बिहार के बाल सुधारगृह में फूटा कोरोना बम, 37 बच्चे हुए संक्रमित
कोरोना की तीसरी लहर बतायी जा रही है बच्चों के लिए बहुत खतरनाक
छपरा, बिहार। कोरोना की भयावहता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। मरने वालों का आंकड़ा भयावहता को और बढ़ा रहा है। सबसे बड़ी बात यह कि इस बार बच्चे और युवा इसकी चपेट में ज्यादा आ रहे हैं और पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में मौतों की तादाद डरा रही है। सर्वाधिक मौतें आक्सीजन की कमी से हो रही हैं।
अब बिहार के छपरा जिले में एक बाल सुधार गृह इसकी चपेट में आ गया है। कुल 86 बच्चों में से 37 बच्चों का टेस्ट पॉजिटिव आया है। जानकारी के मुताबिक कुछ सिमटम के आधार पर रिमांड होम के 86 बच्चों का कोरोना टेस्ट कराया गया था, जिसमें 37 बच्चे संक्रमण के शिकार पाए गए हैं बाल सुधार गृह में इतनी बड़ी संख्या में बच्चों के कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद हड़कंप मच गया है।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक रविवार 18 अप्रैल को रिमांड होम के 86 बच्चों का कोविड टेस्ट किया गया था, जिसमें से 37 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
यह मामला सामने आने के बाद सभी पॉजिटिव बच्चों को छपरा सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। कहा जा रहा है कि पॉजिटिव पाये गये इन बच्चों में फिलहाल किसी तरह के लक्षण नहीं नजर आ रहे हैं, लेकिन उनके कोरोना संक्रमित होने के बाद प्रशासन खास सतर्कता बरत रहा है।
छपरा जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए जिले में अब कंटेनमेंट जोन की संख्या भी 84 से बढकर 108 हो चुकी है। सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद और डीपीएम अरविंद कुमार ने मीडिया को जानकारी दी कि जिले में 298 नए पॉजिटिव मरीजों के मिलने के बाद कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 11,792 तक पहुंच चुकी है।