'राइजिंग कश्मीर' के संपादक शुजात बुखारी की गोली मारकर हत्या
वरिष्ठ पत्रकार एवं 'राइजिंग कश्मीर' के संपादक शुजात बुखारी और उनके पीएसओ की गोली मारकर अज्ञात हमलावरों ने उस समय हत्या कर दी जब वे अपने कार्यालय से इफ्तार पार्टी के लिए निकल रहे थे...
दिल्ली, जनज्वार। जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार एवं 'राइजिंग कश्मीर' के संपादक शुजात बुखारी और उनके पीएसओ की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हत्या क्यों और किसने की यह अभी पता नहीं चल पाया है, शुरुआती जांच के बाद अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
गौरतलब है कि वरिष्ठ पत्रकार एवं 'राइजिंग कश्मीर' के संपादक शुजात बुखारी और उनके पीएसओ की गोली मारकर अज्ञात हमलावरों ने उस समय हत्या कर दी जब वे अपने कार्यालय से इफ्तार पार्टी के लिए निकल रहे थे।
शुरुआती छानबीन के बाद पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हमले में एक अन्य पुलिसकर्मी तथा एक और व्यक्ति भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक बुखारी श्रीनगर के लाल चौक में 'राइजिंग कश्मीर' के आॅफिस प्रेस एनक्लेव से इफ्तार पार्टी के लिए निकल रहे थे, तो अचानक उन पर बहुत नजदीक से अंधाधुंध फायरिंग कर दी गई।
बुखारी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, मगर तब तक ज्यादा गोलियां लगने और खून बहने के कारण उनकी मौत हो चुकी थी। अचानक हुए हमले में बुखारी की सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक इस हमले में घायल दोनों लोगों की हालत गंभीर है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि हमलावरों की संख्या कितनी थी।
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्लाह ने 'राइजिंग कश्मीर' के संपादक बुखारी की मौत की कड़ी निंदा की है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा बुखारी को इस तरह सरेआम गोलियों से भून दिए जाने पर ट्वीट किया, 'आतंकवाद की बुराई ने ईद की पूर्व संध्या पर अपना घिनौना चेहरा दिखाया है। मैं इस बर्बर हिंसा के कृत्य की कड़ी निन्दा करती हूं और ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि बुखारी की आत्मा को शांति मिले. उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। शांति बहाल करने के हमारे प्रयासों के विरुद्ध खड़ी शक्तियों के खिलाफ हमें एकजुट होना चाहिए.'
गौरतलब है कि बुखारी पहले से कुछ लोगों के निशाने पर थे। वर्ष 2000 में उन पर हुए जानलेवा हमले के बाद उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। थी। 'राइजिंग कश्मीर' के संपादक से पहले 'द हिन्दू के कश्मीर संवाददाता के बतौर काम कर चुके बुखारी कश्मीर घाटी में कई शांति सम्मेलनों के आयोजनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। साथ ही पाकिस्तान के साथ ट्रैक-2 प्रक्रिया में भी उनकी खासी भूमिका रही है।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बुखारी की हत्या पर ट्वीट किया है, 'राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या कायराना हरकत है। ये कश्मीर की विवेकसम्मत आवाजों को शांत करने की कोशिश है। वो एक बेखौफ और हिम्मतवर पत्रकार थे। उनके निधन पर बेहद दुख और अफसोस हुआ है। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।'
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी शुजात बुखारी की हत्या पर दुख प्रकट करते हुए ट्वीट किया, 'राइजिंग कश्मीर अखबार के संपादक शुजात बुखारी की हत्या की खबर सुनकर दुखी हूं। वह बहादुर इंसान थे, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में न्याय और शांति के लिए निर्भीक होकर लड़ाई लड़ी। उनके परिवार के प्रति संवेदना है। बुखारी जैसे निडर पत्रकार की कमी हमेशा महसूस होगी।' (फोटो : सुजात बुखारी के ट्वीटर से)