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कोविड -19

Omicron Variant : एक हफ्ते बाद हर रोज आएंगे 4 चार लाख ज्यादा नए केस, IIT कानपुर की भविष्यवाणी

Janjwar Desk
8 Jan 2022 8:41 AM GMT
Indore News: MP के इंदौर में ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट BA.2 से संक्रमित 12 मरीज मिले, 40% तक फेफड़ों के इन्फेक्टेड होने का रिस्क
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(इंदौर में ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट BA.2 से संक्रमित 12 मरीज मिले)

Omicron Variant : प्रोफेसर राजेश रंजन के मुताबिक महामारी के चरम पर हर दिन चार लाख या उससे ज्यादा केस आने का अनुमान है...

Omicron Variant : कोरोना वायरस (Covid 19) के संक्रमितों की संख्या देश में लगातार बढ़ती जा रही है। आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के एसआईआर मॉडल ने तीसरील हर के भविष्य का आकलन कर लिया है। इसके मुताबिक जनवरी के तीसरे सप्ताह यानि एक सप्ताह बाद पूरे देश में कोविड पीक पर पहुंच जाएगा।

प्रोफेसर राजेश रंजन के मुताबिक महामारी के चरम पर हर दिन चार लाख या उससे ज्यादा केस आने का अनुमान है। सक्रिय केस 14 लाख के पार भी जाने पर आशंका है। पहली दो लहरों के उलट इस बार पूर्वोत्तर समेत पूरा देश एकसाथ पीक पर जाएगा।

प्रोफेसर रंजन ने आगे कहा कि इस बार नए केसों की बढ़त दूसरी लहर के मुकाबले काफी ज्यादा है। पूरे देश में एक संक्रमित शख्स औसतन 2.5 संक्रमित कर रहा है जो कि बीते हफ्ते के मुकाबले ज्यादा है। अनुमान है कि कोरोना के ओमिक्रॉन स्ट्रेन के कारण आई तीसरी लहर तेजी से नीचे जाएगी। इस महीने के तीसरे हफ्ते में पीक आएगा तो फरवरी के पहले सप्ताह में सक्रिय केस सबसे ज्यादा होंगे। मृत्यु दर भी उस समय बढ़ने का खतरा है। फिलहाल यह कहा जा सकता है कि वायरस ज्यादा घातक नहीं है।

प्रोफेसर रंजन के मुताबिक हमारी तैयारियां ठीक हैं तो अस्पतालों में बेड कम नहीं पड़ेंगे। दूसरी लहर जैसी हाल नहीं होगी लेकिन कुछ अव्यवस्था जरूर हो सकती है। एक बात समझनी होगी कि केस बढ़ने और मरीजों के अस्पताल पहुंचने के एक हफ्ते बाद मृत्यु दर की असली स्थिति पता चलती है । मुंबई में 15-20 प्रतिशत बेड भर चुके हैं। यूके की आबादी भारत से काफी कम है लेकिन वहां रोजाना दो लाख से ज्यादा केस आए। अमेरिका तो 10 लाख प्रतिदिन के भयावह आंकड़े तक पहुंच गया।

दूसरी लहर से पहले 2021 में फरवरी और बाद में अक्टूबर-नवंबर संक्रमण के लिहाज से काफी सुरक्षित थे। 2022 में यह मौका मार्च से जून के बीच आ सकता है। रंजन के मुताबिक पीक आने के कुछ समय बाद गतिविधिया शुरू कर देनी चाहिए क्योंकि 4-5 महीने बाद वायरस के दोबारा हमले की आशंका होती है। लोगों को नंबर देखकर घबराने से बचना होगा। वायरस कुदरती रूप से पैदा हुआ है तो अब घातक नहीं होगा। आप सौ साल पहले आए स्पेनिश फ्लू के आंकड़े देख कह सकते हैं कि स्पेनिश फ्लू की 100वीं लहर आई है लेकिन ऐला नहीं होता।

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