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उत्तर प्रदेश में 56 जिलों में आज से लॉकडाउन में छूट, देखिए आपके भी जिले का नाम है क्या?

Manish Kumar
20 April 2020 8:59 AM GMT
उत्तर प्रदेश में 56 जिलों में आज से लॉकडाउन में छूट, देखिए आपके भी जिले का नाम है क्या?
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इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने साफ कर दिया है कि अतिसंवेदनशील 19 जिलों में कोई भी छूट देने का निर्णय वहां के डीएम करेंगे...

लखनऊ, जनज्वार। लॉकडाउन एक और दो को मिलाकर आज बन्दी का 39 वां दिन है। उत्तर प्रदेश में आज 26 जिलों में लॉकडाउन में छूट दी जाएगी. इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने साफ कर दिया है कि अतिसंवेदनशील 19 जिलों में कोई भी छूट देने का निर्णय वहां के डीएम करेंगे.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने रविवार को सभी 75 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की है।

कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के 19 अति संवेदनशील चिन्हित किए गए जिलों में 20 अप्रैल के बाद सख्ती में ढील दिए जाने की जिम्मेदारी सभी 19 जिलों के जिलाधिकारियों पर छोड़ दी है। साथ ही सभी 19 जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जो भी फैसला लें शासन को अवगत कराएं।

अति संवेदनशील जिलों में ढील देने का निर्णय वहां के डीएम

उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग चर्चा में फैसला लिया कि कोरोना संक्रमण के चलते राज्य के 19 अति संवेदनशील जिलों में ढील देने का निर्णय वहां के डीएम करेंगे। साथ ही इनमें से किसी भी जिले के हॉटस्पॉट को किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी। इन अति संवेदनशील जिलों में लखनऊ, आगरा, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, कानपुर, मुरादाबाद, वाराणसी, शामली, बागपत, बुलंदशहर, बस्ती, हापुड़, फिरोजाबाद, सहारनपुर, बिजनौर, रामपुर, सीतापुर और अमरोहा हैं।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों से कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये चर्चा में का कि उपरोक्त सभी 19 जिलों में 10 या उससे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, ऐसे में यहां कितनी छूट दी जानी चाहिए इसका फैसला यहां के जिलाधिकारी करेंगे। हालांकि जिन जिलों को हॉट स्पॉट में रखा गया है उनमें किसी प्रकार की कोई छूट नहीं दी जाएगी। हॉट स्पॉट वाले इलाकों में केवल मेडिकल, स्वच्छता और डोर स्टेप डिलीवरी संबंधी एक्टिविटी ही संचालित हो सकेंगी।

56 जिलों में दी जाएगी छूट

केंद्र सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइन्स के अनुरूप खुल रहे संस्थानों और फैक्ट्रियों में व्यवस्था की जाएगी। फैक्ट्री और संस्थानों में सैनिटाइजेशन की लगातार मॉनिटरिंग रखी जायेगी। यूपी के 56 जिलों में केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार कल से छूट व सुविधाएं दी जाएंगी।

इन 56 जिलों में अलीगढ़, एटा, हाथरस, कासगंज, पीलीभीत, सहजहाँपुर, हरदोई, उन्नाव, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, अमेठी, इटावा, फतेहगढ़, औरैया, झांसी, ललितपुर, फतेहपुर, कौशाम्बी, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर, बाँदा, चंदौली, जौनपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, संतरविदासनगर, मउ, बलिया, गोरखपुर, देवरिया, श्रावस्ती, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, मुजफ्फरनगर, मथुरा, मैनपुरी, बरेली, बदायूं, संभल, खीरी, रायबरेली, बाराबंकी, सुल्तानपुर, कानपुर देहात, कन्नौज, जालौन, प्रयागराज, प्रतापगढ़, गाजीपुर, आजमगढ़, कुशीनगर, गोंडा, बहराइच तथा बलरमौर है, जिसमे उद्योग धंधे शशर्त शुरू करवाये जा सकते हैं।

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उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में बनी समिति ने फैसला लिया है कि लोक निर्माण विभाग राज्य में निर्माण कार्य की शुरुआत कराएगा। केंद्र और स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार ही कार्य शुरू होगा। हॉट स्पॉट और संवेदनशील क्षेत्रों को छोड़कर अन्य रुके निर्माण कार्य शुरू हो सकेंगे। समिति के फैसले के मुताबिक 20 अप्रैल से सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सीमित संख्या में निर्माण कार्य शुरू होंगे। सूत्रों के मुताबिक लगभग 3800 श्रमिकों को कार्य करने के लिए लगाए जाने का निर्णय लिया गया है। श्रमिकों के कार्य स्थलों पर रहने और खाने की उचित व्यवस्था कराई जाएगी।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाहर से आए हर व्यक्ति को अनिवार्य रूप से क्वॉरंटीन किया जाए। यह देखा जाए कि मंडियों, बैंकों, राशन व दवा की दुकानों पर भी सोशल डिस्टेंसिंग हो रही कि नहीं। कहीं भी किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 23 अप्रैल, से रमजान माह प्रारम्भ होने जा रहा है, इस संबंध में भी धर्मगुरुओं, मौलवियों और मौलानाओं से संवाद स्थापित करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्रित न हो। सभी धार्मिक कार्य धर्म समुदाय के लोग अपने अपने घरों में रहकर ही सम्पन्न करें, और सुरक्षित रहें।

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