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कोविड -19

देश की जनता से माफी मांगें मोदी, कोरोना से हर रोज हो रहीं 10,000 मौतें- असदुद्दीन ओवैसी

Janjwar Desk
11 May 2021 12:42 PM GMT
देश की जनता से माफी मांगें मोदी, कोरोना से हर रोज हो रहीं 10,000 मौतें- असदुद्दीन ओवैसी
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(असदुद्दीन ओवैसी ने की फैसल हुसैन के लिए न्याय और परिजनों के लिए मुआवजे की मांग)

ओवैसी ने कहा कि मैं जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं नरेंद्र मोदी जानते हैं इस मुल्क में कोरोना से हर रोज 10 हजार लोगों की मौतें हो रही हैं....

जनज्वार डेस्क। कोरोना महामारी की दूसरी लहर देश में हाहाकार मचा रखा है। इस बीच विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो गया है। एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री को इस मुल्क की आवाम से माफी मांगनी पड़ेगी।

ओवैसी ने कहा कि उनकी हुकूमत की गलत प्लानिंग की वजह से आज हमारे मुल्क में ऑफिशियली चार हजार लोग मर रहे हैं। 4 हजार नहीं मर रहे हैं, मैं जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं नरेंद्र मोदी जानते हैं इस मुल्क में हर रोज 10 हजार लोगों की मौतें हो रही हैं। इसकी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री पर लागू होती हैं।

ओवैसी ने वीडियो जारी कर कहा कि मेरा विरोध करने वाले यह समझ रहे होंगे कि असदुदीन कोई सियासी बात कर रहे हैं, पूरी दलीलों के साथ कह रहा हूं कि इस हुकूमत को इसके साइंटिस्ट्स बोल चुके थे, कोरोना की दूसरी लहर आएगी, ये सो रहे थे। इनके पास हर चीज बता दी गई थी मगर इन्होंने कोई तैयारी नहीं की।

ओवैसी ने आगे कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के सामने मोदी सरकार कहती है कि ऑक्सीजन के लिए मोदी और अमित शाह जिम्मेदार हैं। अगर प्रधानमंत्री और अमित शाह जिम्मेदार हैं तो सुप्रीम ने अलग कमिटी क्यों बनायी, इसलिए बनायी कि सुप्रीम कोर्ट ने देख लिया कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर भरोसा नहीं किया जा सकता। इसीलिए सुप्रीम कोर्ट ने एक्सपर्ट्स की कमिटी बनायी।'

ओवैसी ने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार राज्य की सरकारों को वैक्सीन नहीं दे रही है। अगर वैक्सीन दे देते तो आज यह नौबत नहीं आती। आज लोग वैक्सीन लेने को तैयार हैं लेकिन वैक्सीन ही नहीं है। ओवैसी ने यह भी कहा कि अमेरिका ने वैक्सीन बनाने के लिए लाइसेंस दिया है। लेकिन यहां सिर्फ दो कंपनियों को वैक्सीन बनाने का लाइसेंस दिया गया है।

उन्होंने कहा कि सिर्फ दो कंपनियां कैसे 137 करोड़ लोगों के लिए वैक्सीन बनाएंगी। अगर इस रफ्तार से काम चलेगा तो दो साल लगेंगे। दो साल में कितने लोगों की जानें चली जाएंगी।

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