"ताली-थाली" और "दिया" के बाद अब कोरोना वारियर्स के लिए होगी प्रार्थना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनेंगे हिस्सा
गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा पर एक विशेष वर्चुअल प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाएगा. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाग लेंगे. यह प्रार्थना सभा भारत के अलावा श्रीलंका और नेपाल के बौद्ध स्तूपों में आयोजित की जाएगी...
जनज्वार। बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर आज यानि गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा. सुबह 8 बजे से 9 बजे के बीच पीएम मोदी संबोधित करेंगे. लॉकडाउन-3 के बाद पीएम मोदी का ये पहला संबोधन होगा. उम्मीद की जा रही है कि अपने संबोधन के दौरान वे लॉकडाउन से जुड़ी बातें सामने रख सकते हैं.
इंटरनेशल बुद्धिस्ट कंफेडरेशन एक वर्चुअल प्रार्थना का आयोजन कर रहा है, इसमें दुनियाभर के बौद्ध संघ के प्रमुख शामिल होंगे. इस कार्यक्रम का आयोजन कोरोना वॉरियर्स को सम्मान देने के लिए किया जा रहा है. इसे संबोधित करते हुए पीएम मोदी अपने विचार रखेंगे. इस समारोह में संस्कृति मंत्रालय और टूरिज्म मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू भी शामिल होंगे.
PM @narendramodi shall be participating a Buddha Purnima programme tomorrow via technology.
The programme is being organised in honour of the Victims and frontline warriors of COVID-19. https://t.co/G6Mccn4bMP
— PMO India (@PMOIndia) May 6, 2020
इससे पहले प्रधानमंत्री ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील की थी. उस दिन उन्होंने लोगों से कोरोना का मुकाबला कर रहे डॉक्टरों, पुलिस, सफाई कर्मचारियों के प्रति सम्मान जताने के लिए अपने घर की छतों पर शाम पांच बजे थाली पीटने की अपील की थी.
इसके बाद उन्होंने देश के नाम अपने संबोधन में लोगों से अपील की थी कि कोरोना से जारी लड़ाई में एकजुटता दिखाने के लिए वो 5 अप्रैल की रात 9 बजे, 9 मिनट के लिए अपने घर की सभी बत्तियां बंद कर दें और अपने घर में दिए और मोमबत्ती जलाएं.
हालांकि प्रधानमंत्री की इन दोनों अपील की काफी आलोचना भी हुई थी. क्योंकि उन्हीं दिनों ये खबरे प्रमुखता से आ रही थीं कि देश के अस्पतालों में कोरोना से मुकाबले के लिए जरूरी संसाधन नहीं हैं. चिकित्साकर्मियों को पीपीई किट जैसी जरूरी चीजों की कमी का सामना करना पड़ा रहा था. इसके अलावा लोग कोरोना के टेस्ट को लेकर भी सवाल उठा रहे थे.