गुजरात में कोरोना से बचने के लिए अब शरीर पर गाय का गोबर तक लगा रहे लोग, डॉक्टरों ने दी चेतावनी
जनज्वार डेस्क। देश में कोरोना महामारी ने हाहाकार मचा रखा है। वैक्सीन के प्रोडक्शन के साथ ही देश में एक उम्मीद की किरम जगी थी लेकिन अब इसकी शॉर्टेज का भी संकट खड़ा हो गया है। इस कमी के चलते अब रजिस्ट्रेशन भी नहीं हो रहे हैं। अधिकांश अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की पर्याप्त आपूर्ति नहीं है।
ऐसे में सोशल मीडिया से लेकर तमाम मंचों में लोग इस वायरस से बचने के लिए घरेलू नुस्खे दे रहे हैं। कोई चाय और काढ़ा पीने की सलाह दे रहा हो तो कोई सेंधा नमक। वहीं गाय के गोबर और गोमूत्र को भी इम्युनिटी बढ़ाने के नाम पर प्रचारित किया जा रहा है।
कुछ लोगों का कहना है कि कोरोना संक्रमण को दूर करने और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए गाय के गोबर का इस्तेमाल देसी तरीका है। लोगों का मानना है कि गाय का गोबर और गोमूत्र का लेप कोरोना महामारी से बचा जा सकता है और प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि गुजरात के कुछ हिस्सों में तमाम लोग गौशालाओं के चक्कर काट रहे हैं। उन्हें उम्मीद है गोबर और गाय का मूत्र के लेप का शरीर पर इस्तेमाल करने से इम्यूनिटी बढ़ेगी और कोविड से बचाव करेगा।
गुजरात में हिंदू भिक्षुओं द्वारा संचालित 'श्री स्वामीनारायण गुरुकुल विश्वविद्या प्रतिष्ठान' में सैकड़ों लोग हर रोज आश्रम आते हैं और गाय के गोबर का लेप अपने शरीर पर अप्लाई कर बैठ जाते हैं।
गोबर और मूत्र के मिश्रण का लेप लगाने के बाद ये लोग उसके सूखने का इंतजार करते हैं। फिर मिश्रण को दूध या छाछ से धोते हैं। इनकी कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं।
देश के डॉक्टर गाय के गोबर के उपयोग के खिलाफ चेतावनी दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों का यह विश्वास है कि यह COVID-19 को नष्ट कर देगा।