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अंधविश्वास

मध्यप्रदेश में बारिश के लिए मासूम बच्चियों को निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाया गया, DM को मिला नोटिस

Janjwar Desk
6 Sep 2021 10:47 AM GMT
मध्यप्रदेश में बारिश के लिए मासूम बच्चियों को निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाया गया, DM को मिला नोटिस
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MP में आस्था या अंधविश्वास (photo-twitter)

बच्चियां पूरे गांव में घूमती हैं और पीछे पीछे महिलाएं भजन कीर्तन करती जाती हैं। रास्ते मे पड़ने वाले घरों से ये महिलाएं आटा दाल मांगती हैं और जो राशन जमा होता है उस राशन से गाव के मंदिर में भंडारा होता है...

जनज्वार ब्यूरो। मध्य प्रदेश (madhya pradesh) के दामोह से अंधविश्वास की बड़ी घटना सामने आ रही है। यहांं के जनपद दमोह (damoh district) से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जो कुप्रथा की बानगी होने सहित बेहद अमानवीयता भरी भी हैं।

गौरतलब है कि, इस बार मानसून कुछ जिलों पर तो इतना मेहरबान हुआ कि बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात तक बन गये। वहीं, कुछ जिलों में नाम मात्र की बारिश के चलते सूखा तक पड़ गया। प्रदेश के जो जिले भीषण सूखे की चपेट में हैं, वहां लोग इस परेशानी से निकलने के लिए अब तरह तरह के जतन कर रहे हैं।

बताया जा रहा है कि, जबेरा ब्लॉक स्थित अमदर पंचायत के बनिया गांव में बारिश न होने की वजह से लोग परेशान हैं। सूखे को देखते हुए पुरानी मान्यता के मुताबिक गांव की छोटी छोटी बच्चियों को पूर्ण नग्न कर उनके कंधों पर मूसल रखा जाता है और इस मूसल में मेंढक को बांधा जाता है।

बच्चियां पूरे गांव में घूमती हैं और पीछे पीछे महिलाएं भजन कीर्तन करती जाती हैं। रास्ते मे पड़ने वाले घरों से ये महिलाएं आटा दाल मांगती हैं और जो राशन जमा होता है उस राशन से गाव के मंदिर में भंडारा होता है। अपनी इसी कुप्रथा के चलते, छोटी-छोटी बच्चियों को नग्न कर उन्हें मूसल देकर पूरे गांव में घुमाया गया।

यहां के निवासियों की मान्यता है कि ऐसा करने से बारिश होती है। इसी कुप्रथा को एक बार फिर अंजाम दिया गया और बनिया गांव में प्रथा के नाम पर मासूम बच्चियों के साथ ये सलूक भी किया गया। हालांकि, यह तस्वीरें वायरल होने के बाद जिम्मेदारों ने मामला संज्ञान में ले लिया है।

दमोह जिलाधिकारी को मिला नोटिस

इस मामले में NCPCR ने दमोह कलेक्टर को नोटिस भेज इस मामले में 10 दिन के भीतर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. NCPCR ने 2005 की धारा 13(1)(j) के अंतर्गत खुद ही इस मामले में संज्ञान लिया है। NCPCR के द्वारा जारी नोटिस में कलेक्टर से नग्न बच्चियों का आयु प्रमाण पत्र, जांच रिपोर्ट और अन्य दस्तावेज की मांग की गई है।

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