कोरोना के कारण छात्रों को कम करनी होगी पढ़ाई, CBSE के सिलेबस में होगी कटौती
जनज्वार ब्यूरो। कोरोना महामारी संक्रमण को देखते हुए छात्रों के सिलेबस में कटौती की जाएगी। यह कटौती केवल मौजूदा शैक्षणिक वर्ष तक रहेगी। इसका फायदा फिलहाल सिर्फ स्कूली छात्रों को ही मिलेगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय कोरोना महामारी के मद्देनजर पूरे देश के शिक्षाविदों से सिलेबस में कटौती पर ठोस सुझाव ले रहा है।
दरअसल, कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष स्कूलों के कार्य दिवस काफी कम हो गए हैं। अगस्त माह तक स्कूल खुलने की संभावना बेहद कम है। अधिकांश छात्रों को ऑनलाइन माध्यमों से ही शिक्षा प्रदान की जा रही है। ऐसे में अब स्वयं छात्र, अभिभावक और शिक्षक भी छात्रों के पाठ्यक्रम को कम किए जाने किए जाने के पक्षधर हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा, 'सीबीएसई के वर्तमान स्कूली पाठ्यक्रम को कम करने के लिए पूरे देशभर से अभिभावकों, शिक्षकों और छात्रों के संदेश लगातार प्राप्त हो रहे हैं।'
निशंक ने कहा, 'वर्तमान परिस्थितियों में देशभर से सीबीएसई के पाठ्यक्रम को कम करने की मांग को देखते हुए सभी शिक्षकों, शिक्षाविदों और शैक्षणिक संस्थानों से अपील है कि वे इस दिशा में अपने सुझाव मुझसे या मंत्रालय से साझा करें।'
केंद्रीय मंत्री की इस अपील पर मंत्रालय को देशभर से शिक्षाविदों ने सिलेबस कटौती पर अपने सुझाव भेजे हैं। फिलहाल मंत्रालय और सीबीएसई इन सुझावों पर काम कर रहे हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की पहल पर सीबीएसई सबसे पहले 10वीं एवं 12वीं कक्षा के छात्रों का पाठ्यक्रम कम करने की पहल कर सकता है।
दरअसल, 10वीं एवं 12वीं कक्षा के छात्रों को अगले वर्ष बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होना है। कोरोना संकट काल की दिक्कतों के बीच इन कक्षाओं का वर्तमान पाठ्यक्रम पूरा करवा पाना बेहद कठिन है। ऐसे में यदि 10वीं एवं 12वीं कक्षा के छात्रों का सिलेबस कम किया जाता है तो अभी से ही बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी नए सिलेबस के मुताबिक करवाई जा सकेगी।