Agnipath scheme Ki Agnipariksha : युवाओं के साथ हो रहा छलावा, अग्निपथ योजना पर मायावती ने सरकार को घेरा
Agnipath Scheme Protest : अग्निपथ योजना पर BJP नेता कर रहे हैं अनाप-शनाप और अनर्गल बयानबाजी, मायावती का केंद्र सरकार पर हमला
Agnipath scheme Ki Agnipariksha : केंद्र सरकार के लंबी अवधि के बाद सेना में अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) द्वारा भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करने का विरोध होने लगा है। सेना में केवल चार वर्ष की अल्पावधि वाली भर्ती 'अग्निपथ स्कीम' को लेकर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बता दें कि मायावती ने तीन ट्वीट में सरकार के इस निर्णय को युवाओं के साथ छलावा बताया है।
अग्निपथ योजना से आक्रोशित है युवा
बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को गलत बताते हुए अपने ट्वीट में लिखा कि सेना में काफी लम्बे समय तक भर्ती लंबित रखने के बाद अब केंद्र ने सेना में 4 वर्ष अल्पावधि वाली 'अग्निवीर' नई भर्ती योजना घोषित की है, उसको लुभावना व लाभकारी बताने के बावजूद देश का युवा वर्ग असंतुष्ट एवं आक्रोशित है। वे सेना भर्ती व्यवस्था को बदलने का खुलकर विरोध कर रहे हैं।
1. सेना में काफी लम्बे समय तक भर्ती लम्बित रखने के बाद अब केन्द्र ने सेना में 4 वर्ष अल्पावधि वाली 'अग्निवीर' नई भर्ती योजना घोषित की है, उसको लुभावना व लाभकारी बताने के बावजूद देश का युवा वर्ग असंतुष्ट एवं आक्रोशित है। वे सेना भर्ती व्यवस्था को बदलने का खुलकर विरोध कर रहे हैं।
— Mayawati (@Mayawati) June 16, 2022
युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है सरकार
बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि 'इनका मानना है कि सेना व सरकारी नौकरी में पेंशन लाभ आदि को समाप्त करने के लिए ही सरकार सेना में जवानों की भर्ती की संख्या को कमी के साथ-साथ मात्र चार साल के लिए सीमित कर रही है, जो घोर अनुचित तथा गरीब व ग्रामीण युवाओं व उनके परिवार के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ है।'
2. इनका मानना है कि सेना व सरकारी नौकरी में पेंशन लाभ आदि को समाप्त करने के लिए ही सरकार सेना में जवानों की भर्ती की संख्या को कमी के साथ-साथ मात्र चार साल के लिए सीमित कर रही है, जो घोर अनुचित तथा गरीब व ग्रामीण युवाओं व उनके परिवार के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ है।
— Mayawati (@Mayawati) June 16, 2022
तुरंत फैसले पर पुनर्विचार करने की सलाह
मायावती ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में आगे लिखा कि 'देश में लोग पहले ही बढ़ती गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी एवं सरकार की गलत नीतियों व अहंकारी कार्यशैली आदि से दुःखी व त्रस्त हैं, ऐसे में सेना में नई भर्ती को लेकर युवा वर्ग में फैली बेचैनी अब निराशा उत्पन्न कर रही है। सरकार तुरंत अपने फैसले पर पुनर्विचार करे, बीएसपी की यह मांग।'
3. देश में लोग पहले ही बढ़ती गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी एवं सरकार की गलत नीतियों व अहंकारी कार्यशैली आदि से दुःखी व त्रस्त हैं, ऐसे में सेना में नई भर्ती को लेकर युवा वर्ग में फैली बेचैनी अब निराशा उत्पन्न कर रही है। सरकार तुरन्त अपने फैसले पर पुनर्विचार करे, बीएसपी की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) June 16, 2022
(जनता की पत्रकारिता करते हुए जनज्वार लगातार निष्पक्ष और निर्भीक रह सका है तो इसका सारा श्रेय जनज्वार के पाठकों और दर्शकों को ही जाता है। हम उन मुद्दों की पड़ताल करते हैं जिनसे मुख्यधारा का मीडिया अक्सर मुँह चुराता दिखाई देता है। हम उन कहानियों को पाठक के सामने ले कर आते हैं जिन्हें खोजने और प्रस्तुत करने में समय लगाना पड़ता है, संसाधन जुटाने पड़ते हैं और साहस दिखाना पड़ता है क्योंकि तथ्यों से अपने पाठकों और व्यापक समाज को रू—ब—रू कराने के लिए हम कटिबद्ध हैं।
हमारे द्वारा उद्घाटित रिपोर्ट्स और कहानियाँ अक्सर बदलाव का सबब बनती रही है। साथ ही सरकार और सरकारी अधिकारियों को मजबूर करती रही हैं कि वे नागरिकों को उन सभी चीजों और सेवाओं को मुहैया करवाएं जिनकी उन्हें दरकार है। लाजिमी है कि इस तरह की जन-पत्रकारिता को जारी रखने के लिए हमें लगातार आपके मूल्यवान समर्थन और सहयोग की आवश्यकता है।
सहयोग राशि के रूप में आपके द्वारा बढ़ाया गया हर हाथ जनज्वार को अधिक साहस और वित्तीय सामर्थ्य देगा जिसका सीधा परिणाम यह होगा कि आपकी और आपके आस-पास रहने वाले लोगों की ज़िंदगी को प्रभावित करने वाली हर ख़बर और रिपोर्ट को सामने लाने में जनज्वार कभी पीछे नहीं रहेगा, इसलिए आगे आयें और जनज्वार को आर्थिक सहयोग दें।)