UP में हिजाब पर विवाद, मौर्य, गांधी और ओवैसी के बोल में छिपे हैं सियासी हिसाब, कैसे?
UP Election 2022 : हिजाब पर विवाद कर्नाटक की सीमा को पार करने के बाद मध्य प्रदेश के रास्ते उत्तर प्रदेश तक पहुंच गया है। चुनावी घमासान के बीच यूपी की सीमा में हिजाब की एंट्री होते ही इस पर घमासान शुरू हो गया है। असदुद्दीन ओवैसी ने संभल से मोर्चा संभाला तो उसके बाद प्रियंका गांधी वाड्रा भी इसमें कूद कपड़ी। अब, इसमें सियासी तड़का लगाने के लिए भाजपा नेता और यूपी के डिप्टी सीएम ने घी डालने का काम कर दिया हैं। फिलहाल, इस मसले पर यूपी में भी राजनति गरम हो गया है।
यूपी में नेताओं के बयानों की वजह से यह विवाद तूल पकड़ने लगा है। सियासी दलों के नेता इस मुद्दे को अपने-अपने चश्में से देख रहे हैं। साथ ही इसके लिए एक-दूसरे को कोस भी रहे हैं।
क्या यह मजाक नहीं है - ओवैसी
दरअसल, एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी का कहना है कि लड़कियों पर हिजाब थोपा नहीं गया। सच यह है कि भाजपा सरकार पर हमारी बेटियों को हिजाब पहनकर पढ़ाई नहीं करने दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन तलाक कानून के साथ मुस्लिम महिलाओं को सशक्त बनाने की बात करते हैं। क्या यही उनकी 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान की पिच है? पीएम मोदी ने संसद में दो बार बात की लेकिन कर्नाटक की स्थिति का कभी जिक्र नहीं किया। राष्ट्रीय आंकड़े बताते हैं कि 3 से 25 साल की उम्र की कई मुस्लिम लड़कियां कभी स्कूल नहीं गई हैं। इसके बावजूद पीएम उन्हीं लोगों के साथ ऐसा कर रहे हैं जो शिक्षित होने की कोशिश कर रहे हैं। क्या यह मजाक नहीं है?
अपने हिसाब से कुछ भी पहनूं, हमारी मर्जी - प्रियंका गांधी
वहीं, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावी सरगर्मी के बीच हिजाब विवाद पर ट्विटकर कहा है कि महिलाएं अपने हिसाब से कुछ भी पहने ये उनकी मर्जी। इसमें किसी को दखल देने की जरूरत नहीं है। बशर्ते, महिलाओं को ऐसा करने का हक है। साथ ही उन्होंने इस मुद्दे को यूपी में कांग्रेस के कैंपेन का हैशटैग 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' से जोड़ दिया है। अपने पसंद का पहनावा पहनने का हक उनको संविधान से मिला है। चाहे वह बिकिनी हो, घूंघट हो या फिर जींस या फिर हिजाब। यह महिला को तय करना है कि उसे क्या पहनना है। महिलाओं को प्रताड़ित करना बंद करो।
कांग्रेस करवा रही है विवाद - केपी मौर्य
इसके बाद उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से भी नहीं रहा गया, उन्होंने हिजाब विवाद पर भाजपा का तर्क रखते हुए कांग्रेस को निशाने पर ले लिया है। उन्होंने कहा कि हिजाब विवाद कांग्रेस करवा रही है। कांग्रेस इस विवाद को जान बूझकर तूल दे रही है। ऐसा करने से कांग्रेस को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है। यूपी की जनतासब जानती है।
बता दें कि यूपी के नेताओं के बीच हिजाब विवाद को लेकर जारी बयानबाजी पूरी तरह से सियासी है। सभी नेता अपनी पार्टी के हित में बयान दे रहे हैं। केशव प्रसाद मौर्य हों या प्रियंका गांधी सभी को अपनी चिंता है। वहीं असदुद्दीन ओवैसी को पता है कि यूपी में किसी भी सीट पर पार्टी प्रत्याशी का जीतना मुश्किल है, लेकिन वो खुद को लोकप्रिय बनाए रखते हैं। वो ऐसा केवल सुर्खियों में बने रहने के लिए नहीं करते, बल्कि इसके पीछे उनकी सोच पार्टी की सोच और उसके आधार को विस्तार देना है। वहीं सोनिया गांधी हिजाब पर बयान देकर कांग्रेस के खोए समर्थकों को पार्टी से जोड़ना चाहती हैं। जबकि केपी मौर्य की ख्वाहिश पार्टी के पक्ष में वोटों का ध्रुवीकरण कराने की है। वो मुस्लिम मतदाता से वोट की उम्मीद नहीं करते, पर चाहते हैं कि चुनाव हिंदू—मुस्लिम मुद्दे पर हो। ऐसा होने पर भाजपा को लाभ मिलना भी तय है।