माफिया रामू द्विवेदी पर यूपी पुलिस ने कसा शिकंजा, पुराने आपराधिक मामलों में भेजा जेल
(टॉप 33 माफिया की राज्य में बनी सूची में शामिल रामू द्विवेदी पर शिकंजा कसने की तैयारी में देवरिया पुलिस जुट गई है।)
जितेंद्र उपाध्याय की रिपोर्ट
जनज्वार ब्यूरो। योगी सरकार के माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत टॉप 33 माफिया की सूची में शामिल बसपा के पूर्व एमएलसी संजीव उर्फ रामू द्विवेदी को आज 12 मई की तड़के लखनऊ स्थित आवास से पुलिस ने गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी राज्य के बड़े शराब कारोबारी रहे पोंटी चड्डा के करीबी पर जानलेवा हमला करने व एक अन्य व्यापारी को बंधक बनाकर पिटाई करने के एक पुराने मामले में हुई है। इसके अलावा रामू द्विवेदी के अन्य तीन साथियों को भी देवरिया पुलिस अन्य स्थानों से गिरफ्तार की है। जिन्हे जेल भेजने की कारवाई चल रही है।
रामू के खिलाफ देवरिया समेत अन्य स्थानों पर दर्ज हैं गंभीर मुकदमे
बसपा के पूर्व एमएलसी संजीव उर्फ रामू द्विवेदी का नाम प्रदेश के टॉप 33 माफिया में शामिल है। इसको लेकर उन पर शिकंजा कसने की तैयारी काफी दिनों से चल रही थी। शासन-प्रशासन के तरफ से कारवाई के लिए हरी झंडी मिलते ही देवरिया पुलिस सक्रिय हो गई। देवरिया पुलिस ने पूर्व एमएलसी रामू को लखनऊ के बहुखंडी आवास के पास से गिरफ्तार किया। इसके उनके तीन साथियों कुणाल मल्ल, बजरंगी तिवारी और मनीष मिश्र को भी देवरिया पुलिस ने विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की कारवाई पूरी रात चलती रही।
बताया जाता है कि एक टीम जहां लखनऊ के लिए रवाना हो गई थी वहीं दूसरी टीम शहर के कई ठिकानों पर छापेमारी की। अबुबकर नगर का अमन गेट से लेकर पूरी गली रातभर पुलिस छावनी में तब्दील रही। इसको लेकर मोहल्ले वाले भी परेशान रहे।
गिरफ्तारी के बाद चारों आरोपियों को रिमांड मजिस्ट्रेट के यहां पेश किया गया। रामू द्विवेदी तथा उनके साथियों पर आरोप है कि इन लोगों ने देवरिया निवासी तथा शराब कारोबारी पोंटी चड्ढा के करीबी रहे संजय केडिया पर जानलेवा हमला किया था तथा समाजसेवी निकुंज अग्रवाल के साथ मारपीट की थी। हालाकि बाद में दोनों मामले में सुलह हो जाने पर फाइल बंद कर दी गई थी। इस बीच शराब कारोबारी संजय केडिया और निकुंज अग्रवाल से पुलिस ने नई तहरीर लेकर पूर्व एमएलसी के खिलाफ कार्रवाई की है।
ऐसे कसा पुलिस ने रामू द्विवेदी पर शिकंजा
रामू के खिलाफ सदर कोतवाली में संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था, लेकिन बाद में मामले की विवेचना कुशीनगर पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई। जहां पुलिस ने प्राणघातक हमला होने का अपराध नहीं पाए जाने पर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। इसके अलावा व्यापारी निकुंज अग्रवाल की पिटाई कर धमकी देने के मामले में भी सुलह हो गई थी। दोनों मामलों की फाइल फिर से खंगालनी शुरु की। कारोबारी संजय केडिया और निकुंज अग्रवाल से पुलिस ने नई तहरीर देकर पूर्व एमएलसी के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी।
एडीजी जोन अखिल कुमार ने एसपी को पत्र भेज कर रामू पर दर्ज मुकदमे, जुड़े लोग और संपत्तियों के बारे में जानकारी मांगी थी। एक दिन पूर्व एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र ने खुद कोतवाली में पूर्व एमएलसी पर दर्ज मामलों के बारे में जानकारी ली। जबकि दूसरी तरफ डीसीआरबी से भी रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया था।
चौरीचौरा थाने के हिस्ट्रीशीटर रामू पर लखनऊ में 1996 से 98 के बीच हत्या के तीन मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा गोरखपुर, देवरिया में उन पर रंगदारी, हत्या की कोशिश जैसी कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है।
पोन्टी चड्ढा के करीबी संजय केडिया से रही है पुरानी अदावत
17 फरवरी 2014 की रात में शहर के भुलौजी कॉलोनी में एमएलसी संजीव द्विवेदी उर्फ रामू के घर पर लग्जरी वाहन में सवार दर्जनभर बदमाशों के द्वारा फायरिंग की घटना हुई थी। उसमें एक युवक घायल हो गया था। इस मामले में पूर्व एमएलसी की तहरीर पर कारोबारी संजय केडिया और श्रीप्रकाश तिवारी पर मुकदमा दर्ज हुआ था। जबकि संजय केडिया की तहरीर पर रामू द्विवेदी पर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का केस दर्ज हुआ था। कोतवाली पुलिस ने पूर्व एमएलसी संजीव द्विवेदी उर्फ रामू व अन्य लोगों पर हत्या के प्रयास और रंगदारी का केस दर्ज किया।
कहा जाता है कि राजनीतिक रसूख के कारण इस मामले कि विवेचना कुछ माह बाद कुशीनगर पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई। रामू इस मामले में कोर्ट से जमानत करा चुके हैं। उधर, व्यापारी निकुंज अग्रवाल की पिटाई कर जान से मारने की धमकी का मामला प्रकाश में आने के बाद भी पुलिस ने उस दौरान केस दर्ज नहीं किया। बाद में मुकदमा दर्ज होने के बाद इस मामले में निकुंज कोर्ट में सुलह कर चुके हैं। पुलिस दोनों मामले की दोबारा जांच कराने के लिए पीड़ित पक्ष से तहरीर लेकर करवाई की है।
अवैध संपत्ति जप्त करने की होगी कारवाई
टॉप 33 माफिया की राज्य में बनी सूची में शामिल रामू द्विवेदी पर शिकंजा कसने की तैयारी में देवरिया पुलिस जुट गई है। उनकी कुछ संपत्तियों के बारे में पुलिस ने ब्योरा तैयार किया है लेकिन अधिकांश भूमि चौरी चौरा थाना क्षेत्र की है। कुछ भूमि गौरीबाजार थाना क्षेत्र में भी है। इनसे जुड़े ऐसे लोग हैं, जिनके पास चंद दिनों में अकूत संपत्ति हो गई है।
इन पर भी पुलिस की खास नजर है। इस मामले की रिपोर्ट एडीजी को भेज दी गई है। उधर, पूर्व एलएलसी रामू द्विवेदी का कहना है कि मेरे खिलाफ दर्ज केस समाप्त हो चुके हैं। देवरिया में जो केस दर्ज है वह राजनीतिक साजिश के तहत है। मुझ पर हमला किया गया और मेरे ही खिलाफ केस दर्ज कर दिया गया। बदले की भावना से पुलिस कार्य कर रही है। वह भी ऐसे समय में जब मैं संक्रमण जैसी गंभीर बीमारियों से जूझते हुए अस्पताल में भर्ती हूं।
पुलिस अधीक्षक श्रीपति मिश्र के मुताबिक, रामू द्विवेदी तथा उनके तीन साथी यहां विभिन्न मुकदमों में वांछित चल रहे थे और उनकी गिरफ्तारी के लिये देवरिया पुलिस लगी हुई थी। देवरिया पुलिस ने पूर्व एमएलसी रामू को लखनऊ के बहुखंडी आवास के पास से गिरफ्तार किया। उनके तीन साथियों कुणाल मल्ल, बजरंगी तिवारी और मनीष मिश्र को भी देवरिया पुलिस ने विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया है। पूर्व एमएलसी पर दर्ज मामलों की छानबीन कराई जा रही है। आपराधिक इतिहास के बारे में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। पहले के दर्ज मामलों में क्या कार्रवाई की गई, इसका ब्योरा भी तैयार किया जा रहा है।