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राजनीति

केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने जकरबर्ग को लिखा शिकायती पत्र, कहा फेसबुक के अधिकारी देते हैं पीएम मोदी को गाली

Janjwar Desk
2 Sep 2020 4:08 AM GMT
केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने जकरबर्ग को लिखा शिकायती पत्र, कहा फेसबुक के अधिकारी देते हैं पीएम मोदी को गाली
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केंद्रीय सूचना प्रौ​द्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मार्क जुकरबर्ग को लिखा शिकायती पत्र

जनज्वार। फेसबुक को लेकर तमाम आरोप झेल रही भारतीय जनता पार्टी की सरकार के केन्द्रीय मंत्री ने मंगलवार 1 सितंबर को एक नया मोड़ दे दिया। केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने फेसबुक सीईओ मार्क जुकरबर्ग को शिकायती पत्र लिखकर उनकी कम्पनी पर राजनीतिक भेदभाव का आरोप लगाया है। केन्द्रीय मंत्री का आरोप है कि फेसबुक के कई बड़े अधिकारी पीएम मोदी व अन्य केन्द्रीय मंत्रियों के लिए अशोभनीय शब्दों का इस्तेमाल करते हैं।

रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार 1 सितम्बर को तीन पेज का पत्र लिखकर फेसबुक के अधिकारियों, कर्मचारियों पर भारत के प्रति दुर्भावनापूर्ण कार्य करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कुछ दक्षिणपंथी विचारधारा के लोगों के फेसबुक खाते जानबूझकर बंद किए जा रहे हैं, या उनकी पहुँच सीमित की जा रही है। प्रसाद ने कहा कि इसके खिलाफ राईट टू अपील का इस्तेमाल नहीं करने दिया जा रहा है। खासतौर पर ऐसा 2019 के आम चुनाव से पहले किया गया।

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फेसबुक इंडिया की टीम और खासतौर पर कुछ बड़े अधिकारी खास राजनीतिज्ञ विचारधारा के समर्थक हैं, जिसके आधार पर भेदभाव करते हैं। प्रसाद ने कहा कि इस विचारधारा के लोगों ने पूरी लोकतांत्रिक विरासत गंवा देने के बाद वे भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सेंधमारी कर नुकसान पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं।

केन्द्रीय मंत्री का कहना है कि इस मामले को लेकर उन्होने कई बार फेसबुक मैनेजमेंट को ई-मेल किया, लेकिन कोई भी जवाब नहीं दिया गया। यह कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता कि करोड़ों लोगों की अभिव्यक्ति की आजादी पर किसी व्यक्ति विशेष की राजनीतिक प्रतिबद्धता को थोपा जाए। ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

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आपको बता दें कि भारत में 25 करोड़ 10 लाख के लगभग लोग फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं। अमेरिकी शोसल मीडिया कम्पनी फेसबुक हाल के दिनो में भारतीय राजनितिक सामग्री को लेकर लगातार विवादों में चल रही है। कई अमेरिकी अखबारो ने भारत में फेसबुक के राजनीतिक कंटेंट के नियमन को लेकर सवाल खड़े किए हैं। फेसबुक के यूजर्स की भारत में संख्या को देखते हुए सबसे बड़ा बाजार है।

गौरतलब है कि अमेरिका के प्रमुख अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल नेफेसबुक इंडिया की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर अंखी दास और भाजपा के बीच संबंधों को लेकर नई रिपोर्ट प्रकाशित की है।

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रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साल 2014 में जब आम चुनाव में कांग्रेस की हार हुई ती तो फेसबुक इंडिया की शीर्ष अधिकारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी। तब दास ने कांग्रेस की इस हार को तीस साल की जमीनी काम के बाद देश को स्टेट सोशलिज्म से मुक्ति की बात कही थी।

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वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, अंखी दास ने बीते कई सालों में पोस्ट के जरिए आंतरिक रूप से सत्ताधारी दल भाजपा का समर्थन किया है और कांग्रेस की उपेक्षा की है। इस तरह का बर्ताव दुनियाभर में फेसबुक की गैर पक्षपातपूर्ण रहने की नीति के विपरीत है। इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अंखी दास ने 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत से एक दिन पहले उनके सोशल मीडिया कैंपेन को लेकर पोस्ट किया था।

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