Dehradun News: पिथौरागढ़ के इस विधायक मयूख महर ने की यह पहल, हर जगह हो रही है वाहवाही
Dehradun News: उत्तराखंड में नई विधानसभा का गठन होने के बाद विधानसभा के सदस्यों ने अपने अपने एजेंडे पर काम कर दिया है। लेकिन इस बीच विपक्षी कांग्रेस पार्टी के एक विधायक ने जो अनोखी पहल की है, उसकी चर्चा प्रदेश से बाहर तक होने लगी है। राज्य के सीमावर्ती पिथौरागढ़ क्षेत्र के विधायक मयूख महर ने सरकारी नौकरी की तैयारी में जुटे युवाओं के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय मॉक परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। मॉक परीक्षा में प्रथम पांच स्थान पर रहने वाले युवाओं को वह स्कॉलशिप भी देंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए पिथौरागढ़ के विधायक मयूख महर यह पहल इसलिए कर रहे हैं जिससे संसाधनों व जानकारी के अभाव में इन परीक्षाओं से वंचित रहने वाले युवाओं को राह दिखाई जा सके।
हालिया विधानसभा चुनाव में सीमावर्ती विधानसभा पिथौरागढ़ से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर निर्वाचित हुए मयूख महर इससे पहले अपने से मिलने आने वालों के लिए फूलों का गुलदस्ते के स्थान पर पुस्तकें लाने का आह्वान कर चुके हैं। अब पिथौरागढ़ के इस विधायक ने अब प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए यह पहल करने की बात कही है।
अपनी इस पहल के तहत मयूख प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए हर दो माह में राज्यस्तरीय मॉक परीक्षा का आयोजन कराएंगें और इसमे सफल रहने वाले पांच युवाओं को सम्मानजनक स्कालरशिप और प्रतियोगी पुस्तकें भेंट करेंगे।
मयूख ने अपने सोशल मीडिया पेज पर बाकायदा इसकी घोषणा करते हुए इच्छुक युवाओं से एक वाट्सएप नंबर पर जारी करते हुए उस नंबर पर अपना रजिस्ट्रेशन कराने को कहा है।
युवाओं की मदद के लिए बढ़ाए गए अपने हाथ को मिली प्रेरणा के बारे में मयूख ने खुद अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा है कि "80 के दशक में UPSC परीक्षा की तैयारी करते वक्त एक कमी जो मुझे हमेशा महसूस होती रही वह थी परीक्षा से पूर्व अपनी तैयारी का आंकलन करने के लिए जरूरी संसाधनों की कमी।"
आगे मयूख बताते हैं कि चुनाव अभियान से पूर्व और चुनाव नतीजों के बाद पिथौरागढ़ के हजारों युवाओ से मिलना हुआ। इन सभी युवाओं ने बताया कि वह पुलिस कॉन्स्टेबल, एसआई, पटवारी, वीडीओ, यूके-पीसीएस जैसे राज्यस्तरीय परीक्षाओं के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं यूपीएससी, एसएससी, बैंक, आर्मी आदि एग्जाम की तैयारी में शिद्दत से जुटे है। लेकिन परीक्षा की तैयारियों के लिए उनके पास कोई मार्गदर्शन न होने के कारण से उन्हें परीक्षाओं को निकालने में परेशानी होती है।
मयूख महर ने बताया कि पहाड़ के युवाओं के अंदर भी प्रतिभा कूट कूटकर भरी है। लेकिन केवल संसाधनों के अभाव में ही उनकी प्रतिभा निखर नहीं पाती। युवाओं के सारे सपने धराशाई होकर दम तोड़ देते हैं। वह खुद भी इसके भुक्तभोगी हैं। पैसे वाले युवा तो फिर भी बड़े शहरों में कोचिंग आदि लेकर किसी तरह अपनी जगह बनाने में सफल हो जाते हैं। लेकिन गरीब परिवारों के अधिकांश बच्चों के लिए यह संभव नहीं होता। इसी हताशा व निराशा के भाव में युवा कुंठित होकर नशे की गर्त में चले जा रहे हैं। जिससे हमारी पीढ़ी की पीढ़ी खतरनाक नशे के जंजाल में फंसकर निश्चित तबाही और बर्बादी की ओर जा रही है।
मयूख का कहना है कि इस स्थिति के लिए युवाओं को कोसना और उनके नकारेपन को ही इसका जिम्मेदार ठहराना बेहद आसान रास्ता था। युवाओं की असफलता का ठीकरा युवाओं पर ही फोड़ना भी प्रचलन में है। लेकिन इन युवाओं की परेशानी को समझकर उनके रास्ते में आने वाली रुकावटों को दूर करने का काम बेहद मुश्किल भरा था। मैंने पहले रास्ते की जगह दूसरा मुश्किल भरा रास्ता चुना है।
मैंने युवाओं की इन परेशानी को अपने लिए चुनौती के रूप में लेते हुए अष्टमी के अवसर पर सरकारी नौकरी की तैयारी में जुटे इन हजारों युवाओ के लिए प्रत्येक दो माह में एक अच्छे राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय मॉक परीक्षा का आयोजन "स्वतंत्रता सैनानी स्व. लक्ष्मण सिंह महर जी" के नाम पर करवाने की घोषणा की है। इन मॉक परीक्षाओं में प्रथम 5 स्थान हासिल करने वाले युवाओं को मैं अपने व्यक्तिगत खर्चे से उस माह में सम्मानजनक स्कॉलरशिप राशि व प्रतियोगी पुस्तकें भेंट करूँगा।
मेरी कोशिश रहेगी कि मैं युवाओं के इतने बड़े संघर्ष में कहीं अपना छोटा सा योगदान दें कर उनके संघर्षों का साथी बन सकूं। शहर के युवाओं को क़िताबों के पास और नशे से दूर रखना भी इस अभियान का हिस्सा रहेगा।
मयूख ने मॉक टेस्ट में प्रतिभाग करने के इच्छुक युवाओं के लिए 7409977777 वाटसएप नंबर जारी करते हुए कहा है कि ऐसे युवा इस नंबर पर अपना रजिस्ट्रेशन करवा लें।
विधायक मयूख महर की इस पहल का तमाम जगह स्वागत हो रहा है। कई लोगों ने उनकी इस पोस्ट को शेयर करते हुए उनके इस कदम की सराहना की है।