स्पीकर मोड पर सुनें मोबाइल, क्योंकि इस पर लंबे समय तक टिका रहता है कोरोना वायरस
मोबाइल फोन, रिसेप्शन काउंटर, टेबलटॉप, बाथरूम फिक्स्चर, शौचालय, कीबोर्ड, माउस, टैबलेट और बेडसाइड टेबल पर वायरस लंबे समय तक रहता है...
जनज्वार ब्यूरो, चंडीगढ़। मोबाइल का इस्तेमाल करते वक्त कोशिश करें कि चेहरे को न छुये। मोबाइल स्पीकर मोड पर रखे। यदि ऐसा संभव नहीं है तो इयर फोन का इस्तेमाल करें। यह एडवाइजरी पंजाब के हेल्थ विभाग ने जारी की है। इसमें यह भी सुझाव दिया गया कि हाथों की तरह से ही मोबाइल को भी नियमित तौर पर अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर से साफ करना चाहिये। ताकि किसी भी तरह के संक्रमण से बचा जा सके।
पंजाब में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटों में भी कोरोना के 22 नये केस आये हैं। इसी को देखते हुये विभाग ने कहा: “मोबाइल फोन, रिसेप्शन काउंटर, टेबलटॉप, बाथरूम फिक्स्चर, शौचालय, कीबोर्ड, माउस, टैबलेट और बेडसाइड टेबल सबसे ज्यादा प्रयोग होता है। इन उपकरणों को चेहरे / मुंह को छूने से रोकने की सिफारिश राज्य द्वारा की जाती है।
इस तरह से मोबाइल साफ किया जा सकता है
—साफ करने के लिए शुरू करने से पहले, फोन को बंद कर दें और केस, सामान और केबल को हटा दें, यदि कोई हो।
—डिवाइस की सतह को धीरे से पोंछने के लिए एक नरम, एक प्रकार का वृक्ष मुक्त, जलरोधक और डस्टप्रूफ वाइप का उपयोग करें।
—हल्के से वॉशक्लॉथ के एक कोने को थोड़ी मात्रा में आइसोप्रोपिल अल्कोहल या क्लोरॉक्स कीटाणुनाशक से गीला करें) और धीरे से फोन को पोंछें।
—कंप्रेसर का उपयोग न करें और सीधे फोन पर ब्लीच का उपयोग या स्प्रे न करें।
पंजाब के हेल्थ मिनिस्टर बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि अब क्योंकि आहिस्ता आहिस्ता गतिविधियां तेज होनी है। इसलिए हमारी कोशिश है कि घर से बाहर हर कोई सुरक्षित रहे। इसी को लेकर यह कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पांजब में देखने में आया कि कई बार छोटी सी लापरवाही की वजह से भी लोग संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं। इससे बचने के लिए ही हम इस दिशा में यह कदम उठा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सरकारी मुलाजिम खासतौर पर पुलिसकर्मी भी संक्रमण की चपेट में आये थे। जब इसका अध्ययन किया गया तो कुछ ऐसी बात सामने आयी, जिससे पता चला कि यदि इसका ध्यान रखा जाता तो हो सकता है संक्रमण न होता।
हेल्थ मिनिस्टर ने यह भी बताया कि पंजाब कोरोना से लड़ने के लिए हर स्तर पर काम कर रहा है। इसके लिए हर संभव उपाय किये जा रहे हैं। यहीं वजह है कि यहं मरीज तेजी से रिकवर कर रहे हैं। तकरीबन 67 प्रतिशत रिवकरी रेट है। वह भी तब जबकि पंजाब में बड़ी संख्या में एनआरआई वापस आये हैं, इससे संक्रमण फैलने का खतरा काफी ज्यादा था।
उन्होंने बताया कि हमारी सरकार इस दिशा में बेहतर काम कर रही है। हम एक टीम की तरह काम कर रहे हैं। जिसमे पुलिस, हेल्थ विभाग समेत हर कोई अपनी भूमिका अदा कर रहा है