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कानपुर : अवैध निर्माण के चलते ढही तीनमंजिला इमारत, मजदूर की मौत के बाद मालिक सहित 3 हिरासत में
प्रतीकात्मक फोटो
जनज्वार। कानपुर के कुलीबाजार में तीन मंजिला इमारत ढह गई। इमारत के ढहने के पीछे पूरे तौर पर केडीए के अफसरों की जिम्मेदारी है। पिछले डेढ़ साल से यहां चल रहे अवैध निर्माण की शिकायत की जा रही थी। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई। और तो और ठेकेदार ने रात भर जेसीबी चलवाकर 60 फ़ीट गहरी जमीन खोद डाली, जिसकी वजह से बगल की इमारत की नींव कमजोर हुई और ढह गई।
अवैध रूप से बन रही इस बिल्डिंग में राहत बचाव कार्य के दौरान एक व्यक्ति मृत अवस्था में निकाला गया है। मृतक की पहचान हो चुकी है। वह बिल्डिंग के कारखाने में काम करने वाला एक मजदूर का शव है। शव बरामद होने के बाद हरकत में आई पुलिस ने बिल्डिंग के मालिक अमित जैन, ठेकेदार विकास शुक्ला सहित डवलपर विकास जैन को हिरासत में ले लिया है। परिजनों की तहरीर के बाद आगे की कार्यवाही की जा रही है।
ढह चुकी इमारत में कारखाना चलाने वाले अनुज अवस्थी का कहना है कि 'पिछले साल फरवरी से बिल्डिंग के निर्माण का काम चल रहा है, और तभी से इसका बेसमेंट भी खोदा जा रहा है। इस दौरान कई बार इसकी शिकायत केडीए में की गई, लेकिन न सुनवाई हुई और न ही काम ही रुका।'
आरोप यह भी लग रहे कि केडीए अफसरों ने एक मोटी रकम लेकर अवैध बिल्डिंग से आंखें ही बंद कर लीं। रात के अंधेरे में जेसीबी चलती रही, और खुदाई होती रही। और तो और लॉकडाउन में भी काम चलता रहा। इससे बिल्डिंग मालिकों की ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिकायत मिलने के बाद भी हाथ पर हाथ धरे बैठे अफसर कल रात के हादसे का इंतजार करते रहे।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने जनपद कानपुर नगर के अनवरगंज क्षेत्र में एक भवन गिरने से उसमें लोगों के दबे होने की घटना का संज्ञान लिया है।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 23, 2020
मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर बचाव व राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
कुलीबाजर में इस अवैध निर्माण की सूचना नजदीकी थाना, नगर निगम व प्रशाशन तक को दी गई। उन्हें बताया गया था कि जो बिल्डिंग कल रात गिरी उसके गिरने की आशंका है, लेकिन जिम्मेदार बिल्कुल नहीं जागे। सोमवार 23 नवंबर को चार बजे भी अनवरगंज थाने में सूचना दी गई, लेकिन दरोगा छोड़िए बीट का एक सिपाही तक झांकने नहीं आया।
अनुज अवस्थी ने बताया कि तमाम शिकायतों के बाद इस अवैध निर्माण पर किसी ने ध्यान नहीं दिया तो कोर्ट में परिवाद दाखिल किया गया था। कोर्ट को बताया गया था कि बगल की बिल्डिंग के ढहने की आशंका है इसलिए वहां कोई निर्माण ना कराया जाए। 2020 की 6 जून को कोर्ट ने रोक लगाई थी, जिसकी प्रति केडीए और प्रशासन सहित सभी जिम्मेदारों को दी गई थी, बावजूद इसके खुदाई का काम नहीं रुका, बल्कि और तेज हो गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुलीबाजार लोहामंडी में तीन मंजिला इमारत का हिस्सा ढहने की घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने तत्काल अधिकारियों से मौके पर पहुंचकर राहत कार्य करने का निर्देश जारी किया है। साथ ही घायलों के समुचित इलाज का आदेश भी दिया है।
डीआईजी डॉ प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि 'पुलिस के साथ एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर मौजूद है। आसपास के लोगों ने कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई है। टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। हादसे में जो भी जिम्मेदार होंगे, उनपर कार्रवाई की जाएगी।'