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राजस्थान

Kota News: चूहे ने सरकारी अस्पताल में इलाज करवा रही महिला मरीज की आंख कुतर दी, जानिए फिर क्या हुआ?

Janjwar Desk
18 May 2022 2:33 AM GMT
Kota News: चूहे ने सरकारी अस्पताल में इलाज करवा रही महिला मरीज की आंख कुतर दी, जानिए फिर क्या हुआ?
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Kota News: चूहे ने सरकारी अस्पताल में इलाज करवा रही महिला मरीज की आंख कुतर दी, जानिए फिर क्या हुआ?

Kota News: महाराव भीमसिंह अस्पताल (एमबीएस अस्पताल) के स्ट्रोक वॉर्ड में भर्ती एक महिला की आंख की पलकों को चूहों ने कुतर दिया है. जी हां, जब मरीज के परिजनों ने इस बात की जानकारी अस्पताल प्रशासन को दी तो हड़कंप मच गया.

Kota News: महाराव भीमसिंह अस्पताल (एमबीएस अस्पताल) के स्ट्रोक वॉर्ड में भर्ती एक महिला की आंख की पलकों को चूहों ने कुतर दिया है. जी हां, जब मरीज के परिजनों ने इस बात की जानकारी अस्पताल प्रशासन को दी तो हड़कंप मच गया.

बताया जा रहा है कि 28 साल की रूपवती देवी बीते 46 दिनों से एमबीएस अस्पताल के न्यूरो स्ट्रोक यूनिट में भर्ती हैं. रूपवती का पूरा शरीर लकवाग्रस्त है. वो खुद से शरीर का कोई भी अंग हिला नहीं सकती हैं और न ही बोल सकती हैं.

मामले की जानकारी लगने के बाद अस्पताल प्रशासन के हाथ पांव फुल गए और आनन फानन में जिसको जो सही लगा वो कदम उठाने शुरू कर दिए. लेकिन जैसे ही मामला मीडिया के सामने आया अस्पताल प्रशासन ने अपनी साख बचाने के लिए मामले को दबाने की कोशिश की. लेकिन तब तक वीडियो मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक पर वायरल हो गया था. अब मामले की जांच आलाधिकारियों को सौंपी गई है.

दरअसल, 28 वर्षीय रूपवती बीते 46 दिनों से एमबीएस अस्पताल के न्यूरो स्ट्रोक यूनिट में भर्ती है उसका पूरा शरीर पेरेलाइज है. वो शरीर का कोई हिस्सा हिला नहीं सकती. साथ ही बोल भी नहीं सकती है. महिला के पति देवेंद्र सिंह भाटी का कहना है कि सोमवार देर को वह अपनी पत्नी के पास ही आईसीयू में था. इस दौरान उसकी पत्नी की दाईं आंख की पलकों को चूहा कुतर गया. पत्नी ने थोड़ी हलचल कर गर्दन को हिलाया, तब उनकी नींद टूटी. उन्होंने देखा तो आंखों में से खून टपक रहा था और उसने इस संबंध में चिकित्सकों से बात की.

एमबीएस अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ समीर टंडन का कहना है कि चूहे ने न्यूरो स्ट्रोक आईसीयू में मरीज को काटा है या नहीं इस मामले की जांच करवा रहे हैं. उन्होंने संदेह जताते हुए कहा कि इसमें अस्पताल प्रबंधन की गलती है या नहीं इसकी भी जांच की जा रही है. मरीज के परिजन को भी आईसीयू में एंट्री रहती है. ऐसे में जब वे वहां पर मौजूद थे, तब उनकी भी जिम्मेदारी थी. हम ये नहीं कह सकते कि हमारी गलती इसमें नहीं है. इस संबंध में वॉर्ड इंचार्ज और प्रभारियों से भी रिपोर्ट मांगी गई है. उनकी लापरवाही सामने आती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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