Kashmir Target Killing: मोदी सरकार की नाकामी! टारगेट किलिंग के खौफ से घाटी के सभी हिंदू कर्मचारियों का जिला मुख्यालयों में होगा तबादला
पिछले कई सालों से खौफ में जी रहे कश्मीरी पंडित, आए दिन होते हैं आतंकियों के शिकार
Kashmir Target Killing: घाटी में मोदी सरकार की नाकामी खुल कर उजागर हो गई है. हालात इस कदर बिगड़े हुए है कि टारगेट किलिंग के खौफ से घाटी के सभी हिंदू कर्मचारियों का जिला मुख्यालयों में तबादला करने की नौबत आगई है.
घाटी में इन दिनों टारगेट किलिंग (Target Killing in kasmir) के लगातार मामले सामने आ रहे हैं. इस पर रोक लगाने के लिए कश्मीर प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है. हिंदू कर्मचारियों(Hindu employees) लंबे समय से मांग कर रहे थे कि उनका जम्मू(Jammu) में ट्रांसफर कर दिया जाए. फिलहाल जो भी हिंदू कर्मचारी कश्मीर (Kashmir) में दूर-दराज के इलाके में काम रहे हैं. उन्हें कश्मीर के जिला मुख्यालय लाने की तैयारी है.
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने टारगेट किलिंग को लेकर अहम बैठक की थी. उसी में चर्चा के बाद में हिंदू कर्मचारियों के तबादले का फैसला लिया गया. उनकी सुरक्षा को देखते हुए ये फैसला लिया गया है. इस मीटिंग में ये भी फैसला हुआ कि उन तमाम हिंदू कर्मचारियों को सुरक्षित आवास देने की जिम्मेदारी भी प्रशासन की है. ऐसे में उनका सिर्फ ट्रांसफर नहीं किया जा रहा है, बल्कि सुरक्षित आवास की गारंटी भी दी जा रही है.
बता दें कि कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandit) को आतंकी पिछले कुछ दिनों से लगातार निशाना बना रहे हैं. सरकारी अधिकारी राहुल भट्ट की हत्या से ये सिलसिला शुरू हुआ था. हाल ही में टीचर रजनी बाला की हत्या आतंकियों ने की थी. बताया जा रहा है कि हिंदू कर्मचारी इससे खुश नहीं है. वो अब सिर्फ जम्मू में अपना ट्रांसफर चाहते हैं और घाटी में काम नहीं करना चाहते हैं. वो मोदी सरकार पर उनकी बातें ना सुनने का आरोप लगा रहे हैं. हिंदू कर्मचारियों के ट्रांसफर वाले फैसले को भी इसी दिशा में उठाया गया एक कदम बताया जा रहा है.
रजनी बाला की हत्या
कुलगाम में आतंकियों ने हिंदू महिला शिक्षिका रजनी बाला की गोली मारकर हत्या कर दी. पिछले 5 महीनों में यह 16वीं लक्ष्य हत्या थी. कश्मीर में लगातार टारगेट किलिंग से दुखी कश्मीरी पंडितों ने कई इलाकों में रैलियां निकालकर प्रदर्शन किया. कर्मचारी कश्मीर प्रशासन से लगातार मांग कर रहे थे कि उन्हें सुरक्षित जगहों पर ही पोस्टिंग मिलनी चाहिए. इधर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी इस संबंध में बैठक बुलाई थी.