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Uttarakhand Election 2022 : शहादत के रिश्ते से उत्तराखण्ड को भावनाओं की डोर में बांध गए राहुल
राहुल गांधी ने किया मोहन भागवत पर पलटवार
सलीम मलिक की रिपोर्ट
Uttarakhand Election 2022 : बंग्लादेश निर्माण की गोल्डन जुबली के मौके पर शहीद सैनिक सम्मान रैली को संबोधन के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने उत्तराखण्ड की सैन्य शहादत के साथ अपने रिश्ते की व्याख्या कर शहीदों के प्रति भावनात्मक लगाव का प्रदर्शन किया। "जिसने कुछ खोया हो वही शहादत का मतलब समझ सकता है", कहकर राहुल ने अपने परिवार की शहादतों की चर्चा करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड ने इस देश को बचाने में आज तक अपना सबसे ज्यादा खून दिया है।
देहरादून (Dehradun) के परेड मैदान (Parade Ground) में राहुल ने 1971 की विजय को याद करते हुए कहा कि उस समय जब युद्ध लंबे चलते थे, भारत ने केवल 13 दिन में इस लड़ाई को जीत लिया था। जिसके पीछे इस देश की एकता का सबसे बड़ा हाथ था। लेकिन आज देश को लगातार कमजोर किया जा रहा है। एक को दूसरे से लड़ाया जा रहा है। एक दूसरे को डरा रहा है। कमजोर को मारा जा रहा है। भारत ने पाकिस्तान से लड़ाई जीती तो तब देश एकजुट था। यदि देश एकजुट होगा तो कोई भी ताकत देश को नहीं हरा सकती है।
विजय सम्मान रैली (Vijay Samman Rally) के इस मौके पर राहुल गांधी ने 1971 के बांग्लादेश युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की निर्णायक जीत के शामिल सैनिकों को सम्मानित किया। साथ ही शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मानित करते हुए उन्होंने कहा कि जो कुर्बानी हजारों सैनिकों ने दी है, वही कुर्बानी मेरे परिवार के लोगों ने भी दी है। जिन्होंने अपना खोया है, यह बात उन्हें गहराई से समझ आएगी। पिता को खोने, भाई को खोने का दर्द वह कभी नहीं समझ सकते, जिन्होंने इस दर्द को न झेला हो।
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा कि पूरी की पूरी सरकार दो-तीन पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है। इन्ही के फायदे और देश के किसानों को बर्बाद करने के लिए सरकार के लाये तीन कृषि कानून के खिलाफ पूरा देश खड़ा हुआ तो एक साल बाद पीएम बोलते हैं कि गलती हो गई। उन्होंने कहा कि इससे पहले नोटबंदी और जीएसटी आपने देख ही ली है। हिंदुस्तान में हर चीज पर दो तीन पूंजीपतियों का आक्रमण है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी पूंजीपतियों के हथियार हैं, जिसे चलाने वाले नरेंद्र मोदी हैं।
उन्होंने देश में बेरोजगारी का दंश झेल रहे युवाओं से बिना किसी लाग-लपेट के डेढ़ लाइन में कहा कि जब तक देश में दिल्ली की सरकार है, तब तक युवाओ को रोजगार नहीं मिलेगा। यह कड़वी सच्चाई जितनी जल्दी देश का युवा समझेगा, उतना उनके हित में होगा। जब तक दिल्ली से भाजपा की सरकार नहीं हटेगी, तब तक देश में युवाओं को रोजगार नहीं मिल सकता।
राहुल ने कहा कि विश्व में सबसे ज्यादा पेट्रोल-डीजल पर टैक्स भारत में लिया जा रहा है। यह टैक्स देश के विकास के लिए नहीं बल्कि उन अरबपति चहेते उद्योगपतियों के कर्ज माफ करने के लिए लिया जा रहा है, जो मोदी की दिन-रात ब्रांडिंग करने में लगे हैं। एयरपोर्ट सहित देश का तमाम आधारभूत ढांचा पूंजीपतियों के हाथों में बिकते जाएगा तो देश युवाओं को कहाँ से रोजगार दे पाएगा। देश की बागडोर संभालने वाले लोग एक तरफ देश को बांट रह हैं तो वहीं दूसरी तरफ देश की आर्थिक शक्ति को नष्ट कर रहे हैं। इसलिए किसी गलतफहमी में मत रहना कि हिंदुस्तान मजबूत हो रहा है। हेलीकॉप्टर, तोप से देश मजबूत नहीं होता है। देश तब मजबूत होता है, जब नागरिक मजबूत होता है। जब देश की जनता बिना डरे काम कर सकती है। खुलकर हर विषय पर बोल सकती है।
उन्होंने कहा कि आज विजय दिवस को दिल्ली में भी मनाया गया। जिस प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में लड़ाई लड़ी गई, उनका एक शब्द तक जिक्र नहीं किया गया। जिसने 30 गोलियां सीने में खाई उनका जिक्र तक नहीं किया।
राहुल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नाटकीय शैली पर सीधा हमला करते हुए कहा कि अब तो इतिहास में ऐसा लगता है कि सिर्फ नरेंद्र मोदी ने गंगा में स्नान किया हो। और कोई गंगा में स्नान नहीं करता। वहां योगी को भी परमिशन नहीं दी गई। राजनाथ सिंह को भी परमिशन नहीं दी। एक ही हिंदुस्तानी नरेंद्र मोदी है, जो गंगा में स्नान कर सकता है।
उन्होंने राज्य के लोगों से कहा कि रोजगार तब आएगा, जब छोटे किसानों को फायदा मिलेगा। दो तीन पूंजीपतियों से उत्तराखंड का फायदा नहीं हो सकता है। कांग्रेस की सरकार आएगी तो किसानों की रक्षा होगी। युवाओं को सरकार पूरी सहायता देगी। एक बार फिर प्रदेश में रोजगार पैदा होना शुरू होगा।