सफूरा जरगर के पति ने कहा- मुझे न्याय व्यवस्था में भरोसा, सोशल मीडिया में बदनाम करने की हो रही कोशिश
जनज्वार ब्यूरो। दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की छात्रा सफूरा जरगर के परिवार के सदस्यों का कहना है कि वे सोशल मीडिया पर उसे बदनाम करने की कोशिशों से बेहद 'चिंतित और परेशान' हैं। सफूरा के पति का कहना है कि वह देश की न्यायिक प्रणाली में विश्वास रख रहे हैं।
27 वर्षीय एम.फिल की छात्रा सफूरा जरगर बीते तीन महीने से प्रेग्नेंट हैं और उन्हें 10 अप्रैल को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद उसे जमानत नहीं दी गई और 21 अप्रैल को गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम के तहत आरोपित किया गया।
वह जामिया कॉर्डिनेशन कमिटी (JCC) से भी जुड़ी हुई थी और दिसंबर और जनवरी 2019 में विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा आयोजित नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थीं। उसे फरवरी में जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर कथित रूप से सीएए के विरोध का नेतृत्व करने के लिए गिरफ्तार किया गया था।
सफूरा की गिरफ्तारी के तीन हफ्ते उनके परिवार ने देखा कि ट्विटर पर #सफूरा_जरगर ट्रेंड कर रहा है। कुछ ही घंटों के बाद भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने भी उनकी प्रेग्नेंसी को लेकर टिप्पणी की।
कपिल मिश्रा ने यह टिप्पणी सलमान निजामी के ट्वीट को लेकर की जिसमें कहा गया था- 'कार्यकर्ता सफूरा जरगर (गर्भवती) रमजान के दौरान जेल में है, दंगा भड़काने वाले कपिल मिश्रा जैसे नफरती आजाद हैं।' कपिल मिश्रा पर फरवरी 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली अपने भाषणों के जरिए नफरत को भड़काने का आरोप है। ट्विटर पर ज़रगर की गर्भावस्था और उसकी वैवाहिक स्थिति की प्रकृति पर सवाल उठाने वाले कई ट्वीट किए गए हैं।
सफूरा जरगर की बहन समीया जरगर ने समाचार वेबसाइट 'द प्रिंट' से कहा, हम इसको लेकर बेहद हैरान और परेशान हैं। मैं उसकी छवि को खराब करने वाले लोगों की संख्या से हैरान हूं। यह चरित्र हत्या के अलावा और कुछ नहीं है। सफूरा जरगर के पति ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि मैं इन ट्रोलों का जवाब देना भी नहीं चाहता, वे वहीं करेंगे जो उनके पास है।