जनज्वार। सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद सोशल मीडिया में नेपोटिज़्म यानि भाई-भतीजावाद को लेकर बहस छिड़ी हुई है। सुशांत के फैंस ही नहीं फ़िल्म इंडस्ट्री के कई लोगों ने इनसाइडर-आउटसाइडर के मुद्दे को उठाया है। इस बहस के बीच करण जौहर और सलमान ख़ान और बड़े प्रोडक्शन हाउस सुशांत के फैंस के निशाने पर आ गये हैं। जज़्बाती फैंस का मानना है कि नेपोटिज़्म और पक्षपात के चलते सुशांत को इंडस्ट्री में काम मिलना कम हो गया था। सुशांत के फैंस ने सलमान ख़ान, करण जौहर समेत कुछ बड़े प्रोडक्शन हाउसेज़ की फ़िल्मों का बॉयकॉट करने के लिए ऑनलाइन पिटीशन Change.Org शुरू की है।
स्टोरी लिखे जाने तक 13 लाख से अधिक लोग इस पिटीशन को साइन कर चुके थे, जबकि लक्ष्य 15 लाख रखा गया है। हम यह दोबारा नहीं होने देंगे। संघर्षरत कलाकारों को सताने के बजाए उनकी मदद कीजिए। इसमें आगे लिखा गया है- करण, वाईआरएफ, एसआरके, भंसाली समेत कुछ इस गैंग के सदस्य हैं। इनके आशीर्वाद के बिना आप बॉलीवुड में सर्वाइव नहीं कर सकते। पिटीशन में कहा गया है- हम इस पिटीशन के द्वारा नेटफ्लिक्स, अमेज़न प्राइम और हॉटस्टार से गुज़ारिश कर रहे हैं कि दिये गये प्रोडक्शन हाउसेज़ की फ़िल्मों को प्रमोट करना बंद करें। अधिक फ़िल्में बनाने वाली इंडस्ट्री चंद नेपोटिज़्म करने वालों के नियं'त्रण में है।
क्या बॉलीवुड को ऐसा बर्तन नहीं होना चाहिए, जिसमें कोई हुनर, काबिलियत, मेहनत, समर्पण सफलता हासिल कर सके, जैसा कि दूसरे कारोबारों में होता है। नहीं, आपको एक वंश विशेष, क्षेत्र विशेष और कुछ निश्चित सरनेम वाला होना पड़ेगा। तभी आप अंदर रह सकते हो। नहीं तो आप हमेशा बाहरी बनकर रहेंगे। सुशांत को अप्त्यक्ष रूप से सताया और बेइज़्ज़त किया गया था। करण जौहर, आलिया और कपूर फैमिली के स्कूल ड्रॉपआउट बच्चों की तरह वो एक समझदार, बुद्धिजीवी और पढ़े-लिखे शख्स थे। सुशांत ने रविवार (14 जून) को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। बताया जा रहा है कि वो अवसाद से ग्रसित थे। मामले में पुलिस जांच जारी है। हालांकि अभी तक उनके सुसाइड की कोई ठोस वजह सामने नहीं आयी है।