Begin typing your search above and press return to search.
मध्य प्रदेश

बैल बनकर बैलगाड़ी खींचने को मजबूर हुआ मजदूर क्योंकि रास्ते में भूख-प्यास से मर गया एक बैल

Nirmal kant
13 May 2020 9:52 AM GMT
बैल बनकर बैलगाड़ी खींचने को मजबूर हुआ मजदूर क्योंकि रास्ते में भूख-प्यास से मर गया एक बैल
x

बैलगाड़ी में एक तरफ बैल है तो दूसरी तरफ इंसान बैल बनकर बैलगाड़ी का खींचे जा रहा है, वहीं बैलगाड़ी पर परिवार के दो अन्य सदस्य सवार हैं जो महू से पत्थर मुंडला गांव के लिए निकले हैं, सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही तस्वीर....

इंदौर से संदीप पौराणिक की रिपोर्ट

जनज्वार ब्यूरो, इंदौर। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए उठाए गए एहतियाती कदमों के कारण काम धंधे बंद हैं और लोग घरों को लौटने के लिए बेताब हैं। घरों को लौटते मजदूरों की तस्वीरें जो सामने आ रही हैं वह दिल दहला देने वाली हैं। ऐसी ही एक तस्वीर इंदौर के महू से सामने आई है, जहां इंसान ही बैलगाड़ी में बैल बनकर उसे खींचे जा रहा है।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं जो इंदौर के महू की बताई जा रही है। इस बैलगाड़ी में एक तरफ बैल है तो दूसरी तरफ इंसान बैल बनकर बैलगाड़ी का खींचे जा रहा है, वहीं बैलगाड़ी पर परिवार के दो अन्य सदस्य सवार हैं जो महू से पत्थर मुंडला गांव के लिए निकले हैं।

संबंधित खबर : ‘पास’ होने के बाद भी बॉर्डर पार नहीं करने दिया छत्तीसगढ़ पुलिस ने, तबीयत बिगड़ने से सड़क पर ही हो गई हार्ट पेशेंट की मौत

म्माली का काम करने वाले व्यक्ति का नाम राहुल बताया जा रहा है और वह अपने परिवार के साथ महू में रहकर रोजी-रोटी कमाया रहा था, मगर कोरोना महामारी के कारण सारे काम धंधे बंद हो गए, स्थितियों में उसके लिए वक्त काटना मुश्किल हो गया पूंजी भी खत्म होती गई। बढ़ते आर्थिक संकट के बीच उसने अपने एक बैल को ही बेच दिया, फिर उसे लगा कि अब महू में रहना उसके लिए मुश्किल हो जाएगा, लिहाजा उसने अपने गांव लौटने का मन बना लिया।

श्रमिक परिवार बैलगाड़ी से ही अपने गांव की तरफ निकल पड़ा। एक बैल होने पर दूसरे बैल की भूमिका परिवार के सदस्य निभा रहे है। रास्ते में मीडिया से जुड़े लोगों ने उससे बात की तो उसका यही कहना था कि एक ही बैल उसके पास है तो उसके पास ऐसा करने अर्थात बैल की तरह बैलगाड़ी को आगे खींचने के अलावा केाई दूसरा रास्ता नहीं है।

संबंधित खबर : मध्यप्रदेश-160 किलोमीटर पैदल चलने के बाद मजदूर की पत्नी ने सड़क किनारे दिया बच्चे को जन्म

रिवार में कुल तीन सदस्य हैं जिसमें दो पुरुष हैं। वे दोनों बारी-बारी से बैल बनकर गाड़ी को खींचे जाते हैं। एक बैल की जगह नथकर गाड़ी खींचता है तो दूसरा सहयोग करता है। जब यह दोनों थक जाते हैं तो महिला भी बैल की भूमिका निभाने लगती है।

बैलगाड़ी में एक तरफ बैल की जगह इंसान के होने का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं मगर इसकी आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि करने को तैयार नहीं है। इस वीडियो को तमाम लो साझा भी कर रहे हैं।

Next Story

विविध