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राजनीति

Agnipath Scheme Protest : युवाओं में असुरक्षा का भाव देश के लिए घातक, अग्निपथ योजना को लेकर अखिलेश यादव का केंद्र पर हमला

Janjwar Desk
20 Jun 2022 11:59 AM IST
Agnipath Scheme Protest : युवाओं में असुरक्षा का भाव देश के लिए घातक, अग्निपथ योजना को लेकर अखिलेश यादव का केंद्र पर हमला
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Agnipath Scheme Protest : युवाओं में असुरक्षा का भाव देश के लिए घातक, अग्निपथ योजना को लेकर अखिलेश यादव का केंद्र पर हमला

Agnipath Scheme Protest : अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि देश के युवाओं में वर्तमान के प्रति निराशा-हताशा और भविष्य के प्रति आशंका-असुरक्षा का भाव देश के विकास के लिए घातक साबित होता है...

Agnipath Scheme Protest : अग्नीपथ स्कीम (Agnipath Scheme Protest) को लेकर मचे बवाल के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि 'देश के युवाओं में वर्तमान के प्रति निराशा-हताशा और भविष्य के प्रति आशंका-असुरक्षा का भाव देश के विकास के लिए घातक साबित होता है। सरकारों का दायित्व देश के वर्तमान को सुधारना भविष्य को संवारना होता है। भाजपा सरकार का चतुर्दिक विरोध दर्शा रहा है। भाजपा ने जनाधार खो दिया है।'

मायावती ने भी सरकार पर बोला हमला

बता दें कि अग्निपथ स्कीम को लेकर हर तरफ बवाल मचा है। इस मामले में विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है। बात दें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से लेकर बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी बीते रविवार को सरकार को नसीहत दी थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि 'ऐसे समय में जब मुट्ठीभर लोगों को छोड़कर देश की विशाल आबादी में से खासकर युवा वर्ग गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, तनाव आदि के अग्निपथ पर हर दिन बिना थके-हारे जीवन संघर्ष को मजबूर हैं, उन्हें केन्द्र की अल्पावधि 'अग्निपथ' सैन्य भर्ती स्कीम ने काफी निराश व हताश किया है।'

साथ ही उन्होंने लिखा कि 'केंद्र द्वारा रेलवे, सेना व अर्द्धसैनिक बल आदि में भर्ती की संख्या व संभावना को अति-सीमित करने का ही परिणाम है कि खासकर ग्रामीण परिवेश के हिम्मतवर नौजवान काफी असहाय व ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं तथा भविष्य को अंधकार में पाकर उनका आक्रोश उबाल पर है, जिसे सही से संभालना जरूरी।'

अपने सिलसिलेवार ट्वीट में मायावती ने आगे लिखा कि ' केन्द्र से पुनः अनुरोध है कि देश के भविष्य इन पीड़ित नौजवानों के दर्द व इनके भविष्य के मुद्दे को गंभीरता से लेकर अपने फैसले पर पुनर्विचार करे तथा देश की सुरक्षा से सम्बंधित ऐसे अहम मामलों में संसद को विश्वास में जरूर ले। नौजवानों से भी अपील है कि वे संयम जरूर बरतें।'


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