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उत्तर प्रदेश

प्रियंका गांधी ने किसानों को आधी दर में बिजली देने की योगी सरकार से की मांग

Janjwar Desk
6 Nov 2020 3:07 PM GMT
प्रियंका गांधी ने किसानों को आधी दर में बिजली देने की योगी सरकार से की मांग
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प्रियंका गांधी ने बुनकरों, दस्तकारों व छोटे उद्योंगों के लिए भी रियायती दर पर बिजली देने की मांग की है। साथ ही बिजली मीटर घोटाले का सच सामने लाने की मांग की है...

जनज्वार, लखनऊ। बढ़ते बिजली बिलों और मीटरों की अनिमितताओं पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बयान जारी किया है। जारी बयान में महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में बिजली के बढ़ते बिलों और बिजली मीटरों का आतंक व्याप्त है। पिछले कुछ वर्षों में बिजली दरों में व्यापक बढ़ोतरी हुई है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यह मांग की है कि किसानों का बिजली बिल तुरंत उत्तरप्रदेश में आधा किया जाए। बिजली मीटर घोटाले का सच सामने लाया जाए। बुनकरों, दस्तकारों, छोटे लघु उद्योगों को बिजली भुगतान में रियायत दी जाए।

उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी ने बयान में कहा कि पिछले आठ साल में ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं की दरों में 500 फीसदी, शहरी घरेलू बिजली की दरों में 84 फीसदी और किसानों को मिलने वाली बिजली की दरों में 126 फीसदी की वृद्धि हुई है। पूरे प्रदेश में बिजली के बढ़ते रेट से हाहाकार मचा हुआ है।

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश तो बिजली मीटरों के लिए प्रयोगशाला बन गया है। बिजली के मीटर कई गुना तेज चलते पाए गए हैं। जिन घरों में ताले लगे हुए हैं, बिजली की कोई खपत नहीं हुई है, उन घरों में सात-आठ हजार रुपये तक का बिल आ रहा है। प्रदेश के कई जिलों में तो यह भी देखा गया कि बिना बिजली के मीटर लगे ही बिल आ गए।

प्रियंका गांधी ने अपने बयान में कहा कि जनता महंगाई की मार से त्रस्त है। छोटे कारोबारियों का व्यापार चौपट हो गया है। किसानों की फसलों की खरीद नहीं हो रही है। बाढ़, ओला एवं प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में उनकी कोई मदद नहीं होती, फसल बीमा योजना बड़ी कम्पनियों की कमाई का साधन बनकर रह गई हैं, ऐसी स्थिति में बिजली के लगातार बढ़ रहे दाम, मीटरों की अनियमितताओं की मार उपभोक्ता अब नहीं सह सकते हैं।

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि इस महामारी में होना तो यह चाहिए कि बिजली बिलों की दरों में बड़े पैमाने पर कमी करके जनता को राहत दी जाती। किसानों के बिजली के बिल माफ किए जाते। बुनकरों, दस्तकारों, छोटे लघु उद्योगों को बिजली बिल भुगतान में रियायत मिलती।

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