Petrol Diesel Price :चुनाव की वजह से मोदी सरकार नहीं बढ़ा रही पेट्रोल डीजल के दाम, इलेक्शन बीतते ही तेल की कीमतों में होगी भारी वृद्धि
Petrol Ka Dam : पेट्रोल डीजल के नए दाम जारी, उपभोक्ता महंगी कीमतें चुकाने को मजबूर
Petrol Diesel Price : उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद आम आदमी को महंगाई के मोर्चे पर बड़ा झटका लग सकता है। ऐसा इसलिए कि चुनाव परिणाम आने के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम ( Petrol-Diesel Price ) बढ़ सकते हैं। इस बात की संभावना अभी से इसलिए लगाई जा रही है कि कच्चे तेल के दाम 8 साल के हाई लेवल पर जा पहुंचे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 95 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गए हैं। इससे पहले 2014 में कच्चे तेल के दाम 95 डॉलर के पार गए थे। विधानसभा चुनाव होने की वजह से मोदी सरकार कीमतों में इजाफा नहीं कर रही है। चुनाव संपन्न होते ही तेल की कीमतों में होगी भारी वृद्धि।
इस बात ध्यान में रखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि विधानसभा चुनाव के बाद तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल के दाम में 5-6 रुपए प्रति लीटर बढ़ोतरी कर सकती है। जानकारी के मुताबिक मौजूदा समय में पेट्रोल-डीजल के दाम न बढ़ने से तेल कंपनियों को नुकसान उठाना पड रहा है। लिहाजा मार्जिन बनाए रखने के लिए तेल कंपनियां 5 से 6 रुपए प्रति लीटर तेल के दाम बढ़ा सकते हैं।
ताजा अपडेट के मुताबिक 01 दिसंबर 2021 को कच्चे तेल के दाम 69 डॉलर प्रति बैरल थे। अब 95 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर हैं। ढाई महीने में कच्चे तेल के दामों में 37 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है। जानकारों के मुताबिक जल्द ही ये 100 डॉलर प्रति बैरल का आंकड़ा भी पार कर जाएगी। तय है इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का असर घरेलू बाजार में भी दिखाई देगा।
अभी तक का ट्रेंड यह रहा है कि ग्लोबल मार्केट में कच्चा तेल अगर एक डॉलर प्रति बैरल महंगा होने पर घरेलू बाजार में दाम 45 से 47 पैसे प्रति लीटर तक बढ़ जाते हैं। वर्तमान में विदेशी बाजारों में कच्चे तेल में तेजी के बावजूद घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर हैं।
साथ ही नया ट्रेंड यह भी है कि सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल की कीमत तय करने में अपनी भूमिका से इनकार के बावजूद बीते सालों में देखा गया है कि मोदी सरकार चुनाव के दौरान सरकार जनता को खुश करने के लिए पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़ाती है। चुनावी मौसम में जनता को पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों से राहत मिली है।
Petrol Diesel Price : बता दें कि पिछले 109 दिनों से पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़े हैं। तेल कंपनियों ने आख़िरी बार 2 नवंबर को तेल के दाम बढ़ाए थे। 3 नवंबर को केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी यानी उत्पाद शुल्क घटाया था तो वहीं यूपी की योगी सरकार ने वैट कम कर लोगों को दीपावली का तोहफा दिया था. केंद्र और यूपी सरकार द्वारा टैक्स घटाए जाने से सूबे में पेट्रोल और डीजल के दाम तकरीबन बारह रूपए प्रति लीटर तक कम हो गए थे।