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Priyanka Gandhi Painting Controversy: पेंटिंग विवाद पर राणा कपूर के खुलासे के बाद सामने आया प्रियंका गांधी का लेटर, जानिए चिट्ठी में क्या लिखा था?

Janjwar Desk
25 April 2022 8:30 AM GMT
Priyanka Gandhi
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Priyanka Gandhi's Painting Issue : पेंटिंग विवाद पर राणा कपूर के खुलासे के बाद सामने आया प्रियंका गांधी का लेटर, राणा को कहा था थैंक्यू

Priyanka Gandhi Painting Controversy: पेंटिंग खरीदने के बाद प्रियंका गांधी ने 4 जून 2010 को बाकायदा एक चिट्ठी लिखकर राणा कपूर धन्यवाद कहा था। प्रियंका गांधी ने चिट्ठी में लिखा था कि एमएफ हुसैन की ओर से बनाई गई मेरे स्वर्गीय पिता की पेंटिंग खरीदने के लिए आपका धन्यवाद...

Priyanka Gandhi Painting Controversy: यस बैंक (Yes Bank) के पूर्व सीईओ राणा कपूर (Rana Kapoor) ने ईडी (ED) को दिए अपने बयान में बताया कि कैसे उनके ऊपर दबाव डालकर और पद्म भूषण दिलाने का लालच देकर उनसे प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के पास रखी एमएफ हुसैन (MF Husain) की बनायी पेंटिंग 2.5 करोड़ रुपए में खरीदने का दबाव बनाया गया था. बाद में उन्हें 2 करोड़ रुपए अपने व्यक्तिगत खाते से देकर यह पेंटिंग खरीदनी पड़ी थी। पेंटिंग खरीदने के बाद प्रियंका गांधी ने पेंटिंग खरीदने के लिए राणा कपूर को चिट्ठी लिखकर धन्यवाद भी दिया था।

प्रियंका गांधी ने राणा कपूर को लिखी थी चिट्ठी

बता दें कि पेंटिंग खरीदने के बाद प्रियंका गांधी ने 4 जून 2010 को बाकायदा एक चिट्ठी लिखकर राणा कपूर धन्यवाद कहा था। प्रियंका गांधी ने चिट्ठी में लिखा था कि एमएफ हुसैन की ओर से बनाई गई मेरे स्वर्गीय पिता की पेंटिंग खरीदने के लिए आपका धन्यवाद! ये पेंटिंग मेरे पिता को 1985 में कांग्रेस पार्टी सेंटेनरी सेलिब्रेशन के दौरान उपहारस्वरूप दी गई थी, जो फिलहाल मेरे पास थी। 3 जून 2010 को आपका लेटर और साथ ही चेक नंबर 135343 से पेमेंट मिला। मुझे विश्वास है कि आपको इस काम के हिस्टोरिकल वैल्यू की जानकारी है।

ईडी की पूछताछ में राणा ने किया खुलासा

राणा कपूर ने ईडी को दिए अपने बयान में बताया कि साल 2010 में मिलिंद देवड़ा ने मुंबई स्थित मेरे घर और ऑफिस के कई चक्कर लगाए. वो मेरे घर प्रियंका गांधी के पास मौजूद एमएफ हुसैन की पेंटिंग बेचना चाहते थे। इतना ही नहीं उन्होंने मुझे 98681802** मोबाइल नंबर से कॉल और मैसेज किए। मैं ये पेंटिंग नहीं खरीदना चाहता था। इसलिए मैंने उनके कॉल, मैसेज और पर्सनल मीटिंग्स को अनदेखा किया. इस सिलसिले में स्वर्गीय मुरली देवड़ा ने भी दिल्ली के लोधी स्टेट स्थित घर पर भी साल 2010 में मिलने बुलाया था. उस समय मुरली देवड़ा पेट्रोलियम मिनिस्टर थे।


पद्म भूषण का लालच देकर पेंटिंग खरीदने को कहा था

उन्होंने कहा कि मीटिंग के दौरान मुरली देवड़ा ने मुझे साफ-साफ कहा कि अगर पेंटिंग खरीदने में ज्यादा देर की तो आपको और आपके बैंक को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। साथ ही अगर आप इस डील से पीछे हटे तो शायद आपको पद्म भूषण ना मिलेगा, जिसके आप हकदार हो.

राणा कपूर ने अपने बयान में आगे कहा कि चूंकि इस डील में दो पावरफुल परिवार शामिल थे, इसलिए मैं किसी तरह की दुश्मनी मोल नहीं ले सकता था. मुझे डील फाइनल कर पेंटिंग खरीदने के लिए राजी होना पड़ा. ये पेंटिंग प्रियंका गांधी के दिल्ली स्थित ऑफिस में हमें दी गई. प्रियंका गांधी की तरफ से उनके सेक्रेटरी मिस्टर राव इस डील की क्लोजिंग मीटिंग में मौजूद थे. इस डील के लिए मैंने 2 करोड़ रुपये HSBC के अपने निजी अकाउंट से चेक के जरिए दिए थे।

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