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विमर्श

मोदीराज में 3.7 खरब डॉलर की भारतीय अर्थव्यवस्था में से 1 खरब डॉलर से ज्यादा की संपत्ति सिर्फ 200 अरबपतियों के पास

Janjwar Desk
6 April 2024 10:55 AM GMT
मोदीराज में 3.7 खरब डॉलर की भारतीय अर्थव्यवस्था में से 1 खरब डॉलर से ज्यादा की संपत्ति सिर्फ 200 अरबपतियों के पास
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file photo

एक ऐसे देश में - जहां 81 करोड़ आबादी सरकार के मुफ्त राशन पर जिन्दा हो, 55 करोड़ आबादी सरकारी इलाज के हवाले हो और 18 करोड़ किसानों को सरकार 500 रुपये महीने से खेती करा रही हो – अरबपतियों की संख्या साल-दर-साल बढ़ते जाना सामाजिक और आर्थिक असमानता का स्पष्ट प्रमाण है....

महेंद्र पाण्डेय की टिप्पणी

Just 200 billionaires own about 30 percent wealth of the country. जनवरी 2024 में केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय ने देश के अर्थव्यवस्था का आकलन कर सकल घरेलू उत्पाद का मूल्य 3.7 खरब डॉलर बताया था, यानी हमारी मौजूदा अर्थव्यवस्था 3.7 ख़रब डॉलर की है। हमारे प्रधानमंत्री मोदी विकसित भारत, सबका साथ सबका विकास, दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और 5 ख़रब डॉलर वाली अर्थव्यवस्था की खूब बात करते हैं, मेनस्ट्रीम मीडिया भी प्रधानमंत्री को देश की अर्थव्यवस्था का तारणहार करार देता है – पर तथ्य यह है कि इस 3.7 खरब डॉलर में से लगभग 1 खरब डॉलर की संपत्ति देश के महज 200 लोगों के पास है।

जाहिर है, मोदीराज में विकास केवल अरबपतियों और पूंजीपतियों का हो रहा है। यदि इतना सीधा सा गणित भी मेनस्ट्रीम मीडिया जनता को नहीं बता पा रही है, या फिर विपक्षी दल जनता को नहीं बता पा रहे हैं, तो फिर तो आने वाले चुनावों में देश के सत्ता में परिवर्तन के कोई आसार नहीं हैं। इलेक्टोरल बांड की कुटिलता तो बड़ा मुद्दा बनाने से पहले ही जनता भूल चुकी है।

मोदी जी बार-बार वर्ष 2025 तक 5 खरब डॉलर के अर्थव्यवस्था की बात करते रहे हैं, पर यह सब महज आंकड़ों की बाजीगरी ही नजर आती है। सत्ता में बैठे तमाम मंत्री अपनी मर्जी से परिस्थितियों के अनुसार 5 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के वर्ष निर्धारित करते हैं। मेनस्ट्रीम मीडिया तो इन तथ्यों को भी उजागर नहीं कर पाता है।

9 जनवरी 2024 को वाइब्रेंट गुजरात आयोजन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि वर्ष 2027-2028 तक देश की अर्थव्यवस्था 5 खरब डॉलर की हो जायेगी। इसके 13 दिनों बाद ही, 22 जनवरी 2024 को पेट्रोलियम मंत्री ने किसी सम्मलेन में बताया कि कुछ लोग कह रहे हैं कि 5 खरब डॉलर तक पहुँचने में 2027-2028 तक का समय लग जाएगा, पर हकीकत यह है कि भगवान् राम के आशीर्वाद और मोदी जी के कुशल नेतृत्व के कारण देश यह कारनामा 2024-2025 में ही कर लेगा। जाहिर है, देश की अर्थव्यवस्था का ज्ञान वित्त मंत्री से अधिक पेट्रोलियम मंत्री और प्रधानमंत्री को है – यानी किसी को कुछ भी नहीं पता है। हकीकत यह है कि वर्ष 2022 में 3.4 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था थी, जो तथाकथित रिकॉर्ड जीडीपी में बृद्धि के बाद भी 2023 में 3.7 खरब डॉलर तक ही पहुँच सकी है।

फोर्ब्स द्वारा वर्ष 2024 के अरबपतियों की सूची में 200 नाम भारत से हैं, जबकि वर्ष 2023 के सूची में महज 169 भारतीय ही थे। इन 200 अरबपतियों की सम्मिलित सम्पदा 954 अरब डॉलर, यानी लगभग 1 खरब डॉलर है। वर्ष 2023 की तुलना में अरबपतियों की सम्मिलित सम्पदा में 41 प्रतिशत का उछाल आया है, वर्ष 2023 में यह 675 अरब डॉलर थी। देश के सबसे अमीर, मुकेश अम्बानी, एशिया के भी सबसे अमीर हैं और एशिया के पहले अरबपति हैं, जिनकी सम्पदा 100 अरब डॉलर से भी अधिक है।

दुनिया में मुकेश अम्बानी समेत महज 14 अरबपति ऐसे हैं जिनकी सम्पदा 100 अरब डॉलर से अधिक है। वर्ष 2023 में अम्बानी 83 अरब डॉलर के मालिक थे और 2024 में 116 अरब डॉलर तक पहुँच गए। गौतम अडानी की संपत्ति में इस दौरान 36.8 अरब डॉलर की बृद्धि दर्ज के गयी। सबसे अमीर व्यक्तियों में वैश्विक स्तर पर मुकेश अम्बानी 9वें स्थान पर हैं और गौतम अडानी 17वें स्थान पर हैं। देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल हैं, जो देश के अरबपतियों की सूची में चौथे स्थान पर हैं।

देश के अरबपतियों में से दो-तिहाई से अधिक की संपत्ति में वर्ष 2023 से 2024 के बीच बृद्धि दर्ज की गयी है, इनमें से 12 अरबपतियों की संपत्ति में इस दौरान दुगुने से अधिक की बृद्धि दर्ज की गयी है। इस अवधि के दौरान केवल शीर्ष 10 में से केवल दो अरबपतियों – सायरस पूनावाला और लक्ष्मी मित्तल – की संपत्ति कम हुई है। वर्ष 2024 के अरबपतियों की सूची में 25 नए नाम भी हैं, जिसमें सबसे प्रमुख मेदान्ता ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स के मालिक डॉ नरेश त्रेहान का है।

एक ऐसे देश में - जहां 81 करोड़ आबादी सरकार के मुफ्त राशन पर जिन्दा हो, 55 करोड़ आबादी सरकारी इलाज के हवाले हो और 18 करोड़ किसानों को सरकार 500 रुपये महीने से खेती करा रही हो – अरबपतियों की संख्या साल-दर-साल बढ़ते जाना सामाजिक और आर्थिक असमानता का स्पष्ट प्रमाण है। पर, दुर्भाग्य यह है कि अफीम के नशे में डूबी बेरोजगार और भूखी जनता को कुछ भी नजर नहीं आ रहा है।

सन्दर्भ:

1. India to be $5 trillion economy by 2027-28: Finance Minister -

https://www.deccanherald.com/business/economy/india-to-be-5-trillion-economy-by-2027-28-finance-minister-2843494

2. Indian economy set to hit $5 trillion by 2024-25; $10 trillion by 2030, says Hardeep Puri - https://www.livemint.com/economy/indian-economy-set-to-hit-5-trillion-by-2024-25-double-to-10-trillion-by-2030-says-hardeep-puri-11706007765224.html

3. Indian Billionaires Soar To Record Highs - https://www.forbes.com/sites/ naazneenkarmali/2024/04/02/indian-billionaires-soar-to-record-highs/

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