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उत्तर प्रदेश

मुंडन संस्कार में शामिल होने जा रहे एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत, भीषण सड़क हादसे में 4 अन्य घायल

Janjwar Desk
17 Nov 2020 11:49 AM GMT
मुंडन संस्कार में शामिल होने जा रहे एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत, भीषण सड़क हादसे में 4 अन्य घायल
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टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में मौके पर ही छह लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोग घायल हो गए, मुंडन संस्कार में जा रहे परिवार पर ऐसी आफत आएगी, ऐसा किसी ने सोचा भी नहीं था....

सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर स्थित रक्सेल गांव निवासी एक ही परिवार के छह सदस्यों की मौत से मातम छा गया। परिवार के सदस्य एक मुंडन संस्कार में शामिल होने जा रहे थे। हादसे के बाद घर पर परिवार का कोई सदस्य नहीं था। रिश्तेदारों व पड़ोसियों के पास आए एक फोन कॉल ने खुशी के माहौल को गम में बदल दिया। हादसे की सूचना मिलते ही जो जहां था, वहां से अस्पताल के लिए निकल पड़ा।

घर पर सन्नाटा पसरा था। गांव के लोग घर पर आते तो दिखे, लेकिन परिवार के किसी भी सदस्य के नहीं होने के कारण लौट जा रहे थे। सोमवार की भोर में रक्सेल गांव निवासी राजेंद्र के बेटे मनील के लड़के के मुंडन संस्कार के लिए उनकी पत्नी, बेटा, बेटी, मां, बहन भाई सहित 10 लोग कार में सवार होकर बिहार के मैरवा जा रहे थे। इस दौरान सदर थानाक्षेत्र के नौगढ़-बर्डपुर मार्ग पर स्थित बढ़या गांव के पास कार पुलिया से टकरा गई।

टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में मौके पर ही छह लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोग घायल हो गए। मुंडन संस्कार में जा रहे परिवार पर ऐसी आफत आएगी ऐसा किसी ने सोचा भी नहीं था। इस कार्यक्रम को लेकर राजेंद्र के परिवार में काफी चहल-पहल थी। काफी दिनों से इसकी तैयारी चल रही थी।

मनील सोमवार को भोर में करीब चार बजे घर से मैरवा के लिए कार से निकला था। लेकिन किसको पता था कि खुशियों का पल मातम में बदल जाएगा। परिवार के छह सदस्यों की मौत की खबर ने रक्सेल गांव के लोगों को हिलाकर रख दिया। वहीं परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।

मनील के पिता राजेंद्र हादसे के बाद से ही बदहवास हो गए हैं। उन्होंने कहा कि चंद मिनटों में ही मेरा पूरा संसार उजड़ गया। वहीं दूसरी तरफ चिल्हिया थानाक्षेत्र की रमवापुर निवासी कलावती अपने भतीजे के मुंडन संस्कार में मैरवा जा रही थी। लेकिन किसको पता था कि भतीजे के मुंडन का नेग मिलने की जगह उसको मौत मिल जाएगी।

कलावती के तीन बेटे श्रीराम, वीरेंद्र, अंकित और दो बेटी बबिता, सविता हैं। इसमें बड़े बेटे की शादी हुई है। बाकी चारों बच्चों की शादी नहीं हुई है। मौत की खबर मिलने के बाद परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।

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