संदिग्ध ऐप Tik Tok को खरीदने वॉलमार्ट आया मैदान में, माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर करेगा सौदा
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जनज्वार। भारत में प्रतिबंधित हो चुके टिकटॉक को खरीदने के लिए वॉलमार्ट भी कतार में है। चीनी कंपनी बाइटडाइंस के शॉर्ट वीडियो ऐप टिक-टॉक को खरीदने के लिए वॉलमार्ट सामने आ गया है। इसके लिए उसने माइक्रोसॉफ्ट के साथ गठबंधन किया है।
बाइटडांस उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अपना ऑपरेशन बेचने के लिए बातचीत में लगी है, इससे उसे 25 से 30 बिलियन डॉलर मिल सकते हैं। वैसे जो कंपनियां टिक-टॉक को खरीदने की रेस में हैं, उनमें माइक्रोसॉफ्ट और ओरेकल भी शामिल हैं।
पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने टिकटॉक पर प्राइवेसी हनन का आरोप लगाया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक आदेश जारी कर कहा था कि चीनी कंपनी बाइट डांस अपना यूएस ऑपरेशन बंद करे और इसे बेच दे। ट्रंप ने टिक-टॉक को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया था।
अमेरिकी सरकार का कहना है कि टिक-टॉक की ओर से यूजर्स के आंकड़े इकट्ठा किए जाने से प्राइवेसी को खतरा है। उधर वॉलमार्ट का कहना है कि माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिल कर वह टिक-टॉक यूजर्स की उम्मीदों पर खरा उतरने के साथ ही अमेरिकी सरकार की रेगुलेटर्स की शर्तें भी पूरी कर सकेंगी।
दोनों कंपनियों के बीच पांच साल का करार है। इसके तहत वॉलमार्ट अपने रिटेल कारोबार को बढ़ावा देने में माइक्रोसॉफ्ट की मदद ले रही है। वॉलमार्ट माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर रही है।
वॉलमार्ट ने कहा है कि टिकटॉक के इंटिग्रेटेड ई-कॉमर्स और एडवर्टाइजिंग क्षमताओं से दूसरे बाजारों में अच्छा रेवेन्यू आ रहा है। इस खबर के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में वॉलमार्ट के शेयरों की कीमत 4.4 फीसदी बढ़ गई।