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आर्थिक

130 करोड़ की आबादी में सिर्फ 1.31 लाख लोगों की सालाना आय 1 करोड़ से ज्यादा, सरकार ने स्वीकारी सांसद में सच्चाई

Janjwar Desk
4 Aug 2022 9:24 AM IST
Foreign debt : मोदी राज में नहीं घटे विदेशी कर्ज, 2013 की तुलना में 211.3 अरब डॉलर की हुई बढ़ोतरी
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Foreign debt : मोदी राज में नहीं घटे विदेशी कर्ज, 2013 की तुलना में 211.3 अरब डॉलर की हुई बढ़ोतरी

फरवरी 2022 में जारी हुरुन रिपोर्ट में 130 करोड़ से अधिक की आबादी वाले देश में बढ़ती असमानता के बारे में चिंता जताई गई थी।

नई दिल्ली। ताजा मानसून सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तनातनी चरम पर है। इस बीच हर स्तर पर दबाव बढ़ने के बाद मोदी सरकार ( Modi Government ) ने पहले तो यह स्वीकार किया कि देश में महंगाई और बोरोजगारी से लोग प्रभावित हैं, अब सरकार ने माना है कि आबादी के अनुपात में सालाना एक करोड़ ( millionaires ) आय वाले ( Dollar Millionary ) लोगों की संख्या में कमी आई है।

हालांकि, ताजा आंकड़ों में बढ़ती महंगाई के साथ भारत में करोड़पतियों ( millionaires ) की संख्या भी बढ़ रही है, के संकेत मिले हैं, लेकिन आबादी ( Indian Population ) के अनुपात में यह बहुत कम है, जो आय की असमानता का प्रतीक है। वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ( Pankaj Chaudhary ) ने राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि साल 2021-22 में भारत में कुल 1.31 लाख लोगों की सालाना आय एक करोड़ रुपए से ज्यादा थी। साल 2020-21 में 1.25 लाख लोगों की आमदनी एक करोड़ रुपए से ज्यादा थी। यानि एक साल के अंदर 6 लाख लोग एक करोड़ की आय वाले ग्रुप में शामिल हुए।

10 लाख से ज्यादा आय वालों की संख्या बढ़कर हुई 77 लाख

वित्त राज्यमंत्री ने सदन को बताया कि साल 2021-22 के इनकम टैक्स रिटर्न में 1.31 लाख लोगों ने अपनी आमदनी एक करोड़ से ज्यादा होने का ब्यौरा दिया है। जबकि साल 2020-21 में 1.25 लाख में लोगों ने अपनी आमदनी सालाना एक करोड़ रुपए से ज्यादा बताया था। पंकज चौधरी ने कहा कि भरे गए इनकम टैक्स रिटर्न के मुताबिक साल 2021-22 में सालाना 10 लाख रुपए से एक करोड़ रुपए आय वालों ( Dollar Millionary ) की संख्या 77 लाख थी जबकि इससे पूर्व वर्ष ऐसे लोगों की संख्या 73 लाख थी।

कोरोना काल में भी बढ़ी करोडपतियों की संख्या

दूसरी तरफ फरवरी 2022 में सामने आई हुरुन रिपोर्ट में 130 करोड़ से अधिक की आबादी वाले देश में बढ़ती असमानता के बारे में चिंता जताई गई थी। हुरुन रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कोरोना काल में भी करोड़पतियों का संख्या बढ़ी है। मुंबई में सबसे अधिक 20, 300 डॉलर मिलियनरी ( Dollar Millionary ) यानि सात करोड़ से अधिक संपत्ति वाले करोड़पति हैं। दिल्ली में 17,400 और कोलकाता में 10,500 करोड़पति परिवार हैं। हुरुन रिपोर्ट के निष्कर्षों से पता चला है कि कोविड-19 महामारी से प्रभावित वर्ष 2021 में भारत में डॉलर मिलियनरी ( Dollar Millionary ) वाले व्यक्तियों की संख्या 11 प्रतिशत बढ़कर 4.58 लाख हो गई।

खुद को खुश बताने वालों की संख्या घटी

सर्वे में ऐसे 350 लोगों से बातचीत के आधार पर पाया गया कि निजी और पेशेवर जिंदगी में खुद को खुश बताने वाले लोगों की संख्या 2021 में घटकर 66 प्रतिशत रह गई, जो इसके एक साल पहले 72 प्रतिशत थी। हुरुन रिपोर्ट के निष्कर्ष ऐसे समय आए हैं जब 130 करोड़ से अधिक की आबादी वाले देश में बढ़ती असमानता के बारे में चिंता बढ़ रही है।

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