Nainital News : अंकिता हत्याकांड की धमक हाईकोर्ट में, उच्च न्यायालय ने एसआईटी को स्टेटस रिपोर्ट के साथ किया तलब, बढ़ सकती हैं विधायक रेणु बिष्ट की मुश्किलें
Nainital News In Hindi। उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता हत्याकांड की गूंज उत्तराखंड के उच्च न्यायालय तक पहुंच गई है। कोर्ट ने एसआईटी को लेटेस्ट स्टेटस रिपोर्ट के साथ तलब कर लिया है। न्यायालय के दखल की वजह से माना जा रहा है कि संदिग्ध परिस्थितियों में आरोपी के रिजॉर्ट पर बुलडोजर से हुई तोड़फोड़ के मामले में यमकेश्वर की भाजपा विधायक रेणु बिष्ट की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। आशुतोष नेगी की ओर से न्यायालय में यह याचिका दायर की गई है। बता दे कि यह वही आशुतोष नेगी हैं, जिन्हें अंकिता हत्याकांड में धारदार रिपोर्टिंग के लिए जान से मारने की धमकी मिल चुकी है।
अंकिता हत्याकांड में एसआईटी की जांच से असंतुष्ट व आरोपियों के प्रति बरती जा रही कथित ढिलाई से नाराज आशुतोष नेगी की ओर से उत्तराखंड उच्च न्यायालय में दायर इस याचिका में अंकिता हत्याकांड की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) से हटाकर सीबीआई से कराने लेकिन यदि सीबीआई जांच संभव न हो तो पूरे प्रकरण की जांच न्यायालय की निगरानी में कराए जाने की गुहार लगाई गई है।
इस याचिका पर पहली सुनवाई गुरुवार को उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय मिश्रा की एकल पीठ में हुई। याचिकाकर्ता आशुतोष नेगी ने बताया कि उनकी याचिका की पैरवी वरिष्ठ अधिवक्ता नवनीश नेगी द्वारा की जा रही है। सुनवाई के दौरान न्यायालय ने प्रथमदृष्टया एसआईटी की जाँच से असंतुष्ट होते हुये तथा स्थानीय भाजपा विधायक रेणु बिष्ट द्वारा क्राइम सीन वनन्तरा रिसोर्ट को आधी रात को बुलडोजर से तुड़वाने का कड़ा संज्ञान लेते हुये एसआईटी से वर्तमान तक की सम्पूर्ण केस डायरी के साथ स्टेटस रिपोर्ट तलब की है। इसके साथ ही न्यायालय ने इस मामले में अगली सुनवाई की तिथि 3 नवम्बर तय की है।
यहां बता दे कि अंकिता हत्याकांड के बाद प्रदेश भर में फैले रोष के बाद हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुल्कित आर्य के वनंनत्रा रिजॉर्ट पर आधी रात को पहुंचे एक बुलडोजर ने रिजॉर्ट में कार्यरत अंकिता के कमरे सहित कुछ हिस्सों में तोड़फोड़ की थी। बुलडोजर पॉलिसी से उत्साहित मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर इसका श्रेय खुद लेने की कोशिश भी की थी। लेकिन जब अगले दिन कुछ लोगों ने इस तोड़फोड़ की आड़ में रिजॉर्ट में मौजूद नष्ट करने की आशंका जताई तो बुलडोजर का श्रेय लेने वाले लोगों को सांप सूंघ गया था। प्रशासन का हर अधिकारी बुलडोजर की इस जिम्मेदारी से बचने लगा था। बाद में बुलडोजर कार्यवाही कराने की सुईं यमकेश्वर की स्थानीय भाजपा विधायक रेणु बिष्ट पर आकर अटक गई थी।