रामकथा के दौरान हुआ बड़ा हादसा, टैंट गिरने से 14 लोगों की मौत 50 अन्य घायल
बारिश के बाद पंडाल में करंट फैल गया था और अफरातफरी मच गई। इस अफरातफरी में भी लोग हताहत हुए। स्थानीय लोगों का तो यह भी कहना है कि कई मौतें करंट लगने से हुई है....
जनज्वार। राजस्थान के बाड़मेर में रामकथा के दौरान टैंट गिरने से हुए भयानक हादसे में 14 लोगों के मरने की खबर है, जबकि तकरीबन 50 अन्य लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर आ रही है।
जानकारी के मुताबिक राजस्थान के बाड़मेर में आज 23 जून को टैंट लगाकर रामकथा का आयोजन किया जा रहा था, उसी दौरान अचानक बारिश और तूफान से पंडाल गिर गया, जिसके चलते 14 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और दर्जनों अन्य जीवन और मौत के बीच झूल रहे हैं।
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक रामकथा का आयोजन बाड़मेर में रानी भात्यानी मंदिर के प्रांगण में टैंट लगाकर किया जा रहा था और इसमें हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। हादसे में घायल हुए दर्जनों लोग अस्पतालों में भर्ती हैं, जिनमें से कई की हालत नाजुक बनी हुई है। कहा जा रहा है मरने वालों की संख्या 14 से कहीं ज्यादा हो सकती है। स्थानीय लोगों के मुताबिक हादसास्थल पर 200 फीट का लोहे का पंडाल लगाया गया था, जिसमें एक हजार से भी ज्यादा लोग बैठकर रामकथा सुन रहे थे।
बाड़मेर में जहां यह हादसा हुआ है वह जगह जयपुर से लगभग 500 किलोमीटर दूर है। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने हादसास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव अभियान का काम शुरू करवाया, अभी भी राहत और बचाव कार्य जारी है।
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक बारिश के चलते पंडाल के आसपास काफी कीचड़ भी हो गया था। यह भी बताया जा रहा है कि बारिश के बाद पंडाल में करंट फैल गया था और अफरातफरी मच गई। इस अफरातफरी में भी लोग हताहत हुए। स्थानीय लोगों का तो यह भी कहना है कि कई मौतें करंट लगने से हुई है।
इस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है, 'राजस्थान की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ है और मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर अफसोस जताया कि, 'जसोल, बाड़मेर में रामकथा के दौरान टैंट गिरने से हुए हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने की जानकारी अत्यंत दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण है। ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करने, शोकाकुल परिजनों को सम्बल देने की प्रार्थना है। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।'
राजस्थान सरकार के मुताबिक, स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव का कार्य तत्परता से किया जा रहा है। सम्बंधित अधिकारियों को हादसे की जांच करने, घायलों का शीघ्र उपचार सुनिश्चित करने तथा प्रभावितों एवं उनके परिजनों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए गए हैं।
घटना के बाद पुलिस हादसे के कारणों की जांच कर रही है। हादसे के पीछे आयोजकों की लापरवाही सबसे बड़ा कारण मानी जा रही है।