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Kaali Poster Controversy : कौन हैं लीना मनिमेकलाई जिनकी गिरफ्तारी की उठी ट्विटर पर मांग #ArrestLeenaManimekalai

Janjwar Desk
4 July 2022 1:35 PM IST
Kaali Poster Controversy : लीना मणिमेकलाई को दिल्ली की कोर्ट ने भेजा समन, 6 अगस्त को पेश होने का दिया आदेश
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Kaali Poster Controversy : लीना मणिमेकलाई को दिल्ली की कोर्ट ने भेजा समन, 6 अगस्त को पेश होने का दिया आदेश

Kaali Poster Controversy : फिल्म मेकर लीना मनिमेकलाई (Leena Manimekalai) की डॉक्युमेंट्री फिल्म 'काली' को लेकर देश में आक्रोश फूट पड़ा है, इसे 'ईश निंदा' का मामला बताकर लीना को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग उठने लगी है...

Kaali Poster Controversy : फिल्म मेकर लीना मनिमेकलाई (Leena Manimekalai) की डॉक्युमेंट्री फिल्म 'काली' को लेकर देश में आक्रोश फूट पड़ा है। इसे 'ईश निंदा' का मामला बताकर लीना को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग उठने लगी है। फिल्म के पोस्ट में मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया है। इतना ही नहीं काली माता के हाथ में LGBTQ (lesbian, gay, bisexual, transgender, and questioning) का झंडा भी दिखाया गया है। लीना ने सबसे पहले यह पोस्टर 2 जुलाई को twitter पर शेयर किया था।

काली पोस्टर पर भड़का विवाद

फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई ( Leena Manimekalai) की डॉक्यूमेंट्री पोस्टर पर विवाद छिड़ गया है। लीना मणिमेकलई ने बताया उनकी डॉक्यूमेंट्री का पोस्टर 'कनाडा फिल्म फेस्टिवल' (Rhythms of Canada) में लॉन्च हुआ है। दरअसल, उनकी डॉक्यूमेंट्री वाले पोस्टर में वो सिगरेट पीती हुईं दिखाई दे रही हैं। लोगों का आरोप है कि लीना की इस हरकत से उनकी भावनाएं आहत हुई हैं।


ट्विटरपर ट्रेंड हुआ #ArrestLeenaManimekalai

अब इस विवादित पोस्टर को लेकर ट्विटर पर विवाद शुरू हो गया है। इसे लेकर एक यूजर ने लिखा है कि 'इसे तुरंत हटाएं और माफी मांगे। यह विशुद्ध रूप से मां काली का अपमान है। तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ? लीना मणिमेकली को गिरफ्तार करो।'

वहीं दूसरे यूजर ने लिखा कि 'शर्मनाक और निंदनीय। आप जैसे बीमार लोगों के कारण हम गैरकानूनी( unlawful) होने के लिए मजबूर हो जाएंगे। आप हमारी देवी को इस तरह कैसे चित्रित कर सकते हैं? वह सर्वोच्च शक्ति हैं, जिसकी हम पूजा करते हैं। मैं इस सुप्रीम काली से प्रार्थना करता हूं कि करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाओं का मजाक उड़ाने के लिए आपका विनाश कर दें।'

अन्य यूजर ने लिखा कि 'यस, यह पोस्टर और मा काली की पोस्ट तुरंत हटाई जानी चाहिए। इस शैतानी गिद्ध (satanic vulture) को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए, बिना बेल के।'

लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप

लोगों को लीना की ये हरकत बिल्कुल पसंद नहीं आई। वे इस पोस्टर को देखकर भड़क गए हैं और जमकर कमेंट कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- हर दिन हिंदू धर्म की भावनाओं को आहात किया जाता है। ये हमारे सब्र का इम्तिहान ले रहे हैं। वहीं एक अन्य यूजर्स ने लिखा- ये हमारे धर्म का अपमान कर रहे हैं। डायरेक्टर को इसे तुरंत हटा लेना चाहिए।

शुरू से रहा है विवादों से नाता

बता दें कि लीना की यह फिल्म शुरू से ही विवादों में रही है। 28 जुलाई को लीना ने एक पोस्टर शेयर करते हुए लिखा था कि यह स्क्रीनिंग मेरे लिए बहुत खास है। सितंबर 2021 से अपनी खुद की फिल्म की स्क्रीनिंग में भाग लेने के लिए यात्रा करना एक चुनौती बन गई थी। मुझे अपना पासपोर्ट वापस पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट सहित 4 लोकल अदालती मामलों में लड़ना और जीतना पड़ा, जो कि विचित्र #metoo मानहानि मामले के आधार पर जब्त किया गया था।

फिल्म निर्देशक पर लगाया था Metoo का आरोप

लीना ने एक फेसबुक पोस्ट में तमिल फिल्म निर्देशक सूसी गणेशन पर metoo का आरोप लगाया था। इसमें कहा गया था कि 2005 में अपनी कार में घर छोड़ने की पेशकश के बहाने गणेशन ने उन्हें अपने साथ अपार्टमेंट में जाने के लिए मजबूर किया। लीना को तभी जाने दिया, जब अपनी सुरक्षा के लिए चाकू निकाला और उसे धमकाया।

जुबैर के समर्थन में किया था ट्वीट

बता दें कि लीना ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर की (Alt News co-founder Mohammad Zubair) के समर्थन में भी ट्वीट कर चुकी हैं। NWMIndia ने जुबैर के समर्थन में एक ट्वीट किया था, लीना ने उसे रीट्वीट किया था। जुबैर पर हिंदु आस्थावानों की भावनाएं भड़काने का आरोप है। सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक पोस्ट के बाद 27 जून को दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था। इस समय वो ज्यूडिशल कस्टडी में है।

बता दें कि लीना इससे पहले वरवर राव, सुधा भारद्वाज,उमर खालिद, संजीव भट्ट, तीस्ता सीतलवाडी, आनंद तेलतुम्बडे, इशरत जहां, देवांगना कलिता, नताशा नरवाली, आरबी श्रीकुमार, दिशा रवि, गौतम नवलखा, वर्नोन गोंसाल्वेस, शरजील इमाम, स्टेन स्वामी के खिलाफ पुलिस केस का विरोध कर चुकी हैं। उन्होंने एक रीट्वीट के जरिये केंद्र सरकार पर फासीवादी ( fascist Indian Govt) होने का आरोप लगाया था।

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