Rajasthan News : मंदिर में चोरी के बाद पुलिस ने पुजारी से की पूछताछ, जिंदगी की आखिरी पूजा कर कर लिया सुसाइड
Rajasthan News : मंदिर में चोरी के बाद पुलिस ने पुजारी से की पूछताछ, जिंदगी की आखिरी पूजा कर कर लिया सुसाइड
Rajasthan News : राजस्थान के बाड़मेर में एक मंदिर के पुजारी द्वारा की गई आरती उसकी जिंदगी की आखिरी पूजा साबित हुई। क्योंकि आरती के बाद पुजारी ने सुसाइड कर लिया। 55 वर्षीय पुजारी भीमदास के पास एक सुसाइड नोट भी मिला। इसमें लिखा, 'मैं चोर नहीं हूं मरते समय झूठ नहीं बोल रहा हूं। सबको मेरा आखिरी सलाम।' बुधवार सुबह 10 बजे जब श्रद्धालु मंदिर पहुँचे तो पुजारी को फंदे से लटकते देखा गया। उन्हे जब तक अस्पताल ले जाया गया तब तक मौत हो चुकी थी।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, समदड़ी कस्बे के बावड़ी चौक से नजदीक खत्री पंचायत भवन में बने रघुनाथ महाराज एवं हिंगलाज माता मंदिर में चोरी हुई थी। चोर यहां लगी 7 किलो के करीब चांदी एवं दानपात्र से 10,000 से अधिक कैश रुपए चोरी कर रफूचक्कर हो गए थे। सुबह जब दर्शनार्थियों और मंदिर पुजारी ने मंदिर के कपाट खोलते वक्त ताले टूटे हुए देखे। पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौका मुआयना कर चोरों की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस के अनुसार चोरी की रिपोर्ट नहीं मिली है। इसे लेकर पुलिस ने पुजारी से पूछताछ की थी। इसके बाद से पुजारी परेशान था। मृतक के पास मिले सुसाइड नोट में भी इस बात का जिक्र किया गया।
क्या है सुसाइड नोट में?
पुजारी के पास से दो टुकड़ों में बरामद सुसाइड नोट में लिखा है कि, 'खत्री समाज राम राम सा मैं भीमदास आपके मंदिर का पुजारी। मैंने चोरी नहीं की है। जो भी चोर है आप उसका पता लगाना। मरते समय झूठ नहीं बोल रहा हूं। मेरे पीछे किसी को परेशान मत करना। विवेक बेटा मैंने चोरी नहीं की है। फिर भी मुझे बदनाम कर दिया। अब तक जो भी कमाया मेहनत पर पानी फेर दिया। मेरे पोते को प्यार करना। मेरे बेटे मैं मरना नहीं चाहता और मुझे बदनाम कर दिया।'- भीमदास
इसके साथ ही दूसरे नोट में कहा गया है, 'भाई नरसिंह दास जी प्रणाम, मैं चोर नहीं हूं। खत्री समाज मुझे बदनाम कर दिया। मेरी मौत की वजह समाज है। रवीना की मम्मी का ध्यान रखना। तेरे पापा का आखिरी सबको राम राम कहना।'- भीमदास
आरती के बाद कर लिया सुसाइड
जानकारी के मुताबिक हर रोज की तरह पुजारी भीमदास सुबह मंदिर पहुंचा। मंदिर में आरती करने के कुछ देर बाद मंदिर परिसर में फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। इसके बाद दर्शन करने पहुंचे लोगों ने देखा पुजारी के शव को नीचे उतारकर समदड़ी अस्पताल लेकर गए वहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इनपुट है कि, पुजारी भीमदास अपने परिवार के साथ लंबे समय से समदड़ी में ही रह रहा है। पुजारी करीब एक दशक से ज्यादा समय से मंदिर में पूजा पाठ करता है।
मंदिर के पास ही रहता है परिवार
मृतक भीमदास का परिवार मंदिर से 100 मीटर दूर ही एक घर में किराए पर रहता था। एक बेटा विवेक और बेटी रवीना है। बेटी रवीना का पास ही के गांव राखी में ससुराल है। मंदिर की पूजा के साथ कार चलाने का का भी काम करता था। गाड़ी ड्राइवर कर परिवार का भरण पोषण करता था.
पुलिस ने सीसीटीवी भी खंगाले थे
समाज के ओमप्रकाश खत्री के मुताबिक चोरों ने पंचायत भवन में बने मंदिरों पर हाथ साफ कर दिया। भगवान की प्रतिमा के नीचे रखे बाजोट के चारों तरफ लगी तकरीबन 7 किलो चांदी एवं दान पात्र से 10 हजार के करीब रुपए पार कर भाग गए। सुबह जब दर्शन के लिए मंदिर में लोग पहुंचे तब उन्होंने बाजोट से चांदी एवं दानपात्र के ताले टूटे हुए देखकर समाज के सीनियर लोगों व समदड़ी पुलिस को सूचना दी। करीब 1 साल से दान पात्र को नहीं खोला गया था। इसके अंदर 10 हजार से अधिक की रुपए हो सकती है। समदड़ी पुलिस ने मंदिर पहुंचकर मौका देखा और आसपास के लगे सीसीटीवी खंगालने के साथ-साथ लोगों से पूछताछ की।
पुलिसिया गश्त पर भी उठे सवाल
समदड़ी कस्बे में देर रात को मुख्य बाजार से बावड़ी चौक जाने वाले रास्ते के नजदीक बने मंदिर में चोरी की वारदात के बाद पुलिस पर एवं रात की गश्त पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। अब तक इलाके में 20 से अधिक मंदिरों में चोरियों की वारदातों हो चुकी है। बावजूद इसके एक भी वारदात में पुलिस की ओर से अज्ञात चोरों तक नहीं पहुंचना कहीं न कहीं साठगांठ का अंदेशा जताया जा रहा है। वहीं ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। छुटपुट कार्रवाई कर पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है। इलाके में बढ़ते क्राइम के ग्राफ पर अंकुश लगाने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम नजर आ रही है।