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Bihar News : महाशिवरात्रि पर खेत में निकला नाग, फूल-माला लेकर पूजा करने में जुटी भीड़
महाशिवरात्रि पर खेत में निकला नाग, फूल-माला लेकर पूजा करने में जुटी भीड़
Bihar News : देश आधुनिकता की ओर बढ़ता जा रहा है लेकिन अंधविश्वास की जड़ें आज भी मौजूद है। कुछ ऐसी घटनाएं घटती हैं, जिन्हें कुछ लोग चमत्कार मानते हैं तो कुछ अंधविश्वास। महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर बिहार के गोपालगंज में आस्था का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां सरसों के खेत में निकले कोबरा सांप की पूजा करने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी| बता दें कि इस अनोखी घटना की चर्चा पूरे गोपानगंज जिले में हो रही है।
यह है पूरा मामला
बिहार के गोपालगंज में महाशिवरात्रि पर आज सोमवार 1 मार्च को खेत में निकला एक नाग आकर्षण का केंद्र बन गया है। जिस भी ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली, वह फूल माला लेकर दौड़ता हुआ नाग की पूजा करने के लिए आ गया है। जिसके बाद महिलाएं शिवरात्रि के गीत गाने लगी तो पूजा-अर्चना का दौर भी शुरू हो गया। कुछ ग्रामीणों ने तो नाग के ऊपर लाल कपड़ा तक बांध दिया लेकिन इस दौरान नाग वहां से नहीं हटा। देखते ही देखते लोगों ने खेत में सांप के सामने बैठ कर पूजा-अर्चना शुरू कर दी| सांप को देवता मानकर श्रद्धालुओं के इसकी पूजा करने की इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
दूर-दूर से पूजा-अर्चना के लिए आए लोग
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मांझागढ़ प्रखंड कार्यालय के पास सरसों के खेत में निकल आया, जो काफी देर तक एक ही जगह बैठा रहा। सांप के होने की खबर फैली तो उसे देखने पर पूजा अर्चना करने के लिए लोग दूर-दूर से वहां पहुंचने लगे। कुछ महिलाएं दूध लेकर भी पहुंच रही थी तो कुछ लोग फूल माला और प्रसाद लेकर पूजा करने पहुंच रहे थे। धूप-अगरबत्ती जला कर पूजा की गई। कुछ ग्रामीणों ने नाग को दूर से ही दूध पिलाने का भी प्रयास किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लोगों ने कहा है कि 'हमारे गांव में भगवान भोलेनाथ ने दर्शन दिया है।'
नाग को लेकर लोगों का दावा
खेत में नाग निकलने को लेकर लोगों ने दावा किया है कि नाग फन फैलाए भी नजर आया। साथ ही उन्होंने दावा किया कि पूजा करने के दौरान नाग उनकी ओर देख रहा था और इतनी भीड़ होने पर भी वह टस से मस नहीं हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरसों के खेत में कहीं से यह कोबरा सांप रेंगते हुए आ गया और कुंडली मारकर बैठ गया। इस बात की खबर फैलते ही ग्रामीणों का जमावड़ा लगा और कुछ लोग इसे चमत्कार बताते हुए नाग को दूध पिलाने लग गए।