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संबित पात्रा को लोग यूं ही नहीं कहते 'झूठ की दुकान', केले पर पेशाब छिड़कने वाला मुस्लिम बुजुर्ग का वीडियो भी निकला फर्जी

Manish Kumar
26 April 2020 3:42 AM GMT
संबित पात्रा को लोग यूं ही नहीं कहते झूठ की दुकान, केले पर पेशाब छिड़कने वाला मुस्लिम बुजुर्ग का वीडियो भी निकला फर्जी
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शुक्रवार को हरियाणा के आशा वर्करों से जुड़ी एक खबर को ट्वीट करते वक्त भी पात्रा ने ऐसी ही गलती कर दी जिसकी वजह से शनिवार को दिन भर ट्विटर पर #पात्रा_झूठ_की_दुकान ट्रेंड करता रहा...

नई दिल्लीः बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा अक्सर अपने ट्वीट और बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. हालांकि इनमें कुछ गलत भी निकलते हैं. अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढा़ने की बेसब्री में वह कभी-कभी तथ्यों को नजरअंदाज कर जाते हैं.

शुक्रवार को हरियाणा के आशा वर्करों से जुड़ी एक खबर को ट्वीट करते वक्त वह ऐसी ही गलती कर गए जिसकी वजह से शनिवार को दिन भर ट्विटर पर #पात्रा_झूठ_की_दुकान ट्रेंड करता रहा.

अब सामने आया है कि पात्रा इससे पहले भी एक फर्जी वीडियो शेयर कर झूठा दावा कर चुके हैं. 22 अप्रैल को संबित पात्रा ने मुस्लिम बुजुर्ग का वीडियो शेयर करते हुए लिखा था, और ज़रा इन बाबा के भी कारनामे देखो ...ये बेचारे बाबा सिर्फ़ बोतल में पेशाब कर उसे केले के ऊपर छिड़क रहें थे... फिर भी पुलिस बड़े अदब से पेश आ रही है.. कोई ज़रा आरती की थली लाना ..बाबा की आरती करनी है क्योंकि कुछ अन्यथा बोलो तो फिर ISLAMOPHOBIA की complaint कर देंगे Gulf में!!



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पात्रा के अलावा कई और लोगों ने भी यह वीडियो शेयर किया था और यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो गया. लेकिन अब यह सामने आया है कि इस वीडियो से जुड़ा दावा बिल्कुल गलत है. आल्ट न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो के जरिए फर्जी आरोप लगाए गऐ हें.

पात्रा द्वारा शेयर कि गए वीडियो में यह मुस्लिम बुजुर्ग एक घर के सामने खड़ा है. बीच-बीच में कई बार वो माफ़ी मांगता हुआ दिखता है. हाथ जोड़ता है और कान पकड़ कर उठक-बैठक भी करता है.

माफ़ी मांगते हुए वो कहता है गलती हो गयी, मजदूर गरीब आदमी हूं, हार्ट की बीमारी है. और वहां से जाने की कोशिश करता है लेकिन वीडियो बनाने वाला शख़्स उससे चिल्ला कर कहता है “जाना मत कहीं. यहीं खड़े रहो. जाना मत वरना गन्दा पड़ेगा. तुम्हारे चक्कर में औरों को दिक्कत हो जाएगी, नाश हो जाएगा बिजनौर का.” बुज़ुर्ग माफ़ी मांगते हुए उठक-बैठक करने लगते हैं. एक शख़्स बुज़ुर्ग को ये भी कहता है कि ऐसा न करो बस खड़े रहो. फिर बुज़ुर्ग को वहीं खड़े रहने का बोलकर वो लोग वीडियो रिकॉर्ड करते हैं.

आल्ट न्यूज के मुताबिक पात्रा ने जिस व्यक्ति के वीडियो को शेयर किया था उसका एक और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था इस वीडियो में यह बुज़ुर्ग व्यक्ति अपने ठेले के पास होता है. जब उससे कहा जाता है कि वो बोतल में पेशाब कर रहा था तो वो ये कहकर निकल जाता है कि ‘बेकार की बात न करो’.

पात्रा द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो से यह तो पता चल जाता है कि यह वीडियो बिजनौर का है. आल्ट न्यूज के मुताबिक जब उसने बिजनौर पुलिस से बात की तो इस दोनों वीडियो से जुड़ा दावा गलत पाया गया.

बिजनौर पुलिस ने बताया, 'वीडियो में दिख रहे बुज़ुर्ग का नाम इरफ़ान अहमद है जो सीज़न के अनुसार घूम-घूम कर फल बेचते हैं. 20 अप्रैल को मोहल्ला बुखारा में फल बेचने के दौरान उन्हें पेशाब लगी तो वह उसी गली में पेशाब करने लगे. इसके बाद ठेले पर रखी पानी की बोतल से अपने हाथ धोए तथा केलों पर पानी छिड़का और उसी बोतल से खुद पानी पिया. इस दौरान एक व्यक्ति ने शोर मचाया कि वो पेशाब करके केलों पर छिड़क रहा है. वीडियो में व्यक्ति ऐसा कुछ भी करता नहीं दिखता है. पुलिस ने बताया कि पहली नज़र में ही ये वीडियो अफ़वाह के लिए बनाया गया मालूम पड़ता है. इरफ़ान अहमद को शुरू में गिरफ़्तार किया गया था, लेकिन अब उसे जमानत पे रिहा करके क्वॉरंटाइन के लिए भेजा गया है. बाकी, वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले व्यक्तियों की तलाश की जा रही है.

आल्ट न्यूज के मुताबिक इस मामले जुड़ी FIR में भी कहीं बोतल में पेशाब कर केलों पर छिड़कने की बात नहीं की गई है. FIR में लिखी बात हमें मिले पुलिस के बयान से मेल खाते हैं. FIR में लिखा है, “इस व्यक्ति ने इस बोतल के पानी से पेशाब करने के बाद हाथ धोए तथा गंदा पानी अपने ठेली जिसपर केले रखे थे, छिड़क दिया.”

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