5 साल के संघर्ष के बाद डाईकिन एयर कंडीशनिंग मजदूर यूनियन को मिली मान्यता
यूनियन गठन होने पर डाईकिन एयर कंडीशनिंग मज़दूर यूनियन, नीमराणा (अलवर) को प्रबन्धक द्वारा प्रदान की गई मान्यता...
जनज्वार। बुधवार 5 सितंबर को डाईकिन एयर कंडीशनिंग मज़दूर यूनियन द्वारा कंपनी गेट पर झंडारोहण का कार्यक्रम किया गया था। किसी भी तरह का बाउंड्री स्टे नहीं होने के बावजूद भी कंपनी गेट से 500 मीटर पहले ही झंडा लगाने जा रहे करीब 500 मजदूरों को पुलिस ने रोक दिया।
प्रबन्धक से बातचीत के लिए 10 लोगों की कमेटी बनाई गई, जिसमें डाइकिन यूनियन के अध्यक्ष रुक्मुद्दीन, महासचिव दौलत राम, मनमोहन सिंह, होंडा टपूकड़ा से सुरेन्द्र किरडोलिया, हीरो मोटोकॉर्प से शुक्ला जी और भीम राव, कानूनी सलाहकार अमित, समाजसेवी अनिता चौधरी, मारुति मानेसर से धीरेंद्र तिवाड़ी, मजदूर सहयोग केंद्र से रामनिवास, टोयडा से अनिल, डाइकिन कंपनी प्रबन्धक और प्रशासन के अधिकारियों के बीच करीब 2 घण्टे बातचीत हुई। इस बातचीत के बाद प्रबन्धक ने यूनियन को मान्यता प्रदान की।
दिनभर कंपनी गेट पर झंडा लगाने को लेकर प्रबन्धक और यूनियन की ओर से पत्रों का आदान प्रदान होता रहा, लेकिन प्रबन्धक झंडा लगाने में सहमत नहीं हुआ। अंत में शाम को 7 बजे यूनियन के पदाधिकारियों ने झंडा उठाया और आगे बढ़ गए, जिसके चलते पुलिस ने यूनियन के अध्यक्ष रुक्मुद्दीन और महासचिव दौलत राम को गिरफ्तार कर लिया।
उल्लेखनीय है कि डाइकिन एयर कंडीशनिंग इंडिया प्रा. लि., नीमराना, अलवर के कर्मचारी पिछले 5 सालों के लगातार जमीनी और कानूनी संघर्ष के बाद अंततः यूनियन गठन करने में सफल हुए हैं, जिसको राजस्थान सरकार के श्रम विभाग द्वारा पंजीकरण संख्या JP/ARTU/28/2018 से 29.08.2018 को पंजीकृत किया गया है।
पंजीकरण में कई अड़चने आईं। राजस्थान हाई कोर्ट जयपुर के आदेश के बाद यूनियन का पंजीकरण किया गया। इस कार्यक्रम में डाईकिन कंपनी के सभी मज़दूरों ने उत्साह के साथ भाग लिया। साथ में नीमराना, टपूकड़ा, बावल, धारूहेड़ा, मानेसर, गुड़गांव औद्योगिक क्षेत्र के अलग अलग कंपनियों से यूनियन प्रतिनिधि और मज़दूर कार्यक्रम में शामिल हुए।
मारुति मानेसर प्लांट, मारुति गुड़गांव प्लांट, मारुति पॉवरट्रेन, हौंडा टपूकड़ा प्लांट, हीरो मोटोकॉर्प गुड़गांव प्लांट, टोयोडा गोसाई नीमराना प्लांट, रुचि बियर नीमराना प्लांट, स्योंन अल्ट्रा वियर नीमराना प्लांट से यूनियन प्रतिनिधि और मज़दूर, मज़दूर सहयोग केंद्र, क्रांतिकारी नौजवान सभा, कलेक्टिव, पिंजरा तोड़, एटक, सीटू, भीम आर्मी आदि संगठनों के साथी, समाजसेवी अनिता चौधरी, कांग्रेस नेता ललित यादव आदि ने डाईकिन मज़दूरों का साथ दिया और हौसला बुलंद किया।
सभा में वक्ताओं ने यूनियन और मज़दूर आंदोलन के सामने मौजूद चुनौतियां और संघर्ष को आगे बढ़ाने के दिशा पर चर्चा की। उल्लेखनीय है कि यूनियन पंजीकरण होने के बाद ही कंपनी प्रबंधन ने अभी तक 9 मज़दूरों को देश के अलग अलग राज्यों में प्रतिनियुक्ति कर दिया है, जिनमें यूनियन प्रतिनिधि श्रवण, खेताराम, अरसद खान भी शामिल है।
ऐसे ही डाईकिन यूनियन के फाइल जमा होने पर यूनियन के वर्तमान अध्यक्ष रुक्मुद्दीन और महासचिव दौलत राम को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। इसके पहले मनमोहन सिंह, अनिल राणा, अनिल दत्त, पंकज सहित करीब 40 मज़दूरों को यूनियन गठन को लेकर संघर्ष के चलते बर्खास्त कर दिया गया है। मगर डाईकिन के कार्यरत और बर्खास्त मज़दूर साथियों के सांझा संघर्ष और अन्य कंपनियों के मज़दूर और मज़दूर पक्षधर संगठनों और सहयोगियों के मदद से यूनियन गठन का संघर्ष कामयाब हुआ है।
डाईकिन यूनियन इस इलाके में काफी संघर्ष के बाद एकमात्र संघर्षशील यूनियन के हिसाब से पंजीकृत हुई है, और आने वाले समय में काफी कठिनाइयों का सामना करते हुए यूनियन को आगे बढ़ना पड़ेगा। इलाकाई स्तर पर यूनियन गठन, सम्मानजनक मज़दूरी, स्थाई नौकरी व अन्य अधिकारों की लेकर संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिए मज़दूर संघर्ष समिति, अलवर का गठन किया गया है, जिसमें डाईकिन यूनियन महत्वपूर्ण घटक है।
यूनियन पदाधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि सिर्फ डाईकिन के स्थायी-ठेका मज़दूरों के लिए ही नहीं, बल्कि इस औद्योगिक क्षेत्र में और देश के अलग अलग इलाकों में मज़दूर अधिकारों को हासिल करने के लिए संघर्षरत मज़दूरों के साथ यूनियन हमेशा खड़ी रहेगी।