस्ता सीतलवाड़ का इस्तेमाल सोनिया गांधी जी ने किया। अदालत में दाखिल हलफनामे में एसआईटी ने कहा है कि तीस्ता सीतलवाड़ और उसके सहयोगी मानवता के तहत काम नहीं कर रहे थे। ये राजनीतिक मंसूबे के साथ काम कर रहे थे। इनके दो मकसद थे। पहला गुजरात की तब की सरकार को अस्थिर करना और दूसरा बेगुनाह लोगों को इसमें शामिल करना, जिसमें तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) जी का भी नाम शामिल है।

जयराम रमेश का पलटवार

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने संबित पात्रा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि पात्रा का बयान प्रधानमंत्री ( PM Narendra Modi ) की उस सुनियोजित रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वे 2002 में हुए गुजरात दंगों के पाप से मुक्त होना चाहते हैं, जो उनके मुख्यमंत्री रहते हुआ था, नरसंहार को रोकने में उनकी अनिच्छा और अक्षमता के कारण ही भारत के तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें राजधर्म याद दिलाने के लिए बाध्य होना पड़ा था।

प्रधानमंत्री ( PM Narendra Modi ) का राजनीतिक प्रतिशोध तंत्र स्पष्ट रूप से उन राजनीतिक विरोधियों को भी नहीं बख्श रहा, जो अब इस दुनिया में भी नहीं हैं। जहां तक एसआईटी की बात है तो यह अपने राजनैतिक आका की धुन पर नाच रही है और उनके इशारे पर यह उठक-बैठक करती रहेगी। उन्होंने कहा कि एक पूर्व एसआईटी प्रमुख को मुख्यमंत्री को 'क्लीन चिट' देने के एवज में एक राजनयिक उत्तरदायित्व के साथ पुरस्कृत किया था। ताजा आरोप मोदी-शाह की जोड़ी का जाना-माना तरीका है। यह आरोप उसी रणनीति का हिसा होने के अलावा और कुछ नहीं है, जिसका एक मकसद ऐसे दिवंगत व्यक्ति को कलंकित करना है, जो अपने ऊपर लगाए गए ऐसे बेशर्मी भरे झूठे आरोपों का खंडन करने के लिए अब इस दुनिया में नहीं है।

अहम पटेल की बेटी ने पूछा - 2020 तक साजिश की जांच क्यों नहीं कराई?

भाजपा प्रवक्ता पात्रा के आरोपों पर अहमद पटेल ( Ahmed patel ) की बेटी मुमताज पटेल ने भी सख्त नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने ट्विट कर कहा कि उनके पिता के नाम में अभी वजन है, इसीलिए विपक्ष उनके नाम का इस्तेमाल कर रहा है। अगर आरोप सही हैं तो तीस्ता सीतलवाड़ को यूपीए की सरकार में राज्यसभा सांसद क्यों नहीं बनाया गया? उन्होंने यह भी पूछा क‍ि 2020 तक आख‍िर इस सरकार ने इतने बड़े साजिश की जांच क्यों नहीं करवाई?

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