अनिल अंबानी पर तीन सरकारी बैंकों का 86,188 करोड़ रुपये बकाया, पर मोदी की 'मजबूत' सरकार ने नहीं की कोई कार्रवाई
जनज्वार। धीरूभाई अंबानी के छोटे बेटे अनिल अंबानी की अगुवाई वाले रिलायंस समूह की तीन कंपनियों पर तीन सरकारी बैंकों का 86, 188 करोड़ रुपये कर्ज है। सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एसबीआइ, यूनियन बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक का का 86,188 करोड़ रुपये कर्ज है।
यह रकम भगोड़े कारोबारी विजय माल्या व हीरा व्यापारी नीरव मोदी पर बकाये रकम से 10 गुणा अधिक है। रिलायंस कम्युनिकेशंस के दिवाला प्रक्रिया के बीच तीन भारतीय बैंकों एसबीआइ, यूनियन बैंक आफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक ने कंपनी के खातों और उसकी इकाइयों के खातों को धोखाधड़ी के रूप में वर्गीकृत किया है।
भारतीय स्टेट बैंक समेत तीन सरकारी बैंकों ने अनिल अंबानी की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस लिमिटेड के बैंक खातों को फ्रॉड करार दिया है। इसके साथ ही एसबीआइ व यूनियन बैंक ने रिलायंस टेलीकाॅम लिमिटेड के खातों को फ्रॉड करार दिया है।
Bank accused Fraud by Anil Ambani companies namely RCom, Reliance Infratel & Reliance Telecom.
— Kisan Ekta Morcha (@KisanEktaMarch) December 30, 2020
These Cos. owe banks 86,188 Crore.
Tax collected by Farmers are going in these frauds but No ED, CBI, EOW, SFIO taking action. WHY ?#FarmersProtest #DigitalKisan pic.twitter.com/ivszmOmQpE
एक अंग्रेजी अखबार ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि तीनों बैंकों ने अनिल अंबानी की तीन कंपनियों रिलायंस कम्युनिकेशन, रिलायंस इन्फ्राटेल और रिलायंस टेलीकाॅम के खातों से किए गए ट्रांजेक्शन की गहरायी से जांच की मांग की है। हालांकि दिल्ली हाइकोर्ट ने इस मामले में 13 जनवरी को अगली सुनवाई तक खातों को धोखाधड़ी के रूप में वर्गीकृत करने से संबंधित मामले में यथास्थिति बनाए रखने का निर्देश दिया है।
हर्षत मेहता के शेयर घोटाले का खुलासा करने वाली चर्चित आर्थिक पत्रकार सुचेता दलाल ने ट्वीट के जरिए यह सवाल उठाया कि क्या कोई यह अनुमान लगा सकता है कि भारत का सबसे बड़ा काॅरपोरेट डिफाल्टर कौन है? वह न माल्या, न नीरव मोदी, न एस्सार-रूईया, न संदेशरा और न ही जतीन मेहता है। भारत की मजबूत सरकार ने अबतक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि सुचेता ने अपने ट्वीट में कोई नाम नहीं बताया। लेकिन, उनके ट्वीट पर लोगों ने यह अनुमान लगाना शुरू कर दिया कि वह शख्स अनिल अंबानी ही हैं।
Would anyone like to guess who is India's largest corporate defaulter? Think hard. It is not Mallya, NiravModi, Not even Essar-Ruia or Sandesara, JatinMehta etc. NO ACTION taken against him by strong GOVT of INDIA!!
— Sucheta Dalal (@suchetadalal) December 28, 2020
रिलायंस कम्युनिकेशन पर 49,193 करोड़ रुपये का कर्ज है, जबकि रिलायंस टेलीकाॅम पर 24306.27 करोड़ रुपये बकाया है। वहीं रिलायंस इन्फ्राटेल पर 12687.65 करोड़ रुपये का कर्ज है। कर्ज की यह राशि कुल 86,188 करोड़ रुपये है। इस कर्ज के अलावा स्पेक्ट्रम का 28, 837 करोड़ रुपये बकाया है।
मालूम हो कि भगोड़े कारोबारी विजय माल्या पर बैंकों का करीब नौ हजार करोड़ रुपये और नीरव मोदी पर 7407 करोड़ रुपये बकाया है।
कांग्रेस नेता पंकज पुनिया ने भी इस मामले पर ट्वीट कर सवाल उठाया है। पंकज पुनिया ने ट्वीट किया है कि आरबीआइ ने अनिल अंबानी की तीन कंपनियों को फ्रॉड घोषित कर दिया है। एसबीआइ, यूनियन बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक ने अनिल पर 86188 करोड़ की देनदारी का दावा किया है। उन्होंने आगे लिखा है कि राफाल का सौदा आखिरकार एक बड़ा घोटाला साबित हुआ, लेकिन भक्तों को पैंट उतरने तक राष्ट्रवाद और धर्म की अफीम में ही मजा आएगा।
RBI ने अनिल अंबानी की 3 कंपनियों को फ्रॉड घोषित कर दिया है।
— Pankaj Punia (@PankajPuniaINC) December 29, 2020
SBI, यूनियन बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक ने अनिल पर 86188 करोड़ की देनदारी का दावा किया है।
राफाल का सौदा आखिरकार एक बड़ा घोटाला साबित हुआ।
लेकिन भक्तों को पैंट उतरने तक राष्ट्रवाद और धर्म की अफ़ीम में ही मज़ा आएगा।