दिल्ली में पहली बार कोरोना से रिकाॅर्ड 357 मरीजों की मौत, पाॅजिटिव केस पहुंचे 1 लाख के करीब
जनज्वार, दिल्ली। कोरोना की भयावहता कम होने के बजाय दिनोंदिन बढ़ रही है, और उतनी ही बढ़ रही है सरकार अव्यवस्था। कोरोना के कारण जो मरीज मर रहे हैं, उनमें से ज्यादातर की मौत का कारण समुचित इलाज न मिल पाना है। सबसे बड़ा कारण ऑक्सीजन का न मिलना है। दिल्ली, महाराष्ट्र, बिहार, उत्तर प्रदेश समेत कई अन्य राज्यों में कोरोना रोज नये रिकाॅर्ड छू रहा है। पिछले 24 घंटों में सिर्फ दिल्ली में कोरोना के कारण 357 लोगों की मृत्यु हुई है।
इससे पहले 23 अप्रैल को दिल्ली में कोरोना के कारण 348 मौतें हुयी थीं। अभी तक दिल्ली में कोरोना से 13898 मरीजों की मौत हो चुकी है। अभी दिल्ली में कोरोना के 93,080 एक्टिव मरीज हैं। मरीजों का इतने बड़े पैमाने पर मरने का आंकड़ा तब सामने आ रहा है जबकि 50 प्रतिशत से भी ज्यादा कोविड रोगी यानी 50,285 लोग होम आइसोलेशन में रह रहे हैं।
दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान कुल 74,702 व्यक्तियों की कोरोना जांच की गई, जिनमें से 24,103 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। हालांकि इसी दौरान 22,695 कोरोना रोगी स्वस्थ भी हुए हैं।
इतने बड़े पैमाने पर हो रही मौतों जिनमें से ऑक्सीजन न मिलने के कारण सर्वाधिक हैं, का सवाल उठने के बावजूद अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी लगातार बनी हुयी है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार के मुताबिक उन्हें आवंटित की गई 480 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के बजाए 23 अप्रैल को केवल 309 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली है, इसलिए इतना बड़ा संकट खड़ा हुआ है।
गौरतलब है कि दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट लगातार बना हुआ है। इन सभी अस्पतालों में सैकड़ों कोरोना रोगी भर्ती हैं, जिन्हें लगातार ऑक्सीजन की आवश्यकता है।
जयपुर गोल्डन अस्पताल, सर गंगा राम अस्पताल, बत्रा हॉस्पिटल, सरोज हॉस्पिटल और गुरु तेग बहादुर में ऑक्सीजन की कमी से बड़ी संख्या में कोविड मरीजों की मौत हो चुकी है। अब दिल्ली की हालत इतनी बुरी है कि जहा श्मशान घाट पर मरीजों के परिजनों को घंटों अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ रहा है, वहीं कब्रिस्तानों से मयतें लौटानी शुरू कर दी गयी हैं, क्योंकि लाशें दफनाने की जगह नहीं बची है।
इस हालत के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार 24 अप्रैल को देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनसे ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री ने पत्र लिख कर सभी से अपील की है कि अगर उनके पास अतिरिक्त ऑक्सीजन है तो दिल्ली को उपलब्ध कराएं।
दिल्ली में लगातार कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए छतरपुर और बुराड़ी में अस्थायी कोरोना अस्पताल शुरू किए गये हैं। यहां कोरोना रोगियों के उपचार एवं उन्हें ऑक्सीजन प्रदान करने की व्यवस्था भी की जाएगी। हालांकि गंभीर रूप से बीमार कोरोना रोगियों को यहां नहीं रखा जाएगा।