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उत्तर प्रदेश

कितना सुरक्षित है LED टीवी : गाजियाबाद में एलईडी टीवी में ब्लास्ट से किशोर की मौत, पूरा परिवार घायल

Janjwar Desk
5 Oct 2022 6:09 AM GMT
कितना सुरक्षित है lED टीवी : गाजियाबाद में एलईडी टीवी में ब्लास्ट से किशोर की मौत, पूरा परिवार घायल
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कितना सुरक्षित है lED टीवी : गाजियाबाद में एलईडी टीवी में ब्लास्ट से किशोर की मौत, पूरा परिवार घायल

Ghaziabad : अमूमन एलईडी टीवी में ब्लास्ट नहीं होता है। एलईडी टीवी स्क्रीन का जीवनकाल लंबा होता है। किसी शो के बीच में इसका फटना आम बात नहीं है, लेकिन ऐसा रेयर केस हो सकता है।

Ghaziabad : अगर आप अपने घर में एलईडी टीवी ( LED TV ) का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। दिल्ली से सटे गाजियाबाद ( Ghaziabad ) में एलईडी टीवी ब्लास्ट ( LED TV Blast ) से एक किशोर की मौत और 3 लोग घायल होने की खबर है। इस घटना ने सभी को सकते में डाल दिया है। जानलेवा दुर्घटना के बाद से इस बात की चर्चा है कि क्या एलईडी टीवी घरेलू उपयोग के लिए सुरक्षित ( How safe LED TV ) है। क्या एलईडी टीवी कभी भी ब्लास्ट हो सकता है।

रेयर केस में ऐसा हो सकता है ?

जानकारों का कहना है कि दुर्भाग्य से ऐसा हुआ है। अमूमन एलईडी टीवी में ब्लास्ट नहीं होता है। एलईडी टीवी स्क्रीन का जीवनकाल लंबा होता है। किसी शो के बीच में आपका टीवी फटना आम बात नहीं है, लेकिन ऐसा रेयर केस हो सकता है। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि एलईडी टीवी किस कंपनी का था और वो कैसे ब्लास्ट हुआ? लोगों का कहना है कि हो सकता है कि टीवी किसी लोकल कंपनी का हो जो हाई वोल्टेज की वजह से ब्लास्ट हो गया हो।

गाजियाबाद एलईडी ब्लास्ट


सोशल मीडिया पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक एक एलईडी टीवी काम करते समय फट सकता है, अगर इसमें बहुत अधिक पिक्सेल हों या वो बहुत ज्याद गरम हो गया हो। क्षतिग्रस्त पिक्सल लंबे समय तक देखने और गलत तरीके से काम करने का परिणाम जलने या हल्के—फुल्के ब्लास्ट के रूप में सामने आ सकता है। ऐसे में अगर कोई वहां मौजूद है तो जानी नुकसान भी हो सकता है। अमूमन ऐसा होता नहीं है। यही वजह है कि गाजियाबाद की घटना चौंकाने वाली है।

IOT के दुरुपयोग का परिणाम

जानकारों का कहना है कि आजकल ज्यादातर घरों में एलईटी टीवी या स्मार्ट टीवी आईओटी यानि इंटरनेट आफ थिंग्स से जुड़े हैं। ऐसे चीजों का हर घर में जमावड़ा हो गया है। फ्रिज और स्टीरियो स्पीकर से लेकर खिलौने, कार और कपड़े तक इससे जुड़े हैं। विशेषज्ञ इस घटना को इंटरनेट ऑफ थिंग्स का परिणाम भी मान रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आईओटी ने ऑनलाइन कनेक्विटी के जरिए सभी वस्तुओं का एक साथ उपयोग करने की सुविधा दी है। लोग अब स्मार्ट टीवी को इंटरनेट से कनेक्ट करने के लिए आपके होम वाईफाई का उपयोग करते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग इसके नफा नुकसान से वाकिफ नहीं हैं। स्मार्ट टीवी तकनीक प्रेमी उपयोगकर्ताओं को स्ट्रीमिंग सेवाओं, ऑनलाइन गेमिंग और सोशल मीडिया के बीच आसानी से नेविगेट करते हैं। लोग ये काम ठीक उसी तरह करते हैं जैसे वे स्मार्टफोन, टैबलेट या कंप्यूटर पर करते हैं।

आज के स्मार्ट टीवी का उपयोग ईमेल भेजने, वेब ब्राउज़ करने, ऐप्स डाउनलोड करने, ऑनलाइन खरीदारी करने, संगीत एक्सेस करने और निश्चित रूप से अनियंत्रित स्क्रीन सामग्री की एक विशाल श्रृंखला के लिए किया जाने लगा है। यूजर इस मामले में कई पहलुओं का ध्यान नहीं रखते। या आप यूं कहें कि सही जानकारी के अभाव में उनको इस बात का आभास ही नहीं होता है कि इसका नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। लोग शक्तिमान की तरह तकनीकी दम पर हर इच्छाओं को असीमित समय तक लगातार उपयोग करने में लगे हैं। यही वो लापरवाही है जो कभी कभार जोखिम को आमंत्रित करते हैं। स्मार्ट टीवी तकनीक लिहाज से काफी उपयोगी तो है लेकिन सच्चाई यह है कि इससे कुछ जोखिम भी जुड़े हैं। ये अपवाद केस में ब्लास्ट होने से लेकर आपकी निजी जिंदगी गुप्त रूप से एंट्री को आमंत्रित करते हैं।

खतरे में आपकी निजी जिंदगी

एक इंटरनेट कनेक्टेड, वॉयस-सक्षम टीवी को आईओटी के जरिए ट्रैक किया जा सकता है। किसी भी कनेक्टेड डिवाइस की तरह, इनबिल्ट कैमरों, संग्रहीत फ़ाइलों और सोशल मीडिया डेटा तक पहुंच प्राप्त करने के लिए स्मार्ट टीवी को हैक किया जा सकता है। इस मामले में तकनीकी असावधानी की वजह से हैकर्स आपकी निजी जिंदगी में दखल दे सकते हैं। आकपी गुप्त सूचनाओं को सार्वजनिक अपना उल्लू सीधा करने के लिए कर सकते हैं। या आपके डेटा स्टोरेज को डैमेज कर सकते हैं। साथ ही तकनीकी कमियों पर ध्यान न देने की वजह से गाजियाबाद जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं।

Ghaziabad News : बता दें कि गाजियाबाद के हर्ष विहार इलाके में एलईडी टीवी में ब्लास्ट होने से एक किशोर की मौत हो गई है। जबकि उसका दोस्त और एक महिला सहित तीन लोग बुरी तरह से घायल हो गए हैं। तीनों को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस इस घटना की जांच में जुटी है। अभी तक एलईडी टीवी फटने का कारणों का पता नहीं चल पाया है। फिलहाल, टीवी दीवार पर था। अचानक ब्लास्ट होने से दीवार के अलावा घर की छत और बाकी हिस्सा भी डैमेज हुआ है। इस घटना के बाद से इस बात की चर्चा जोरों पर है कि क्या एलईडी टीवी घरेलू उपयोग के लिए सुरक्षित है।

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