कोविड महामारी के कारण केंद्र व राज्यों को 10 लाख करोड़ का राजकोषीय घाटा होगा : नितिन गडकरी
Nitin Gadkari News : 'सरकार का सही समय पर फैसला नहीं लेना एक बड़ी समस्या', नितिन गडकरी का बड़ा बयान
जनज्वार। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि कोरोना महामारी की वजह से केंद्र व राज्यों को 10 लाख करोड़ का राजकोषीय घाटा होगा। उन्होंने यह बात विशेषज्ञों के दावों के आधार पर कही है। नितिन गडकरी ने कहा कि ऐसे में हमलोगों को अर्थव्यवस्था में लिक्विडिटी डालने की जरूरत पड़ेगी। गडकरी ने रविवार को व्यापारियों के एक समूह से वर्चुअल बातचीत के दौरान ये बातें कहीं।
Experts say Central and state government will suffer a budget deficit of Rs 10 lakh crores due to COVID-19 pandemic. So we need to pump liquidity in the economy: Union Minister Nitin Gadkari during a virtual interaction with a group of traders (09.08.2020)
— ANI (@ANI) August 9, 2020
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को मोर्चे पर हमारी लड़ाई उसी तरह महत्वपूर्ण है, जिस तरह कोविड19 के खिलाफ लड़ाई। उन्होंने कहा कि हमें भारत को पांच ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को हासिल करना है और हमारे पास वह क्षमता है। उन्होंने कहा कि हमारे पास युवा, प्रतिभाशाली और कुशल मानव शक्ति है।
Our fight on economic front is as important as the fight against COVID-19. We have to accomplish the mission of making India a USD 5 trillion economy & we have that potential. We have young, talented & skilled manpower: Union Minister Nitin Gadkari (09.08.2020) pic.twitter.com/jLNu9CSkcC
— ANI (@ANI) August 9, 2020
गडकरी ने कहा कि इकोनाॅमी को लिक्विडिटी से पंप किए बिना उद्योग धंधे नहीं चल सकेंगे। उन्होंने उदाहरण देकर कहा कि अगर किसी किसान के पास पैसा नहीं है तो वह मोटरसाइकिल कैसे खरीदेगा, वह पेट्रोल का उपयोग करेगा या होटल या रेस्तरां पर खर्च करेगा या फिर कपड़े खरीदेगा। इसलिए गरीबों तक पूंजी पहंुचनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उन 115 जिलों को आकांक्षी जिलों को विकसित करने की जरूरत है तो सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हैं।
सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछले 115 जिलों की अर्थव्यवस्था को हमें विकसित करना है। उन्होंने कहा कि हमें इनकी अर्थव्यवस्था को विकसित करना चाहिए।