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नीतीश को तेजस्वी ने दे दी नसीहत, कैसे होगी 10 लाख बहाली इसका मास्टरप्लान भी लाया सामने
![नीतीश को तेजस्वी ने दे दी नसीहत, कैसे होगी 10 लाख बहाली इसका मास्टरप्लान भी लाया सामने नीतीश को तेजस्वी ने दे दी नसीहत, कैसे होगी 10 लाख बहाली इसका मास्टरप्लान भी लाया सामने](https://janjwar.com/h-upload/2020/10/22/301215-fbimg1603352561141.jpg)
Photo:social media
जनज्वार ब्यूरो, पटना। महागठबंधन के सीएम फेस तेजस्वी यादव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शारीरिक और मानसिक रूप से थका हुआ बताते हुए सीधा हमला किया है। साथ ही तेजस्वी यादव ने उन्हें भाषा की मर्यादा कायम रखने की नसीहत भी दे दी है। वे 10 लाख युवाओं को नौकरी देने के अपने वादे पर नीतीश कुमार द्वारा जेल से पैसे आएंगे क्या जैसे पूछे जाने प्रश्नों पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे।
आज तेजस्वी जमकर बरसे और उन्होंने डिप्टी सीएम और राज्य के वित्तमंत्री सुशील कुमार मोदी पर भी खूब प्रहार किया। तेजस्वी ने कहा 'माना कि माननीय मुख्यमंत्री जी मानसिक व शारीरिक रूप से थक चुके हैं। लोकतंत्र में जीत-हार चलती रहती है। वो हार देखकर घबराएं नहीं और भाषा की शालीनता और मर्यादा को बनाए रखे।'
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने बजटीय प्रावधानों का हवाला देते हुए कहा 'नीतीश कुमार जी आजकल बौखलाहट में कुछ भी बोल रहे हैं। कह रहे हैं कि जेल से पैसा आएगा। 15 साल शासन करने के बाद भी इनको नहीं पता कि बजट में क्या-क्या प्रावधान है और कैसे उन्हें खर्च करना है।'
उन्होंने कहा कि बिहार का वित्तीय बजट 2 लाख 11 हज़ार 761 करोड़ है, जिसका 40% राशि एनडीए सरकार अपनी ढुलमुल, ग़ैर-ज़िम्मेदारना, भ्रष्ट और लचर नीतियों के कारण खर्च ही नहीं कर पाती है और अंत में 80 हज़ार करोड़ रुपये ये हर वर्ष सरेंडर कर देते हैं। कोई कार्यकुशल सरकार लगभग 40 फ़ीसद फंड सरेंडर क्यों करेगी?
उन्होंने कहा 'आदरणीय नीतीश जी और सुशील जी, हम इस विशालकाय राशि का आपकी तरह जातीय वोट बैंक बनाने की बजाय आसानी से नए विकास कार्यों और नई बहाली के लिए वेतन के रूप में कर सकते हैं।'
महागठबंधन की ओर से सीएम पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने राज्य की एनडीए सरकार पर कई घोटाले करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री जी को बजट का कैसे पता चलेगा? उनके कार्यकाल में सृजन घोटाले, धान घोटाले, तटबंध घोटाले सहित 30000 करोड़ के 60 घोटाले हुए हैं। यानि गरीब जनता का 30 हज़ार करोड़ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिए गए हैं। इस 30 हज़ार करोड़ की राशि को क्या आप अनुबंध या नियोजन के नाम पर शोषण सह रहे युवाओं की नौकरियों को नियमित कर के वेतनमान नहीं दे सकते थे?
उन्होंने कहा कि अब महागठबंधन की सरकार बनेगी और वह सरकार बिना भ्रष्टाचार पूरी पारदर्शिता से एक एक पैसा सही कार्य में लगाएगी, राज्य की उत्पादकता बढ़ाएगी, पूंजीपतियों को निवेश के लिए आकर्षित कर नए उद्योग लगाएगी और राज्य की आय कई गुणा बढ़ाएगी।
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि 500 करोड़ रुपये सिर्फ विज्ञापन पर खर्च कर दिया जाता है। 24500 करोड़ जल जीवन हरियाली के नाम पर चला गया है। शराबबंदी के नाम पर 10 हज़ार करोड़ की समानांतर अवैध इकॉनमी चल रही है।
तेजस्वी ने आगे कहा 'नीतीश कुमार जी सोचते हैं कि हमारे द्वारा बहाल किए जाने वाले 10 लाख कर्मी सिर्फ कुर्सी पर ख़ाली बैठकर खाएंगे? हमारी सोच है कि 10 लाख युवाओं की बहाली से सरकार की कार्यकुशलता एव कार्य क्षमता बढ़ेगी, जन सुविधा बढ़ेगी, उत्पादकता व गुणवत्ता बढ़ेगी, खपत बढ़ेगी, सरकारी आय बढ़ेगी, आधारभूत संरचना बेहतर होगा और पूंजी निवेश होगा, लोगों की ख़रीदने की क्षमता बढ़ेगी, बिहार का पैसा बिहार के बाज़ार और अर्थव्यवस्था में ही घूमेगा जिससे सरकार की आय बढ़ती चली जाएगी और राज्य तेजी से विकास करता चला जाएगा।'