Noida News : जेल जाते वक्त श्रीकांत त्यागी बोला, वो महिला मेरी बहन जैसी, मुझसे बड़ी गलती हो गई
श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी पर भड़का त्यागी समाज, गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग, न्याय नहीं मिला तो करेंगे आंदोलन
Noida News : उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) के नोएडा ( Noida ) की ग्रैंड ओमेक्स हाउसिंग सोसाइटी में 5 अगस्त को एक महिला से अभद्रता करने वाले श्रीकांत त्यागी ( Shrikant Tyagi ) और उसके तीन साथियों को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत ( Judicial Custody ) में जेल भेज दिया है। सभी आरोपी फिलहाल नोएडा ( Noida ) की लुक्सर जेल में रहेंगे। गिरफ्तारी के साथ ही बचाव पक्ष की ओर से सभी की जमानत याचिका कोर्ट में दायर की गई है। इस पर आज अदालत में सुनवाई हो सकती है।
गिरफ्तारी के बाद के श्रीकांत को हुआ गलती का अहसास
वहीं मंगलवार देर शाम गिरफ्तारी के बाद जेल जाने से पहले मीडिया से बातचीत में श्रीकांत त्यागी ( Shrikant Tyagi ) ने कहा कि समाज में महिलाओं का स्थान सम्मानजनक स्थिति से देखा जाता है। पीड़ित महिला मेरी बहन जैसी है। मुझसे से गलती हुई है। मैंने, अपनी ही सोसाइटी की महिला से बदतमीजी की। हमें इसका अहसास हो गया है। हमें लगता है कि अगर इस बात के लिए माफी मांगनी पड़े तो हमें माफी मांगनी भी चाहिए। आवेश में आकर हमने उनको अभद्र बोल दिया। हमें बाद में अहसास हुआ कि इस तरह की भाषा का इस्तेमाल हमें किसी के लिए भी नहीं करना चाहिए। जो हुआ, उसका मुझे खेद है। वह महिला मेरी बहन जैसी है।
फरारी के दौरान बदली 15 गाड़ियां
नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने बताया कि ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी की घटना के बाद आरोपी श्रीकांत त्यागी सबसे पहले दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। यहां से फ्लाइट पकड़कर कहीं भागना चाहता था। तब तक अभद्रता का वीडियो काफी वायरल हो चुकी थी। पकड़े जाने के डर से वह एयरपोर्ट के अंदर नहीं घुसा और मेरठ और मुजफ्फरनगर के रास्ते सीधे ऋषिकेश पहुंचा। वहां से ये सहारनपुर होते हुए मेरठ वापस आया। मेरठ में श्रीकांत को बलेनो कार से गिरफ्तार कर लिया गया है। फरारी के दौरान श्रीकांत ने 15 गाड़ियां बदली। मोबाइल भी 6 बार बदला, जिस वजह से ये मुश्किल से पकड़ में आ सका।
खुद को सचिव बताकर गाड़ियों पर लिखवाया यूपी शासन
श्रीकांत ( Shrikant Tyagi) की चार गाड़ियां रिकवर हुई हैं, जिसमें दो फॉर्च्यूनर, एक टाटा सफारी और एक होंडा सिविक हैं। दो गाड़ियों पर इसने फर्जी ढंग से उत्तर प्रदेश सरकार और सरकारी मोनोग्राम छपवा रखा था। पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के जरिए श्रीकांत ने लखनऊ सचिवालय का विधायक लिखा एंट्री पास हासिल कर लिया था। सामान्य तौर पर यह कार एंट्री पास सिर्फ विधायकों को मिलता है। श्रीकांत खुद को उत्तर प्रदेश सरकार में सचिव बताकर रौब दिखाता था, ऐसा नोएडा पुलिस ने दो एफआईआर कॉपी में लिखा है।