Karti Chidambaram News: कार्ति चिदंबरम के दिल्ली, मुंबई, चेन्नई आवास पर सीबीआई की छापेमारी, जानें क्या है पूरा मामला
Karti Chidambaram News: कार्ति चिदंबरम के दिल्ली, मुंबई, चेन्नई आवास पर सीबीआई की छापेमारी, जानें क्या है पूरा मामला
Karti Chidambaram News : कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता और देश के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) के बेटे कार्ति चिदंबरम (Karti Chidambaram) के कई ठिकानों पर आज सुबह-सुबह ही सीबीआई (CBI) ने तलाशी अभियान चलाया. जानकारी के मुताबिक केंद्रीय जांच ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) द्वारा चल रहे एक पुराने मामले को लेकर आज कार्ति चिदंबरम के आवाज और उनके कार्यालय पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक कार्ति चिदंबरम और उनके सहयोगियों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. कार्ति चिदंबरम ने चाइनीज कंपनी के लोगों को अपने प्रभाव से वीजा दिलवाया था. इस वीजा के बदले 50 लाख रुपए लेने का आरोप है. उस समय उनके पिता केंद्रीय गृह मंत्री थे. साल 2011 का यह मामला है. इधर, सीबीआई छापेमारी के बाद कार्ति चिदंबरम ने केन्द्रीय जांच एजेंसी पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि मैं इसकी गिनती ही भूल गया कि कितनी बार यह छापेमारी हुई है. अवश्य इसका रिकॉर्ड बनेगा.
मंगलवार सुबह छापेमारी अभियान शुरू करने के बाद पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने अपने एक ट्वीट में लिखा, 'मैं गिनती भूल गया हूं कि ऐसा कितनी बार हुआ है. यह भी एक रिकॉर्ड बनेगा.'
क्या है INX मीडिया केस
CBI ने मीडिया कंपनी INX मीडिया के खिलाफ 15 मई, 2017 को एक FIR दर्ज की थी। INX मीडिया ग्रुप पर आरोप है कि 305 करोड़ रुपये के विदेशी फंड लेने के लिए कंपनी ने फॉरेन इनवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) की मंजूरी में कई तरह की अनियमितताएं बरती थी. बता दें कि साल 2007 के दौरान कंपनी को निवेश की मंजूरी दी गई थी, उस समय पी चिदंबरम वित्त मंत्री थे.
ऐसे ट्रांसफर हुए पैसे और शेयर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2008 में पीटर मुखर्जी की कंपनी INX मीडिया की ओर से कार्ति चिदंबरम को पैसे दिये गये थे. उनकी कंपनी एडवांटेज स्ट्रेटिजिक कंसल्टिंग और उससे जुड़ी कंपनियों को शेयर अलॉट किये गए थए। पीटर मुखर्जी की INX मीडिया ने कैश में यह इंस्टालमेंट दिया था जो कि कई हिस्सों में दिया गया था. इस दौरान 60 लाख शेयर लंदन की एक कंपनी आर्टेविया डिजिटल यूके लिमिटेड से कार्ति की कंपनी में ट्रांसफर किए गए थे.