Dehradun News: हरीश रावत ने साधा भाजपा पर निशाना, अग्निवीर आरक्षण पर दी स्थिति स्पष्ट करने की चुनौती
Dehradun News: हरीश रावत ने साधा भाजपा पर निशाना, अग्निवीर आरक्षण पर दी स्थिति स्पष्ट करने की चुनौती
Dehradun News: हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार दिए जाने के आश्वासन पर आठ साल पहले केन्द्र की सत्ता पर काबिज हो चुकी मोदी सरकार की रोजगार मुद्दे पर असफलता के बाद भी राज्य सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार के नाम पर बरगलाने के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री ने मुंह खोल दिया है। विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद से ही प्रदेश सरकार पर मुखर रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अब राज्य सरकार को रोजगार के मुद्दे पर घेरते हुए उसके द्वारा सेवानिवृत अग्निवीरों को आरक्षण की भी पोल खोली है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश सिंह रावत ने आरोप है कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद उत्तराखंड राज्य में अठारह हजार लोग अपना रोजगार खो चुके हैं, जिसमें दस हजार युवा हैं। उत्तराखंड जैसे सैन्यबहुल्य राज्य में केंद्र की अग्निपथ योजना पर को सवाल खड़े करते हुए कांग्रेस नेता रावत ने इसे उन पचास हजार युवाओं के साथ फर्जीवाड़ा करार दिया है मेडिकल और फिजिकल टेस्ट देने के बाद अब अपनी नौकरी पर जाने की प्रतीक्षा कर रहे थे। रावत ने कहा कि अब सरकार नई स्कीम के तहत फिर से भर्ती कराने की बात कर रही है। जिससे सेना भर्ती के दौरान मेडिकल और फिजिकल टेस्ट निकाल चुके युवाओं के सपने एक झटके में धराशाई हो गए हैं।
दिग्गज कांग्रेसी नेता ने केन्द्र सरकार से सवाल किया कि उत्तराखंड और हरियाणा जैसे राज्य जहां सेना में भर्ती होना एक गर्व की बात है, में 21 साल की उम्र में रिटायर होने के बाद युवाओ के पास क्या विकल्प बचेगा ? उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सेवानिवृत अग्निवीरों को आरक्षण दिए जाने के बयान पर सवाल उठाते हुए रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री युवाओं को इस बात को भी बताएं कि संवैधानिक रूप से पचास प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की बाध्यता होने के बाद वह अग्निवीरों को अतिरिक्त आरक्षण कहां से सकेंगे। जबकि देश का कोई ऐसा राज्य नहीं है जहां 48-50 प्रतिशत के आस-पास भी आरक्षण दिया जा रहा हो।
कांग्रेस नेता ने राज्य में सड़कों व बदहाल चिकित्सा व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए भी धामी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के चौकस होने का दावा करने वाली सरकार बताए कि चारधाम यात्रा में 200 लोगों की मौत चिकित्सा के अभाव में क्यों हुई, चिकित्सा के ऐसे जरूरतमंद लोगों को चिकित्सा सेवाएं क्यों नहीं दी गईं ?
कांग्रेस नेता ने विधानसभा चुनाव में अपनी हार के लिए पार्टी की तरफ से लिए गए फैसले में कमी को बताया। रावत के अनुसार अगर पार्टी मुझे चुनाव लड़वाना चाहती थी, तो मुझे मेरी पसंद की रामनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़वाना चाहिए था। पार्टी ने दो दिन में ही रामनगर की जगह मुझे लालकुआं से चुनाव लड़ने भेज दिया, जिसे जनता ने पंसद नहीं किया। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के एक प्रमुख कारक "मुस्लिम यूनिवर्सिटी निर्माण को लेकर चले विवाद" को भी उन्होंने हार का बड़ा कारण बताया और कहा कि यह भाजपा की तरफ से उनके खिलाफ शुरू किया गया यह एक प्रोपेगैंडा था।
जिसकी पार्टी की ओर से ढंग से काट नहीं की गई। उन्होंने कहा, मुस्लिम यूनिवर्सिटी के निर्माण को लेकर मेरे खिलाफ भाजपा ने झूठा प्रोपेगंडा शुरू किया था। इसी को आधार बनाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ ही अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने मुझ पर हमला किया कि भाजपा जहां जनता को मुफ्त राशन दे रही है तो वहीं कांग्रेस मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनवा रही है। यहां भी पार्टी ने गलत लाइन लेते हुए आगे आकर कुछ भी बोलने से यह कहकर मना कर दिया कि जनता कहीं यह न सोच बैठे कि भाजपा जो कह रही है वह पूरी तरह सच है।