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Black Money : स्विस बैंक ने साझा किया खातों का डिटेल, कालेधन का खुलासा करने के बदले फाइल पर कुंडी मार बैठी है मोदी सरकार

Janjwar Desk
11 Oct 2022 5:04 AM GMT
Black Money : स्विस बैंक ने साझा किया खातों का डिटेल, आंकड़ों पर कुंडी मारकर बैठी है मोदी सरकार
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Black Money : स्विस बैंक ने साझा किया खातों का डिटेल, आंकड़ों पर कुंडी मारकर बैठी है मोदी सरकार

Black Money : फिलहाल, वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने केवल इतना कहा है कि भारत के साथ सैकड़ों वित्तीय खातों से संबंधित ब्योरा साझा किया गया है। इसमें कुछ लोगों, कंपनियों और न्यासों के खाते शामिल हैं।

Black Money : मोदी सरकार ( Modi Government ) पिछले आठ साल से कालेधन ( Black money ) का खुलासा करने का वादा देश के लोगों से करती आई है, लेकिन स्विस बैंक ( Swiss bank ) द्वारा लागातार चौथे साल भी भारतीयों के खातों ( Indian accounts ) का चौथा सेट जारी करने के बाद भी केंद्र सरकार उसका डिटेल साझा करने से बच रही है। मोदी सरकार कालेधन वाली फाइल की पर कुंडी मारकर बैठी है। वित्त मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि तो की है स्विस बैंक ने भारतीय खाताधारकों को डिटेल साझा किया है, पर उसका खुलास नहीं किया है।

स्विस बैंक ने 101 देशों के 34 लाख आकाउंट का डिटेल किया साझा

पीटीआई की खबर के मुताबिक भारत को अपने नागरिकों और संगठनों के स्विस बैंक खातों के विवरण का चौथा सेट मिला है। स्विट्जरलैंड ने भारत समेत 101 देशों के साथ करीब 34 लाख वित्तीय खातों का ब्योरा शेयर किया है। अधिकारियों ने कहा कि भारत के साथ सैकड़ों वित्तीय खातों से संबंधित ब्योरा साझा किया गया है। इसमें कुछ लोगों, कंपनियों और न्यासों के खाते शामिल हैं। हालांकि, उन्होंने सूचना के आदान-प्रदान के तहत गोपनीयता के प्रावधान का हवाला देते हुए विस्तृत जानकारी नहीं दी क्योंकि इसका आगे की जांच पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।

खातों की संख्या में 1 लाख का इजाफा

दूसरी तरफ जुड़े अधिकारियों ने कहा कि चोरी के संदिग्ध मामलों और धन शोधन तथा आतंकवाद के वित्तपोषण समेत अन्य गड़बड़ियों की जांच में आंकड़ों का उपयोग किया जा सकेगा। स्विस संघीय कर प्रशासन (FTA) ने सोमवार को एक बयान में कहा कि इस साल सूचनाओं के आदान-प्रदान से सूची में पांच नये क्षेत्र अल्बानिया, ब्रुनेई दारुस्सलाम, नाइजीरिया, पेरू और तुर्की को भी शामिल किये गये हैं। वित्तीय खातों की संख्या में लगभग एक लाख का इजाफा हुआ है। भारत को सबसे पहले स्विट्जरलैंड से सूचना के स्वत: आदान-प्रदान की व्यवस्था के साथ सितंबर 2019 में आंकड़े मिले थे। वह उस समय 75 देशों में शामिल था, जिसे सूचना उपलब्ध करायी गई थी। पिछले साल, भारत सूचना प्राप्त करने वाले 86 देशों की सूची में शामिल था।

कालेधन की समाप्ति तो दूर, मोदी के काल में पहुचं गया है ​भारतीयों का पैसा

साल 2021 में स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के हवाले से न्यूज एजेंसी पीटीआई ने 17 जून को खबर दी थी कि भारतीयों और यहां की कंपनियों का स्विस बैंकों में जमा धन 2020 में 13 साल में सबसे अधिक 2.55 अरब स्विस फ्रैंक या 20700 करोड़ रुपए हो गया है। साल 2019 के अंत में स्विस बैंकों में भारतीयों का पैसा 6625 करोड़ रुपए था। पिछले दो सालों में इसमें गिरावट दर्ज की गई थी लेकिन साल 2020 में ऐतिहासिक बढ़ोतरी हुई है। पिछले 13 सालों में यह सबसे बड़ा उछाल है।

Black money : बता दें कि साल 2016 में भारत सरकार और स्विस बैंक के बीच एक समझौता हुआ था जिसके तहत भारत और स्विट्ज़रलैंड के बीच ऑटोमैटिक एक्सचेंज ऑफ इन्फार्मेशन के कार्यान्वयन के लिए दोनों देशों के बीच संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किया था। इस समझौते के बाद 2018 से स्विटजरलैंड के बैंकों में खोले गए किसी भी भारतीय के खाते के बारे में भारतीय आयकर विभाग को सीधे जानकारी मिल सकेगी।

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