Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा को कोर्ट से बड़ा झटका, अवैध करार दी गई 2017 की चुनावी जीत

Nirmal kant
12 May 2020 2:45 PM GMT
गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा को कोर्ट से बड़ा झटका, अवैध करार दी गई 2017 की चुनावी जीत
x

हाईकोर्ट के जज परेश उपाध्याय ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई के बाद फैसला सुनाया। दरअसल 2017 में अहमदाबाद जिले के अंदर आने वाली ढोलका सीट से भूपेंद्र सिंह के सामने कांग्रेस के अश्विन राठौड़ थे जिन्हें 327 वोटों से मात मिली थी....

जनज्वार ब्यूरो। गुजरात की हाईकोर्ट से शिक्षामंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा को तगड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने आज को 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में ढोलका निर्वाचन क्षेत्र से उनकी चुनावी जीत को अवैध करार दे दिया है। उनके प्रतिद्वंद्वी अश्विन राठौड़ ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ गुजरात हाई कोर्ट ने चुनावी याचिका दायर करते हुए आरोप लगाया था कि भूपेंद्र सिंह ने अनुचित तरीकों से विधानसभा चुनाव जीता है।

हाईकोर्ट के जज परेश उपाध्याय ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई के बाद फैसला सुनाया। दरअसल 2017 में अहमदाबाद जिले के अंदर आने वाली ढोलका सीट से भूपेंद्र सिंह के सामने कांग्रेस के अश्विन राठौड़ थे जिन्हें 327 वोटों से मात मिली थी।

संबंधित खबर : राजद्रोह कानून को BJP ने बनाया झुनझुना, ‘रुपाणी की जगह कोई और हो सकता मुख्यमंत्री’ लिखने वाले पोर्टल पर 124 A लगा

सके बाद राठौड़ ने भूपेंद्र सिंह की जीत को चुनौती देते हुए याचिका दायर की थी। चुनाव याचिका में राठौड़ ने आरोप लगाया था कि भूपेंद्र सिंह ने चुनाव की प्रक्रिया के विभिन्न चरणों में, विशेष रूप से वोटों की गिनती के समय भ्रष्ट आचरण अपनाया और नियमों का उल्लंघन किया।

राठौड़ ने अपनी याचिका में कहा था कि रिटर्निंग ऑफिसर और ढोलका के डेप्युटी कलेक्टर धवल जानी ने बैलट पेपर की काउंटिंग से छेड़छाड़ करके भूपेंद्र सिंह को विजेता घोषित किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी ने काउंसिंग की प्रक्रिया का पालन नहीं किया था और 429 पोस्टल बैलट वोट रद्द कर दिए थे।

मामले में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पाया था कि वोटों की गिनती की प्रक्रिया में भारी अनियमितता बरती गई। अधिकारी धवल जानी काउंटिंग सेंटर के अंदर फोन पर बात करते देखे गए थे। इसका वीडियो भी सबूत के तौर पर कोर्ट में पेश किया गया था। दोनों पक्षों के गवाहों के बयान लेने के बाद रिटर्निंग ऑफिसर धवल जानी का तबादला हाईकोर्ट के आदेश से किया गया था।

संबंधित खबर : गुजरात- कोरोना महामारी के बीच आदिवासियों की जमीन छीनने पहुंची सरकार, ट्विटर ट्रेंड बना ‘BJP हटाओ केवडिया बचाओ’

धर शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वह हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। वहीं हाईकोर्ट के फैसले के कुछ ही मिनटों बाद कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने दो ट्वीट किए। इनमें से एक में उन्होंने सत्यमेव जयते और दूसरे में लिखा कि गुजरात के कानून मंत्री ने गलत तरीके से चुनाव जीता। बता दें कि भूपेंद्र सिंह विजय रूपाणी सरकार में अभी शिक्षा , कानून एवं न्याय, विधायिका और संसदीय मामलों आदि विभागों के प्रभारी हैं।

Next Story

विविध