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शिक्षा

IIM कोलकाता की पहली महिला निदेशक अंजू सेठ ने दिया इस्तीफा, चेयरमैन पर लगाये गंभीर आरोप

Janjwar Desk
22 March 2021 2:06 PM GMT
IIM कोलकाता की पहली महिला निदेशक अंजू सेठ ने दिया इस्तीफा, चेयरमैन पर लगाये गंभीर आरोप
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निदेशक के रूप में अंजू सेठ का अभी 1 वर्ष का कार्यकाल शेष था, लेकिन चेयरमैन से हुए विवाद के उपरांत उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, वह आईआईएम कोलकाता की पहली महिला निदेशक थीं...

नई दिल्ली। आईआईएम कोलकत्ता की निदेशक अंजू सेठ ने इस्तीफा दे दिया है। निदेशक के रूप में अंजू सेठ का अभी 1 वर्ष का कार्यकाल शेष था, लेकिन चेयरमैन से हुए विवाद के उपरांत उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वह आईआईएम कोलकाता की पहली महिला निदेशक थीं। अंजू सेठ ने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजा है।

गौरतलब है कि आईआईएम कोलकाता की निदेशक अंजू सेठ ने वहां के चेयरमैन श्रीकृष्ण कुलकर्णी के खिलाफ केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को एक पत्र लिखा था, जिसके बाद यह विवाद उत्पन्न हुआ। आईआईएम कोलकाता की डायरेक्टर अंजू सेठ ने चेयरमैन को एक पत्र लिखा था। ऐसा ही दूसरा पत्र उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को भेजा था।

सेठ ने सरकार को लिखे अपने पत्र में चेयरमैन पर आरोप लगाया था कि वह अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। साथ ही उनके कामकाज में भी अनुचित हस्तक्षेप कर रहे हैं। अपने पत्र में अंजू सेठ ने लिखा था कि चेयरमैन द्वारा इस प्रकार के हस्तक्षेप के कारण उनका कार्य प्रभावित हो रहा है।

अंजू सेठ ने आईआईएम कानून के अन्तर्गत बनाए गए नियमों को नजरअंदाज किए जाने का उल्लेख किया था। वहीं आईआईएम कलकत्ता के बोर्ड ने अंजू सेठ पर आरोप लगाते हुए अपने प्रस्ताव में कहा था कि सरकार से संपर्क करने के लिए सेठ की ओर से यह अनुचित व्यवहार था और गलत बयानी के जरिए अंजू सेठ ने मंत्रालय और बोर्ड के बीच भ्रम पैदा करने की कोशिश की गई।

डायरेक्टर अंजू सेठ द्वारा पत्र लिखे जाने के बाद आईआईएम कोलकाता के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने डायरेक्टर अंजू सेठ के खिलाफ यह प्रस्ताव पारित किया था। बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के मुताबिक डायरेक्टर ने फैकल्टी के साथ सहयोग नहीं किया। उन पर सीधे सरकार को पत्र लिखने का आरोप भी लगाया गया था।

आईआईएम कोलकाता के बोर्ड द्वारा बुलाई गई एक बैठक में डायरेक्टर अंजू सेठ के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया। बोर्ड की बैठक में संबंधित दस्तावेज इकट्ठा करने के आदेश भी दिए गए थे। गौरतलब है कि आईआईएम के किसी भी डायरेक्टर और चेयरमैन के बीच इस तरह का यह पहला मामला है।

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