'हिंदू अपने घरों में हथियारों की धार तेज करके रखें, पता नहीं कब मौका आ जाये' मालेगांव ब्लास्ट में आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने फिर उगला जहर
Sadhvi Pragya Singh Thakur : अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाली भाजपा की भोपाल से सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Thakur Controversial Statements) ने एक बार फिर विवादास्पद बयान दे दिया है। उन्होंने मुस्लिमों को हमेशा की तरह एक बार फिर निशाने पर लिया है, जिसके लिए उन पर कर्नाटक में शिकायत दर्ज हो चुकी है। रविवार 25 दिसंबर को कर्नाटक में दिये गये अपने जहरीले भाषण के लिए वह फिर मीडिया की सुर्खियां बटोर रही हैं।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ भड़काने वाला भाषण देने के लिए जो 2 शिकायतें दर्ज हुयी हैं, उनमें पहली तृणमूल कांग्रेस के नेता साकेत गोखले की है। उन्होंने शिवमोगा के पुलिस अधीक्षक जीके मिथुन कुमार के पास एक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें कहा गया कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने समुदायों के बीच हिंसा भड़काने के लिए भड़काऊ टिप्पणी की है। साथ ही हथियारों के इस्तेमाल की वकालत करके कानून और व्यवस्था को बाधित करने के लिए प्रोत्साहित किया।
वेंचर कैपिटलिस्ट और राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला ने सोशल मीडिया के जरिए शिवमोगा के एसपी जीके मिथुन कुमार को शिकायत की प्रति भेजी है। शिकायत की एक प्रति मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को भी प्रेषित की गयी है। तहसीन पूनावाला ने आरोप लगाया है कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने "अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अत्यधिक निंदनीय और अपमानजनक भाषण दिया।"
गौरतलब है कि शिवमोगा में प्रज्ञा सिंह ठाकुर बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्षा के घर पहुंची थी, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वह हिजाब के खिलाफ आंदोलन छेड़े हुए थे, इसलिए धर्म विशेष के लोगों ने उनकी हत्या कर दी। इसी के बाद हिंदू भावनाओं को भड़काने वाला भाषण देते हुए कहा कि हिंदुओं को अपनी लड़कियों की देखभाल करने के लिए घर पर हथियार रखने होंगे। हथियार न हो तो सब्जी काटने वाले चाकू की धार तेज कर लें। उन्होंने (मुसलमानों ने) हमारे हर्षा को चाकू से गोद कर मार डाला था। उन्होंने हिंदू कार्यकर्ताओं को मारने के लिए चाकुओं का इस्तेमाल किया है, हमें किसी भी घटना का सामना करने के लिए अपने चाकुओं को तेज रखना होगा। अगर हमारा चाकू सब्जियों को अच्छे से काटता है तो यह हमारे दुश्मनों पर भी कारगर हो सकता है।
मालेगांव बम ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर कर्नाटक के शिवमोगा में आयोजित हिंदू जागरण वैदिक के दक्षिण क्षेत्र वार्षिक सम्मेलन में शामिल हुईं थीं और यहीं का उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। प्रज्ञा वीडियो में हिंदुओं से आह्वान करती सुनायी दे रही हैं, अपने घरों में हथियार रखो। कुछ नहीं तो कम से कम सब्जियां काटने के लिए चाकू तेज रखो। पता नहीं क्या स्थिति पैदा हो जाए। अगर कोई हमारे घर में घुसपैठ करता है और हम पर हमला करता है, तो मुंहतोड़ जवाब देना हमारा अधिकार है। उनके पास जिहाद की परंपरा है, अगर कुछ नहीं है, तो वे लव जिहाद करते हैं। अगर वे प्यार भी करते हैं, तो उसमें भी जिहाद करते हैं। हम भी प्यार करते हैं, भगवान से प्यार करते हैं, एक संन्यासी अपने भगवान से प्यार करता है।'
प्रज्ञा वीडियो में बोलती सुनायी दे रही हैं, 'जब तक सभी अत्याचारी और पापी लोगों को हटा नहीं दिया जाता है, तब तक ईश्वर द्वारा बनाई गई इस दुनिया में प्रेम की सच्ची परिभाषा जीवित नहीं रह सकती है। लव जिहाद में शामिल लोगों को उन्हीं की भाषा में जवाब देना होगा। हिंदुओ अपनी लड़कियों को सुरक्षित रखो, अपनी लड़कियों को संस्कारित करो। अपने घर में हथियार रखो, कुछ नहीं तो सब्जी काटने वाला चाकू जरा तेज रखो... स्पष्ट बोल रही हूं। उन्होंने चाकू से हमारी हर्षा को गोदा। उन्होंने चाकू से हमारे हिंदू वीरों, बजरंग दल, भाजपा, युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को गोदा है, काटा है। हम भी सब्जी काटने वाला चाकू तेज रखें। पता नहीं कब कैसा मौका आए। जब हमारी सब्जी अच्छे से कटेगी, तो निश्चित रूप से मुंह और सिर भी अच्छे से कटेंगे।
गौरतलब है कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कर्नाटक के शिवमोगा में कार्यकर्ता हर्षा के घर जाकर उनके परिवार से भी मुलाकात की। आरोप है कि PFI के कार्यकर्ताओं ने हर्षा की हत्या की थी।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने हर्ष के घर से ही फेसबुक लाइव कर कहा, आज दक्षिण कर्नाटक के शिवमोगा में हर्षा हिंदू के घर पर आई हूं। हर्षा को 28 फरवरी को PFI के कार्यकर्ताओं ने तलवारों से काट दिया। सड़क पर हर्षा तड़प रहा था, लेकिन उस योद्धा ने हार नहीं मानी। उसने पूरे कर्नाटक और पूरे देश को जगा दिया और PFI पर बैन लगा। आज हिंदू जागरण मंच के कार्यक्रम में मैंने दक्षिण भारत में मुगलों से लड़ने वाले वीरों को श्रद्धांजलि दी। ये स्वतंत्रता के बाद की स्थिति है। आज जब मैं यहां आई, तो लग रहा था कि मैं उस हर्षा के घर जा रही हूं, जो वीरगति को प्राप्त हुआ। मुझे लग रहा था कि उसके माता-पिता, बहनें सभी दुखी होंगे, आंखें नम किए बैठे होंगे, लेकिन जैसे ही मैं उसके दरवाजे पर आई, उसकी दोनों बहनें अश्विनी और रजनी ने मेरी आरती उतारी और मुस्कुराकर अभिनंदन किया। लग रहा था कि वे वीर योद्धा की बहनें हैं।'
प्रज्ञा कह रही हैं, 'मुझे लगा कि देशभक्त ऐसे होते हैं, उनके माता-पिता ऐसे होते हैं। यहां के कार्यकर्ता इस घर पर आते रहते हैं और कहते हैं कि हम हर्षा की कमी महसूस नहीं होने देंगे। उनकी बहनें, माता-पिता कहते हैं कि ये भी मेरे हर्षा जैसे हैं। हर्षा दोनों बहनों के बीच इकलौता भाई था। देश के लिए जो करता है, वो कभी नहीं मरता। हर्षा के परिवार के सुख-दुख में हम सब शामिल हैं।'
प्रज्ञा ठाकुर के सांप्रदायिक बयानबाजी के लिए उन पर जहां कर्नाटक में शिकायत दर्ज हो चुकी है, वहीं विपक्ष भी हमलावर हो चुका है। कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद इमरान प्रतापगढ़ी कहते हैं, 'एक बम ब्लास्ट की आरोपी जमानत पर रिहा भाजपा सांसद जनता को चाकू तेज करने की सलाह दे रहीं है। देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री जी सुन रहे हैं या नहीं? उन्होंने पूछा कि देश बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान से चलेगा या चाकू से चलेगा।'